हाई ब्लड प्रेशर की टेबलेट

हाई ब्लड प्रेशर की आयुर्वेदिक टेबलेट | Best High Blood Pressure Ayurvedic Medicine In Hindi

हाई ब्लड प्रेशर की टेबलेट: हाई ब्लड प्रेशर या उच्च रक्तचाप जिसे मेडिकल भाषा में हाइपरटेंशन भी कहते हैं मानव शरीर में होने वाली बहुत ही गंभीर समस्या है आजकल पूरे भारतवर्ष में लगभग 8 करोड लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित व्यक्तियों को भविष्य में ह्रदय रोग, हार्ट अटैक, दिल की विफलता, पैरालिसिस या अधरंग आदि गंभीर बीमारी होने का खतरा काफी बढ़ जाता है किसी भी स्थिति में उच्च रक्तचाप या हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करना बहुत जरूरी है

गलत खानपान, मानसिक तनाव तथा अस्वस्थ जीवन शैली हाई ब्लड प्रेशर होने के प्रमुख कारण है वैसे तो आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में हजारों ऐसी अंग्रेजी दवाइयां है जिनके सेवन से हाई ब्लड प्रेशर को कुछ ही दिनों में पूरी तरह से नियंत्रित किया जा सकता है

परंतु इन दवाइयों की सबसे खराब बात यह है कि एक बार जब कोई व्यक्ति उच्च रक्तचाप के लिए अंग्रेजी दवाइयों का सेवन करने लग जाता है तो ज्यादातर लोगों को इन दवाइयों का सेवन काफी लंबे समय तक या सारी उम्र भी करना पड़ता है

जिसकी वजह से अनेक प्रकार के अन्य दुष्प्रभाव शरीर में होने लगते हैं इसलिए आज इस आर्टिकल में हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए आयुर्वेद शास्त्र में वर्णित बिना किसी दुष्प्रभाव वाली शुद्ध आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से बनी हाई ब्लड प्रेशर की टेबलेट के बारे में आपको बताएंगे

हाई ब्लड प्रेशर चार्ट:

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1 हाई ब्लड प्रेशर चार्ट:
120 / 80 mmhg बिल्कुल सही
120 – 129 systolic  से 80 – 85 तक diastolicथोड़ा ज्यादा, पहली स्टेज
130 – 139 से 85 – 89 तकहाई ब्लड प्रेशर की दूसरी स्टेज
140 से ऊपर सिस्टोलिक / 90 से ऊपर डायास्टोलिकहाई ब्लड प्रेशर की तीसरी स्टेज
180 से ज्यादा systolic/ 100 से ऊपर diastolicHypertensive Crises यानी आपातकालीन स्थिति

नोट 

इसमें 120 ऊपर वाला ब्लड प्रेशर है जिसे सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर कहते हैं तथा 80 नीचे वाला ब्लड प्रेशर है जिसे डायस्टोलिक बीपी कहते हैं


ब्लड प्रेशर की आयुर्वेदिक दवा (best ayurvedic medicine for high blood pressure)

आयुर्वेद शास्त्र में ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली जड़ी बूटी का नाम सर्पगंधा है जिसे वैज्ञानिक भाषा में Rauwolfia Serpentina कहते हैं 

हजारों वर्षों से इस जड़ी बूटी का उपयोग उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है 

आयुर्वेद की बड़ी से बड़ी कंपनियां जैसे हिमालया, डाबर, बैद्यनाथ इत्यादि सर्पगंधा के उपयोग से अनेक प्रकार की हर्बल दवाओं का निर्माण करती हैं

  • सर्पगंधा जड़ी बूटी एक विशेष प्रकार का पौधा है जिसकी जड़ें देखने में सांप की तरह करवट ली हुई होती है इन्हीं जड़ों का इस्तेमाल मुख्य तौर पर आयुर्वेद शास्त्र में दवा निर्माण के लिए किया जाता है

हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए प्रमुख रूप से यूज की जाने वाली आयुर्वेदिक दवाएं इस प्रकार है जैसे कि…

Serpina Tablet (हिमालय आयुर्वेदिक मेडिसिन फॉर हाई ब्लड प्रेशर)

