मर्दाना कमजोरी की आयुर्वेदिक दवा: वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद में मर्दाना कमजोरी को दूर करने के लिए सुप्रसिद्ध आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां जैसे अश्वगंधा, सालम पंजा, सालम मिश्री, बीज विधारा, क्रौंच बीज इत्यादि मौजूद है
इन जड़ी बूटियों का इस्तेमाल अकेले या शास्त्रीय योग के रूप में अनेक प्रकार की सेक्सुअल समस्याएं जैसे स्वपनदोष, इंद्री का ढीलापन, शीघ्रपतन, वीर्य प्रमेह तथा अनन्या प्रकार की मर्दाना कमजोरी को दूर करने के लिए हजारों वर्षों से सफलतापूर्वक होता आ रहा है
- इनकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इनका किसी भी प्रकार का कोई खास दुष्प्रभाव शरीर पर नहीं होता, इसलिए मर्दाना कमजोरी के इलाज में इनका प्रयोग एक वरदान के बराबर है इन औषधियों को आयुर्वेद में वाजीकरण की संज्ञा भी दी गई है
मैंने इस आर्टिकल में मर्दाना कमजोरी को दूर करने में सहायक आयुर्वेदिक औषधियों का वर्णन नीचे किया है तथा साथ में कुछ औषधियों का एफिलिएट लिंक भी आपके साथ शेयर कर रहा हूं ताकि कोई भी व्यक्ति इनमें से किसी भी दवा को आसानी से ऑनलाइन खरीद सके
मर्दाना कमजोरी की आयुर्वेदिक दवा तथा सेवन विधि
1. | बृहत् कामचुडामणि रस | 1-2 गोली सुबह-शाम दूध के साथ। |
2. | वसन्त कुसमाकर रस | 1-2 गोली सुबह-शाम दूध के साथ। |
3. | शुक्रसंजीवन रस | 1-2 गोली सुबह-शाम दूध के साथ। |
4. | शुक्रवल्लभ रस | 1-2 गोली सुबह-शाम दूध के साथ। |
5. | मकरध्वज रसायन | 1-2 गोली सुबह-शाम दूध के साथ। |
6. | मदनमंजरी वटी | 1-2 गोली सुबह-शाम दूध के साथ। |
7. | पूर्णचन्द्रोदय रस | 1-2 गोली सुबह-शाम दूध के साथ। |
8. | वृहत बंगेश्वर रस | 1-2 गोली सुबह-शाम दूध के साथ। |
9. | वृहत पूर्णचन्द्र रस | 1-2 गोली सुबह-शाम दूध के साथ। |
10. | पुष्पधन्वा रस | 1-2 गोली सुबह-शाम दूध के साथ। |
11. | मन्मथ रस | 1-2 गोली सुबह-शाम दूध के साथ। |
12. | मकरध्वज बटी | 1-2 गोली सुबह-शाम दूध के साथ। |
13. | नवजीवन रस | 1-2 गोली सुबह-शाम दूध के साथ। |
14. | अश्वगंधादि चूर्ण | 1-1 चम्मच 2 बार दूध के साथ। |
15. | शतावर्यादि चूर्ण | 1-1 चम्मच 2 बार दूध के साथ। |
16. | गोक्षुरादि चूर्ण | 1-1 चम्मच 2 बार दूध के साथ। |
17. | कामदेव चूर्ण | 1-1 चम्मच 2 बार दूध के साथ। |
18. | मूसल्यादि चूर्ण | 1-1 चम्मच 2 बार दूध के साथ। |
19. | रतिवल्लभ चूर्ण | 1-1 चम्मच 2 बार दूध के साथ। |
20. | रसायन चूर्ण | 1-1 चम्मच 2 बार दूध के साथ। |
मर्दाना कमजोरी
नोट- 1 चम्मच = 5 ग्रामस लगभग
21. | मूसली पाक | 1-1 चम्मच 2 बार दूध के साथ। |
22. | कौंच पाक | 1-1 चम्मच 2 बार दूध के साथ। |
23. | अश्वगंधा पाक | 1-1 चम्मच 2 बार दूध के साथ। |
24. | बादाम पाक | 1-1 चम्मच 2 बार दूध के साथ। |
25. | गोखरू पाक | 1-1 चम्मच 2 बार दूध के साथ। |
