सफेद मूसली के फायदे

सफेद मूसली के फायदे व नुकसान- Benefits and Side effects of Safed Musli in Hindi

वैसे तो आयुर्वेद में सेक्स पावर को बढ़ाने के लिए अनेकों जड़ी बूटियां उपलब्ध हैं परंतु उनमें से सबसे महत्वपूर्ण जड़ी बूटी सफेद मूसली है जिसके इस्तेमाल से कुछ ही दिनों में सेक्स पावर तथा मर्दाना कमजोरी में बहुत बढ़ोतरी होती है 

सफेद मुसली के फायदे केवल मर्दाना ताकत या सेक्स पावर को बढ़ाने तक ही सीमित नहीं है बल्कि अनेक प्रकार की अन्य शारीरिक समस्याएं जैसे बहुमूत्र रोग, दमा, गुर्दे के दर्द में, पेशाब में जलन होना, पेट दर्द इत्यादि में भी बहुत उपयोगी है

सफेद मूसली का इस्तेमाल आयुर्वेद के अलावा यूनानी तथा होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति में भी सफलतापूर्वक किया जाता है सफेद मूसली के गुणों तथा उपयोगिता को देखते हुए आजकल दुनिया के कई हिस्सों में इसकी खेती की जाती है

  • आयुर्वेद में सफेद मूसली को हर्बल वियाग्रा भी कहते हैं इसके औषधीय गुणों के कारण हजारों वर्षों से इसका प्रयोग आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में बहुत ही सफलता पूर्वक किया जा रहा है

आजकल बाजार में सफेद मुसली के कैप्सूल, पाउडर तथा पाक उपलब्ध है जिनका इस्तेमाल कोई भी व्यक्ति कर इसके गुणों का लाभ उठा सकता है 

हालांकि अभी तक सफेद मुसली के फायदे, नुकसान तथा औषधीय गुणों के बारे में वैज्ञानिक प्रमाण पूरी तरह उपलब्ध नहीं है


सफेद मूसली में पाए जाने वाले प्रमुख पोषक तत्व

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1 सफेद मूसली में पाए जाने वाले प्रमुख पोषक तत्व
1.3 सफेद मूसली के प्रमुख फायदे (Safed Musli benefits in hindi)

औषधीय गुणों की बात करें तो आयुर्वेद के अनुसार इस पौधे की जड़े (roots) सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती है जिनमें अनेक प्रकार के विटामिंस, खनिज तथा अन्य प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं 

  • जड़ों के अलावा इस पौधे की बीजों का इस्तेमाल भी किया जाता है 

सफेद मूसली में कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, सेपोनिनस तथा फाइबर जैसे पोषक तत्व तथा कैल्शियम, मैग्नीशियम व पोटैशियम जैसे प्रमुख खनिज प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं

  • वैज्ञानिक मतानुसार सफेद मूसली की रासायनिक संरचना का विश्लेषण करने पर ज्ञात होता है कि इसमें एस्पेरीगिन (Asparagine) एल्ब्यूमिन युक्त पदार्थ तथा सैलूलोज जैसे द्रव्य होते हैं

वैसे तो सफेद तथा काली मूसली के गुणों में काफी समानता होती है लेकिन फिर भी मूत्र तथा यौन विकारों में काली मूसली भी बहुत गुणकारी मानी जाती है


सफेद मूसली के औषधीय गुण

आयुर्वेद में सफेद मूसली की गाठ वाली जड़ों तथा बीजों का इस्तेमाल प्रमुख रूप से दवा के रूप में किया जाता है सफेद मूसली का सबसे ज्यादा प्रयोग सेक्सुअल समस्याओं को ठीक करने के लिए प्रमुख रूप से किया जाता है इसके अलावा यह जड़ी बूटी शारीरिक कमजोरी, नपुंसकता, मधुमेह तथा अर्थराइटिस के इलाज में भी सहयोगी है

  • जानवरों में किए गए वैज्ञानिक अनुसंधान के अनुसार सफेद मूसली का प्रयोग सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोन के स्तर को भी बढ़ाता है

आयुर्वेदिक मतानुसार सफेद मूसली रस में मधुर-तिक्त, गुण में भारी, गर्म तासीर वाली, वीर्यवर्धक, बलवर्धक, तंत्रिका तंत्र को बल देने वाली, स्तंभक, वात-पित्त रोगों का नाश करने वाली होती है

यह जड़ी बूटी बवासीर, दमा, शीघ्रपतन, वीर्य की कमी व मर्दाना कमजोरी को दूर करने में भी बहुत कारगर है

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सफेद मूसली को कैसे खाया जाता है?