  • हिमालय कंपनी की सेर्पिना टेबलेट में सर्पगंधा के एक्सट्रैक्ट का इस्तेमाल किया गया है 
  • इस दवा का यूज मुख्य तौर पर हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है 
  • हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित व्यक्ति आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह से इस दवा को सेवन कर सकते हैं 
  • ज्यादातर मामलों में यह बिल्कुल सुरक्षित दवा है इसके दुष्प्रभाव ना के बराबर है 

ब्लड प्रेशर की स्टेज के अनुसार इस दवा की दो गोली प्रतिदिन या दो गोली सुबह दो दोपहर को तथा दो शाम को चिकित्सक की सलाह अनुसार प्रयोग की जा सकती हैहाई ब्लड प्रेशर की टेबलेट

इसको खाना खाने से आधा घंटा बाद हल्के गुनगुने पानी के साथ लेना चाहिए

  • इस दवा की शुरुआत दिन में दो गोली प्रतिदिन के हिसाब से शुरू करनी चाहिए
  • यह टेबलेट की पैकिंग 100 गोलियों की होती है जिनका मूल्य लगभग ₹100 के आसपास है

अगर कोई व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर के लिए किसी भी अंग्रेजी दवाई का इस्तेमाल कर रहा है तो ऐसी स्थिति में इस दवा का सेवन उसके साथ भी किया जा सकता है इसमें सिर्फ ध्यान देने वाली बात यह है कि समय-समय पर अपना ब्लड प्रेशर चेक करवाते रहें

जिन व्यक्तियों का ब्लड प्रेशर कम रहता है ऐसे लोगों को इस दवा का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए


सर्पगंधा टेबलेट के अन्य विकल्प

  • सर्पगंधाघन बटी बैध्नाथ कंपनी की
  • Sarpagandha Tablets by Baidynath 
  • Sarpagandhaghan Vati by डाबर कंपनी

Unjha Sarpagandha घनवटीहाई ब्लड प्रेशर की टेबलेट

Ayucine फॉरएवर धनवन्तरी सरपगंधा घनवटी


हाई ब्लड प्रेशर में क्या नहीं खाना चाहिए (foods to avoid in high bp in hindi)

अगर कोई व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित है तो अकेले आयुर्वेदिक या एलोपैथिक औषधि के सेवन से इस समस्या का समाधान नहीं किया जा सकता है ऐसी स्थिति में नीचे लिखे गए कुछ परहेज पीड़ित व्यक्ति को करने बहुत जरूरी है जैसे कि…

  • आहार में नमक का इस्तेमाल सीमित मात्रा में करना जरूरी है
  • फलों व सब्जियों के सलाद पर ऊपर से नमक नहीं छिड़का जाना चाहिए
  • भुनी तथा तली हुई चीजों का इस्तेमाल ना ही करें तो अच्छा है
  • शराब तथा सिगरेट का सेवन बिल्कुल बंद कर दें
  • किसी भी प्रकार के तेल या रिफाइंड का इस्तेमाल अपने आहार में कम से कम मात्रा में करना चाहिए
  • प्रतिदिन हल्का व्यायाम, योगा या मेडिटेशन जरूर करें
  • किसी भी तरह से अपने खून में कोलेस्ट्रोल के स्तर को सामान्य बनाए रखें
  • मानसिक अवसाद, चिंता या डिप्रेशन ब्लड प्रेशर को बढ़ाने के सबसे प्रमुख कारण है इसलिए कोशिश करें कि इन चीजों को अपने ऊपर हावी ना होने दें

प्रतिदिन सुबह खाली पेट तथा शाम को खाना खाने के बाद टहलने के लिए जरूर निकले


सर्पगंधा वटी के अन्य फायदे (Sarpagandha Tablet benefits in hindi)

आयुर्वेद में सर्पगंधा का मुख्य उपयोग उच्च रक्तचाप यानी हाइपरटेंशन को नियंत्रित करने के साथ साथ नीचे लिखी गई शारीरिक तथा मानसिक समस्याओं के लिए भी किया जाता है जैसे कि…

  • अनिद्रा (Insomnia) या नींद का ना आना
  • घबराहट तथा बेचैनी (Palpitations)
  • मानसिक अवसाद (Depression)
  • स्ट्रेस (Stress) प्रबंधन 
  • हृदय की मांसपेशियों के लिए फायदेमंद
  • मिर्गी (Epilepsy) रोग 
  • पैनिक (Panic) डिसऑर्डर जिसमें किसी भी व्यक्ति को एकदम से बहुत ज्यादा गुस्सा आ जाता है
  • उन्माद (Hysteria)
  • हृदय (Heart Diseases)  रोगों में