26. | ब्रह्म रसायन | 1-1 चम्मच 2 बार दूध के साथ। |
27. | अश्वगंधारिष्ट | 4-4 चम्मच भोजनोत्तर जल मिलाकर। |
28. | बलारिष्ट | 4-4 चम्मच भोजनोत्तर जल मिलाकर। |
29. | द्राक्षासव | 4-4 चम्मच भोजनोत्तर जल मिलाकर। |
30. | कामदेव घृत | 1-1 चम्मच सुबह-शाम दूध के साथ। |
31. | अश्वगंधा घृत | 1-1 चम्मच सुबह-शाम दूध के साथ। |
32. | फल घृत | 1-1 चम्मच सुबह-शाम दूध के साथ। |
33. | मदनानन्द मोदक | 1-1 रात में सोते समय दूध के साथ। |
34. | कामेश्वर मोदक | 1-1 रात में सोते समय दूध के साथ। |
35. | चन्द्रप्रभा बटी | 2-2 गोली 3 बार दूध के साथ। |
36. | श्री गोपाल तेल | सुबह-शाम लिंग पर मालिश करें। |
37. | अश्वगंधा तेल | सुबह-शाम लिंग पर मालिश करें। |
मर्दाना कमजोरी के प्रमुख आयुर्वेदिक शास्त्रीय व् पेटेंट सप्लीमेंट्स
HXN स्ट्रेंथ बूस्टरविज्ञान द्वारा समर्थित पारंपरिक ज्ञान- हजारों वर्षों से आयुर्वेद ने गोक्षुर को रोग प्रतिरक्षा बढ़ाने, कामोद्दीपक, मर्दाना ताकत बढ़ाने वाली तथा कायाकल्प जड़ी बूटी के रूप में उपयोग किया है।
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- पुरुषों में मर्दाना कमज़ोरी के लिए बेस्ट वाजीकार इलाज़
- चार से छे हफ्तों तक 2 गोलियाँ दिन में दो बार तथा उसके बाद 1 गोली दिन में दो बार की कम ख़ुराक या चिकत्सिक के निर्देश अनुसार् दी जानी चाहिए
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मर्दाना कमजोरी दूर करने की आयुर्वेदिक भस्में
हिंगुल भस्म
शुद्ध शिंगरफ (हिंगुल) 25 ग्राम को 120 ग्राम आक के दूध में इतना खरल करें कि दूध शुष्क हो जाये। तब उसकी एक टिकिया बना लें और 60 ग्राम नील के पौधे के पत्तों (वस्मा) को बारीक पीसकर आक के दूध में गूंधकर उसके अन्दर टिकिया रखकर गोला बना लें। फिर गोले को 250 ग्राम कच्चे धागे में लपेटें। तत्पश्चात् तिलों का तेल 250 ग्राम, शहद 250 ग्राम, गाय का घी 250 ग्राम सबको मिलाकर साफ कढ़ाई में डाल दे। इस गोले को लोहे की तार में बाँधकर कढाई के बीच में इस प्रकार लटकायें कि गोला मधु आदि की अन्दर डूबा रहे। कढ़ाई के नीचे आग जलायें। आग इतनी तेज कर दें कि कढ़ाई में आग लग जाये। जब सब कछ जल जाये तो शिंगरफ की टिकिया सावधानी से निकाल लें। यह बढ़िया शिंगरफ भस्म है।
मात्रा– 10 से 40 मि.ग्रा. तक मलाई या मक्खन में मिलाकर खिलायें।
यह भस्म असीम मर्दाना शक्ति उत्पन्न करती है। यहाँ तक कि जन्मजात नपुंसकता के अतिरिक्त हर प्रकार के नपुंसकों के लिये रामबाण है। जिन व्यक्तियों ने बचपन और जवानी के कुकर्मों से अपने आपको बर्बाद कर लिया हो उनके लिये यह भस्म अमृत समान है।
नवयुवकों और गर्म स्वभाव के व्यक्तियों को यह दवा प्रयोग न करायें तो अच्छा है। यदि करानी हो तो बहुत सावधानी से सर्दी में ही प्रयोग करायें। प्रयोगकाल में घी, दूध और मक्खन बहुत अधिक खिलायें।