आयुर्वेदिक चिकित्सक होने के नाते सफेद मूसली का प्रयोग किस प्रकार किया जाता है इसके बारे में मैंने यहां पर पूरे विस्तार से वर्णन किया है 

ऐसा इसलिए है क्योंकि सफेद मूसली के गुणों के बारे में ज्यादातर लोग काफी बातें जानते हैं परंतु इसके इस्तेमाल के बारे में आज भी ज्यादातर लोगों को पूरा ज्ञान नहीं है 

  • किसी भी औषध की मात्रा खाने वाले व्यक्ति की उम्र, उसका शारीरिक बल तथा प्रकृति के अनुसार अलग-अलग होती है जरूरत से ज्यादा मात्रा में सफेद मूसली का प्रयोग करना लाभ की जगह हानि पहुंचा सकता है

इसलिए इसकी खुराक क्या होनी चाहिए इसके लिए ध्यान दें कि आजकल सफेद मूसली बाजार में प्रमुख रूप से पाउडर, कैप्सूल तथा पाक के रूप में उपलब्ध है

आमतौर पर दी जाने वाली सफेद मूसली की सामान्य खुराक इस प्रकार है जैसे कि…

  • मूसली चूर्ण या पाउडर की मात्रा- 2 से 5 ग्राम दिन में एक से दो बार गर्म दूध के साथ
  • मूसली पाक की मात्रा- आधे से एक चम्मच दिन में एक से दो बार गर्म दूध के साथ
  • सफेद मूसली कैप्सूल- सामान्य व्यस्क व्यक्तियों के लिए दो कैप्सूल सुबह तथा दो कैप्सूल रात को गर्म दूध के साथ सेवन करने चाहिए

बाकी किसी भी व्यक्ति की उम्र, लिंग तथा रोग अनुसार यह मात्रा आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह पर कम या ज्यादा भी की जा सकती है


सफेद मूसली के प्रमुख फायदे (Safed Musli benefits in hindi)

आयुर्वेदिक मतानुसार सफेद मूसली प्रमुख रूप से वात तथा पित्त दोष का शमन करने वाली तथा कफ दोष को बढ़ाने वाली होती है इसलिए कफ प्रकृति वाले व्यक्तियों को इसका इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए इसके अलावा जिन लोगों को कफ के संबंधित समस्याएं रहती है ऐसे लोग सफेद मूसली का प्रयोग ना ही करें तो अच्छा है

  • काम उत्तेजक गुणों के कारण शीघ्रपतन तथा इरेक्टाइल डिस्फंक्शन ( इंद्री का ढीलापन) जैसी बीमारियों में सफेद मूसली का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है

सफेद मुसली के फायदे ओर क्या क्या है इसके बारे में आइए आगे जानते हैं जैसे कि…

१. सेक्स पावर बढ़ाने में कारगर

आयुर्वेद में सफेद मूसली को हर्बल वियाग्रा के नाम से भी जाना जाता है आयुर्वेदिक चिकित्सकों के अनुसार सफेद मूसली सबसे ज्यादा कारगर यौन शक्ति या मर्दाना ताकत को बढ़ाने में है

  • इस जड़ी बूटी का निरंतर सेवन करने से कम हुआ सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टरॉन धीरे धीरे बढ़ने लगता है जिन लोगों में काम उत्तेजना की कमी हो ऐसे लोगों के लिए सफेद मूसली का इस्तेमाल वरदान है

सेवन विधि- सेक्स पावर को बढ़ाने के लिए मुसली पाउडर को दो से 5 ग्राम की मात्रा में दिन में दो बार गर्म दूध के साथ लगातार 2 से 3 महीने सेवन करना चाहिए

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२. शीघ्रपतन रोकने में फायदेमंद (Safed Musli for Premature ejaculation)