अन्य मानसिक रोगों (Mental Disorders) में


हाई ब्लड प्रेशर के कारण (Causes of high blood pressure in hindi)

शरीर में ब्लड प्रेशर बढ़ने के सामान्य से लेकर गंभीर कारण भी हो सकते हैं जैसे कि…

  • ज्यादा शराब का सेवन
  • धूम्रपान ज्यादा करना
  • खाने में नमक का इस्तेमाल ज्यादा मात्रा में करना
  • मोटापा (Obesity)
  • शारीरिक व्यायाम न करना
  • ज्यादा मानसिक अवसाद या डिप्रेशन
  • ज्यादा तली हुई चीजों का सेवन करना
  • सही समय पर नींद ना लेना
  • एंजाइटी (Anxiety)
  • शुगर रोग (Diabetes)
  • गुर्दे के रोग (Kidney Disease)
  • यकृत के रोग (Liver Disease)
  • हृदय रोग (Heart Disease) 
  • कोलेस्ट्रोल का बढ़ना
  • डिस्लिपिडेमिया (Dyslipidemia) इत्यादि

बीपी को जड़ से खत्म करने की दवा होमियोपैथी मे (Best Homeopathy medicine for high BP in hindi)

उच्च रक्तचाप या हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए सर्पगंधा का प्रयोग आयुर्वेद के साथ-साथ होम्योपैथी चिकित्सा शास्त्र में भी किया जाता है इसके लिए सर्पगंधा के मदर टिंक्चर का इस्तेमाल किया जाता है

Rauwolfia Serpentina uses in hindi

  • सर्पगंधा कि यह होम्योपैथिक दवा हमारे मस्तिष्क तंत्र पर बहुत ही अच्छा प्रभाव डालती है जिसकी वजह से मानसिक तनाव, चिंता या डिप्रेशन आदि समस्याएं दूर हो जाती है जिसकी वजह से हाई ब्लड प्रेशर धीरे धीरे नियंत्रित होने लगता है
  • यह दवा मन को शांति प्रदान करती है

इसके सेवन से चिड़चिड़ापन कम होने लगता है

मात्रा 

  • इसके मदर टिंक्चर की 10 बूंदे सुबह तथा 10 बूंदे  शाम को आधे गिलास गुनगुने पानी में डालकर खाना खाने से कम से कम आधा घंटा पहले या बाद में इस्तेमाल करनी चाहिए

विशेष ध्यान दें

  • इस दवा का सेवन हमेशा डॉक्टर की देखरेख में करना चाहिए
  • अगर आप पहले से किसी अंग्रेजी दवाई का सेवन कर रहे हैं तो एकदम से उस दवा को ना छोड़े
  • नियमित रूप से अपना ब्लड प्रेशर चेक करवाते रहना चाहिए
  • इस दवा के सेवन के साथ साथ ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने के लिए ऊपर बताए गए परहेज करने भी बहुत जरूरी है

अगर इस दवा से हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल नहीं हो रहा है तो ऐसी स्थिति में अपने डॉक्टर से सलाह मशवरा करके किसी अन्य दवा को शुरू किया जा सकता है


निष्कर्ष (हाई ब्लड प्रेशर की टेबलेट)

हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए सर्पगंधा टेबलेट बहुत ही उपयोगी आयुर्वेदिक दवा है इस दवा को नियमित रूप से चिकित्सक की देखरेख में उपयोग करने से तथा साथ में ऊपर लिखे गए परहेज करने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में लाभ अवश्य होता है

आयुर्वेद तथा होम्योपैथी चिकित्सा शास्त्र में हाई ब्लड प्रेशर के उपचार के लिए सर्पगंधा से बढ़िया कोई अन्य औषधि नहीं है बिना परहेज हाई ब्लड प्रेशर को आयुर्वेदिक या अन्य किसी भी प्रकार की दवा से नियंत्रित करना बहुत मुश्किल है

हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से निजात पाने के लिए चिंता, स्ट्रेस, डिप्रेशन या मानसिक अवसाद को नियंत्रित करना सबसे अहम कदम है अगर कोई व्यक्ति इस समस्या से पीड़ित है तो वह मुझसे मेरे ईमेल पते या व्हाट्सएप नंबर के द्वारा संपर्क कर सही समाधान प्राप्त कर सकता है