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निष्कर्ष
सेक्सुअल प्रॉब्लम्स तथा यौनशक्ति या मर्दाना कमजोरी को दूर करने के लिए आयुर्वेद में अनेकों औषधियां है परंतु इन औषधियों का सही लाभ लेने के लिए पीड़ित व्यक्ति को आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह मशवरा कर इनका सेवन करना जरूरी है अन्यथा जिस लाभ के लिए आप यह औषधियां प्रयोग कर रहे हैं उनसे वंचित रहने की संभावना हमेशा बनी रहती है
ऐसा इसलिए है क्योंकि आयुर्वेदिक चिकित्सक रोगी की प्रकृति, सत्व व् समस्या का सही निदान करने के बाद ही सही औषध का निर्धारण कर आपकी समस्या का उपचार करता है आपके शरीर में दोषों का सही अवलोकन करने के बाद ही इन औषधियों का सही लाभ प्राप्त होता है अन्यथा नहीं, इसलिए कृपया इन औषधियों का सेवन करने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह मशवरा जरूर करें
- दूसरी जरूरी बात यह है कि इन आयुर्वेदिक दवाइयों के सेवन के दौरान स्वस्थ जीवन शैली को अपनाना, शराब, धूम्रपान या अन्य व्यसनों से दूर रहना, सात्विक आहार का सेवन करना तथा चिकित्सक के बताए अनुसार परहेज करना भी बहुत जरूरी है
मैंने इस आर्टिकल में आयुर्वेद में वर्णित मर्दाना कमजोरी के उपचार के लिए इस्तेमाल की जाने वाली प्रमुख आयुर्वेदिक औषधियों के बारे में संक्षिप्त जानकारी आपको प्रदान की है कृपया इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़ें तथा आगे शेयर करें, किसी भी प्रकार की अन्य जानकारी के लिए आप मुझे मेरे ईमेल पते पर संपर्क कर सकते हैं
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Disclaimer (मर्दाना कमजोरी की आयुर्वेदिक दवा)
इस लेख की सामग्री व्यावसायिक चिकित्सा सलाह(professional medical advice), निदान(diagnosis) या उपचार(ट्रीटमेंट) के विकल्प के रूप में नहीं है।
- चिकित्सीय स्थिति के बारे में किसी भी प्रश्न के लिए हमेशा चिकित्सीय(doctor कंसल्टेशन) सलाह लें।
उचित चिकित्सा पर्यवेक्षण(without proper medical supervision) के बिना अपने आप को, अपने बच्चे को, या किसी और का इलाज करने का प्रयास न करें।
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Information Compiled- by Dr. Vishal Goyal
Bachelor in Ayurvedic Medicine and Surgery
Post Graduate in Alternative Medicine MD (AM)
Email ID- [email protected]
Owns Goyal Skin and General Hospital, Giddarbaha, Muktsar, Punjab
“मर्दाना कमजोरी की आयुर्वेदिक दवा” पढने के लिए धन्यवाद…
सन्दर्भ:
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3705695/- ayurvedic aphrodisiac medicine study
https://www.charak.com/blog/sex-relationships/6-top-ayurvedic-medicines-for-low-sex-drive-in-male/-ayurvedic-medicines-for-low-male power study