आजकल की भागदौड़ वाली जिंदगी, गलत खानपान तथा अस्वस्थ जीवन शैली मानसिक तनाव के कारण अनेक पुरुषों में शीघ्रपतन की समस्या बहुत बढ़ गई है ऐसे लोगों के लिए सफेद मूसली का इस्तेमाल बहुत ही फायदेमंद है कोई भी व्यक्ति जो शीघ्रपतन से ग्रसित है बेफिक्र होकर किसी भी रूप में इस जड़ी बूटी का सेवन कर सकता है आयुर्वेद के अनुसार सफेद मूसली एक प्रसिद्ध शीघ्रपतन की दवा के रूप में जानी जाती है

सेवन विधि- ज्यादा बढ़िया परिणाम प्राप्त करने के लिए 2 से 5 ग्राम मूसली पाउडर में बराबर मात्रा में मिश्री मिलाकर दूध के साथ दिन में दो बार सेवन करने से कुछ ही दिनों में शीघ्रपतन की समस्या दूर हो जाती है

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३.स्वपनदोष दूर करने में सहायक (Safed Musli for Nightfall)

अगर आप स्वपनदोष की आयुर्वेदिक दवा के बारे में खोज पड़ताल कर रहे हैं तो मैं आपको बता दूं कि सफेद मूसली के इस्तेमाल से स्वपनदोष को रोका तो नहीं जा सकता परंतु ज्यादा स्वपनदोष होने के कारण आई हुई शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए सफेद मूसली का इस्तेमाल वरदान बराबर है

सेवन विधि- इसके लिए 5 से 10 ग्राम मुसली पाउडर को गुनगुने दूध के साथ दिन में दो बार खाना खाने से कम से कम आधा घंटा बाद लगातार 2 से 3 महीने तक सेवन करने से स्वपनदोष के कारण आई हुई शारीरिक कमजोरी दूर हो जाती है

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४. बॉडी बिल्डिंग में उपयोगी (Safed Musli for Body building)

सफेद मूसली के प्रमुख फायदों में सेक्स पावर को बढ़ाने के अलावा शारीरिक क्षमता तथा मांसपेशियों की ताकत बढ़ाना भी शामिल है जो लोग निरंतर जिम जाते हैं ऐसे लोगों के लिए सफेद मूसली एक बहुत ही बढ़िया सप्लीमेंट के तौर पर काम करती हैसफेद मूसली के फायदे

जो लोग शारीरिक रूप से कमजोर है या थोड़ी सी मेहनत करने के बाद थकावट महसूस करते हैं ऐसे लोगों के लिए सफेद मूसली का इस्तेमाल बहुत ही लाभकारी होता है

सेवन विधि- 5 से 10 ग्राम मूसली पाक को गुनगुने दूध के साथ दिन में दो बार लगातार दो से तीन महीनों के लिए सेवन करना चाहिए तथा साथ में बढ़िया प्रोटीन सप्लीमेंट का इस्तेमाल भी करना चाहिए


५. इंद्री का ढीलापन (Safed Musli for Erectile dysfunction)

लंबे समय से चला आ रहा मानसिक तनाव, डिप्रेशन या किसी भी दीर्घकालिक रोग के कारण अनेक पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन जिसे इंद्री का ढीलापन भी कहते हैं यह समस्या उत्पन्न हो जाती है जिसकी वजह से ऐसे लोग संभोग करने में बिल्कुल असक्षम हो जाते हैंसफेद मूसली के फायदे

इसके अलावा मधुमेह या डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति भी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का शिकार हो जाते हैं ऐसे व्यक्तियों के लिए सफेद मूसली का निरंतर इस्तेमाल बहुत ही फायदेमंद है कुछ ही दिनों में इसके परिणाम पीड़ित व्यक्ति में दिखने लगते हैं

सेवन विधि- सफेद मूसली के कैप्सूल दो सुबह तथा दो शाम को गर्म दूध के साथ लगातार दो से 3 महीने तक सेवन करने से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या में बहुत सुधार होता है

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६. नपुंसकता में उपयोगी (Safed Musli for Impotency)