आयुर्वेदिक चिकित्सक होने के नाते आपको सही जानकारी प्रदान करना मेरा कर्तव्य है इसलिए आप बेफिक्र होकर मुझसे ऑनलाइन कंसल्ट कर सकते हैं

“हाई ब्लड प्रेशर की टेबलेट” आर्टिकल पोस्ट पढने के लिए आपका धन्यवाद


हाई ब्लड प्रेशर की स्थिति में चाय के सेवन से ब्लड प्रेशर नहीं बढ़ता है मरीज अगर चाय पीना चाहता है तो थोड़ी मात्रा में चाय का सेवन कर सकता है

हाई ब्लड प्रेशर में प्रमुख रूप से नमक, देसी घी, शराब, सिगरेट तथा तली हुई चीजों का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए

ऐसी स्थिति में मन को आराम देने वाली योग निद्रा का पालन करना चाहिए

अगर किसी व्यक्ति का ऊपर वाला (Systolic) ब्लड प्रेशर 160 mmhg तथा नीचे वाला (Diastolic) ब्लड प्रेशर 100 mmhg से ज्यादा है तो इसे हाई ब्लड प्रेशर कहते हैं 

हाई ब्लड प्रेशर में भैंस के दूध की जगह स्किम्ड मिल्क (Skimmed Milk) या बिना मलाई का दूध थोड़ी मात्रा में सेवन कर सकते हैं 

परहेज के तौर पर ब्लड प्रेशर के मरीज को भैंस के दूध का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए

यह ब्लड प्रेशर की आपातकालीन स्थिति है इस स्थिति में तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें

हाई ब्लड प्रेशर के मरीज को अपने दैनिक आहार में स्किम्ड मिल्क या बिना मलाई वाले दूध से तैयार की गई दही का इस्तेमाल सीमित मात्रा में करना चाहिए

हाई ब्लड प्रेशर के मरीज सेब, केला, स्ट्रौबरी, तरबूज, कीवी, मुसम्मी इत्यादि फलों का सेवन कर सकते हैं

हाई बीपी के लिए प्रमुख रूप से इस्तेमाल की जाने वाली अंग्रेजी दवाइयां इस प्रकार हैं जैसे कि...

  • Atenolol 
  • Amlodipine 
  • Losartan 
  • Telmisartan 
  • Frusemide 
  • Torsemide 

हाई ब्लड प्रेशर के मरीज को अगर नाक से खून आ रहा है तो यह स्थिति काफी खतरनाक हो सकती है इसके निदान के लिए जल्दी से जल्दी मेडिकल स्पेशलिस्ट से Consult करना चाहिए

हाई ब्लड प्रेशर की स्थिति में सेब का इस्तेमाल बिल्कुल सुरक्षित है

हाई ब्लड प्रेशर के मरीज अंडे का सफेद भाग बेफिक्र होकर सेवन कर सकते हैं अंडे की जर्दी को हाई ब्लड प्रेशर के मरीज ना खाएं तो ही अच्छा है

हाई ब्लड प्रेशर के मरीज को तीव्र सिरदर्द, आंखों के आगे अंधेरा आना, चक्कर आना, सिर घूम जाना, घबराहट आदि लक्षण प्रमुख रूप से होते हैं

सर्पगंधा घनवटी गोली आयुर्वेद चिकित्सक हाई ब्लड प्रेशर के इलाज के लिए इस्तेमाल करते हैं


अस्वीकरण 

इस लेख की सामग्री व्यावसायिक चिकित्सा सलाह (professional medical advice), निदान (diagnosis) या उपचार (ट्रीटमेंट) के विकल्प के रूप में नहीं है।

  • चिकित्सीय स्थिति के बारे में किसी भी प्रश्न के लिए हमेशा चिकित्सीय (doctor कंसल्टेशन) सलाह लें।

उचित चिकित्सा पर्यवेक्षण (without proper medical supervision) के बिना अपने आप को, अपने बच्चे को, या किसी और का  इलाज करने का प्रयास न करें।

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Information Compiled- by Dr. Vishal Goyal

Bachelor in Ayurvedic Medicine and Surgery

Post Graduate in Alternative Medicine MD (AM)

Email ID- [email protected]

Owns Goyal Skin and General Hospital, Giddarbaha, Muktsar, Punjab

“हाई ब्लड प्रेशर की टेबलेट पढने के लिए धन्यवाद…writer-

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