जिन पुरुषों के वीर्य में शुक्राणुओं की कमी पाई जाती है ऐसे व्यक्तियों के लिए सफेद मूसली का निरंतर प्रयोग बहुत ही फायदेमंद है वैज्ञानिक शोध के अनुसार सफेद मूसली वीर्य के उत्पादन तथा गुणवत्ता में बहुत सुधार करती है

  • नपुंसकता से पीड़ित व्यक्तियों को सफेद मूसली के साथ-साथ अश्वगंधा, बीज विधारा, क्रौंच बीज तथा शिलाजीत आदि द्रव्यों का इस्तेमाल भी करना चाहिए

सेवन विधि- नपुंसकता से पीड़ित पुरुषों को मूसली पाक 10 ग्राम की मात्रा में गाय के गर्म दूध के साथ सुबह शाम लगातार दो से तीन महीनों तक सेवन करना चाहिए व् इसके साथ साथ किसी भी प्रकार का व्यसन जैसे मदिरापान, धूम्रपान आदि को बिल्कुल त्याग देना चाहिए


७. शुक्राणुओं की क्वालिटी में सुधार (Safed Musli improves Sperm quality)

जिन पुरुषों में शुक्राणुओं की कमी (Oligospermia) पाई जाती है या शुक्राणु बिल्कुल भी नहीं (Azoospermia) पाए जाते ऐसे व्यक्तियों के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा के अनुसार सफेद मूसली का प्रयोग बहुत ही लाभकारी हैसफेद मूसली के फायदे

हालांकि इसके पीछे अभी तक कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है परंतु फिर भी हमने अनेकों रोगियों पर इसका परीक्षण कर बढ़िया परिणाम प्राप्त किए हैं

सेवन विधि- अश्वगंधा पाक 5 से 10 ग्राम की मात्रा में गाय के गर्म दूध के साथ दिन में दो बार लगातार 3 महीने तक सेवन करने के बाद दोबारा शुक्राणुओं की जांच कर परिणाम देखना चाहिए

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८. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर (Safed Musli for Immunity)

हमने अनेक प्रकार के ऐसे रोगी जिनमें सर्दी, जुकाम या अन्य तरह के वायरल संक्रमण होने की संभावना ज्यादा रहती है या जिनकी किसी भी बीमारी के कारण रोगों से लड़ने की शक्ति कम (Low immunity) हो जाती है ऐसे व्यक्तियों के लिए सफेद मूसली का इस्तेमाल रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को बढ़ाने के लिए बहुत फायदेमंद होता है

सेवन विधि – कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्ति मूसली पाक या पाउडर या कैप्सूल किसी का भी इस्तेमाल लगातार कुछ महीने कर सकते हैं सफेद मुसली के इन लोगों की मात्रा ऊपर लिखी गई है


९. वजन बढ़ाने में सहायक (Safed Musli for Weight Gain)

ज्यादा दुबले पतले शारीरिक कमजोरी से ग्रस्त ऐसे व्यक्ति जिनका वजन जरूरत से ज्यादा कम है ऐसे व्यक्तियों के लिए सफेद मूसली, अश्वगंधा, शतावरी, क्रौंच बीज इत्यादि जड़ी बूटियों से तैयार किया गया पाउडर बहुत ही उपयोगी होता है

सेवन विधि- सफेद मूसली, अश्वगंधा तथा शतावरी बराबर मात्रा में मिलाकर पाउडर तैयार कर लें फिर इसमें बराबर वजन की मिश्री का पाउडर मिला दे 

इस मिश्रण का सेवन 10 से 20 ग्राम की मात्रा में दूध के साथ दिन में दो बार लगातार 2 से 3 महीने तक करने से कम हुआ शारीरिक वजन बढ़ने लगता है ऐसा हमने अनेकों रोगियों में आजमाया है


१०. वजन कम करने में सहायक (Safed Musli for Weight-loss)

सफेद मूसली का दूध के साथ सेवन करने से वजन बढ़ता है यह बात तो सभी जानते हैं परंतु सही आहार तथा आहार में कैलरी डेफिसिट (Calorie Deficit) नियम का सही पालन व साथ में सफेद मुसली पाउडर का गर्म पानी के साथ सेवन करने से वजन घटाने में भी बहुत मदद मिलती है

सेवन विधि- वजन घटाने के लिए आधा चम्मच मूसली पाउडर को गर्म पानी के साथ शारीरिक व्यायाम करने के कुछ देर बाद सेवन करना चाहिए, सही लाभ प्राप्त करने के लिए उचित आहार-विहार तथा स्वस्थ जीवन शैली को अपनाना भी जरूरी है


११. मूत्र संबंधी रोग को दूर करने में कारगर (Safed Musli for Urine infections)

पेशाब संबंधी दिक्कतें जैसे पेशाब करते समय जलन होना, पेशाब का बार बार आना इत्यादि समस्याओं को ठीक करने के लिए सहायक औषध के रूप में सफेद मूसली का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद है

  • इसके अलावा महिलाओं में होने वाली लिकोरिया या सफेद पानी की समस्या में भी सफेद मूसली का इस्तेमाल बहुत लाभकर है कुछ ही दिन लगातार सफेद मूसली का इस्तेमाल करने से श्वेत प्रदर या लिकोरिया की समस्या ठीक हो जाती है

सेवन विधि- इसके लिए सफेद मुसली पाउडर को 5 से 10 ग्राम की मात्रा में दिन में दो बार गुनगुने दूध के साथ लिया जा सकता है


१२. कैंसर से बचाव में उपयोगी (Safed Musli for Prevention of Cancer)

कई विशेषज्ञों के अनुसार सफेद मूसली का निरंतर सेवन करने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है 

  • जिस कारण शरीर की इम्यूनिटी मजबूत हो जाती है ऐसी स्थिति में कैंसर करने वाली कोशिकाओं के बढ़ने का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है जिससे कैंसर के बचाव में बहुत मदद मिलती है

सेवन विधि- इसके लिए मूसली पाउडर को 2 से 5 ग्राम की मात्रा में दिन में दो बार गर्म दूध के साथ सेवन करना चाहिए


१३. जोड़ों के रोगों में उपयोगी (Safed Musli Benefits in Arthritis)

आयुर्वेद के अनुसार जोड़ों में होने वाले दर्द का कारण वात दोष को प्रमुख रूप से माना जाता है सफेद मूसली में वात दोष को शमन करने के गुण होने के कारण यह जोड़ों के दर्द में बहुत ही उपयोगी जड़ी बूटी है

  • इसके अलावा बुजुर्गों में होने वाली अर्थराइटिस की समस्या में सफेद मूसली का प्रयोग बहुत ही फायदेमंद होता है यह हड्डियों के साथ-साथ शारीरिक शक्ति में भी बढ़ोतरी करता है

सेवन विधि- इसके लिए सफेद मूसली पाउडर 2 से 5 ग्राम की मात्रा में गुनगुने दूध के साथ दिन में दो बार सेवन करना चाहिए


सफेद मूसली प्रयोग के समय सावधानियां व नुक्सान (Precautions while using Safed Musli)

सफेद मुसली के फायदे बहुत ज्यादा हैं इस बात में कोई भी संदेह नहीं है लेकिन जरूरत से ज्यादा मात्रा में या गलत तरीके से सफेद मूसली का इस्तेमाल आपकी सेहत के लिए नुकसानदेह भी हो सकता है

  • इसलिए इस्तेमाल से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह मशवरा जरूर करना चाहिए ताकि वह आपके शारीरिक बल तथा प्रकृति के अनुसार सही मात्रा का निर्धारण कर सके

वैसे तो सफेद मूसली के नुकसान से संबंधित कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है फिर भी कई आयुर्वेदिक चिकित्सक इसके इस्तेमाल से जुड़े नुकसानो के बारे में निम्नलिखित बातें बताते हैं जैसे कि… 

भूख में कमी होना

  • जरूरत से ज्यादा मात्रा में सफेद मूसली का इस्तेमाल करने से भूख में कमी हो सकती है इसलिए निर्धारित मात्रा का इस्तेमाल करना ही सही रहता है

गर्भावस्था एवं स्तनपान में

  • वैसे तो गर्भावस्था या स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए सफेद मूसली के उपयोग के बारे में कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध तो नहीं है फिर भी इस्तेमाल से पहले स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह मशवरा जरूर करना चाहिए

कफ का बढ़ना

  • आयुर्वेद के अनुसार सफेद मूसली कफ दोष को बढ़ाती है इसलिए जिन व्यक्तियों में कफ दोष से संबंधित समस्याएं रहती हैं ऐसे व्यक्तियों को चिकित्सक की देखरेख में ही सफेद मूसली का प्रयोग करना चाहिए अन्यथा लाभ की जगह हानि हो सकती है

पाचन तंत्र पर असर

अगर किसी व्यक्ति की पाचन शक्ति कम है तो ऐसी स्थिति में सफेद मुसली पाउडर का इस्तेमाल ध्यान से करना चाहिए ऐसा इसलिए है क्योंकि सफेद मूसली पचने में भारी होती है तथा देर से पचती है जिस कारण कमजोर पाचन तंत्र वाले व्यक्ति को पाचन संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं

विशेष ध्यान दें- हमने अपने चिकित्सा अनुभव में यह बात पाई है कि सफेद मूसली लगभग लोगों को फायदा ही करती है इसके नुकसान ना के बराबर ही देखने को मिलते हैं इसलिए आप बेफिक्र होकर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं

मैंने आयुर्वेदिक चिकित्सक होने के नाते सफेद मूसली के फायदे तथा नुकसानो के बारे में पूरा विस्तृत वर्णन कर दिया है आप इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़ें तथा इसका सही लाभ उठाएं


सफेद मूसली के ऑनलाइन मिलने वाले प्रमुख ब्रांड

वैसे तो सफेद मूसली का पाउडर, कैप्सूल या पाक आसानी से बाजार में मिल जाता है परंतु फिर भी कई बार उपलब्ध ना होने के कारण आप इनको नीचे दिए गए ऑनलाइन एफिलिएट लिंक के द्वारा भी खरीद सकते हैं 

मैंने यहां पर उच्च गुणवत्ता वाले सफेद मूसली पाउडर, कैप्सूल तथा पाक के बारे में आपको अवगत करवाया है

१. Baidyanath Musli Pak Enriched with Jaiphal – Javitri – 100 g-सफेद मूसली के फायदे२. Patanjali VADMANS Moosli Pak Physical Strength, Increase in Body Weight and Performance, 200g-सफेद मूसली के फायदे

३.Safed Musli Roots-100gm|100% Natural White Musli| Swet Musli |Chlorophytum Borivilianum for Strength, Performance and Virality, Improves Sleep and Relieves Arthritis pain-सफेद मूसली के फायदे४. BBETTER VEDA Safed Musli Powder Tablets | White Musli Powder herb for Immunity booster, Improves Performance & Stamina for Men (मूसली की गोलियां)-सफेद मूसली के फायदे५. Attar Ayurveda Safed Musli Powder (मूसली चूर्ण)-सफेद मूसली के ऑनलाइन मिलने वाले प्रमुख ब्रांड


FAQ

Q सफेद मुसली खाने से क्या लाभ होता है?

A सफेद मूसली के नियमित सेवन से यौनशक्ति में बढ़ोतरी होती है इसके साथ साथ इरेक्टाइल डिस्फंक्शन, शीघ्रपतन, स्वपनदोष, धातु रोग, वीर्य प्रमेह जैसी समस्याएं दूर होने लगती है


Q सफेद मूसली कितने दिनों में असर दिखाता है?

A नियमित प्रयोग करने से मात्र 15 से 20 दिनों में इसके असर जैसे शारीरिक ऊर्जा में वृद्धि, सेक्स पावर का बढ़ना इत्यादि सेवन करने वाले को महसूस होने लगते हैं


Q सफेद मूसली दूध में मिलाकर पीने से क्या होता है?

A सफेद मूसली को दूध में मिलाकर पीने से वीर्य की गुणवत्ता में वृद्धि होती है नपुंसकता दूर होती है शारीरिक कमजोरी तथा थकावट ठीक होने लगती है साथ ही साथ शरीर अधिक ऊर्जावान महसूस करता है


Q सफेद मूसली खाने पर क्या परहेज करना चाहिए?

A सफेद मूसली पचने में भारी होती है इसलिए इसके सेवन के दौरान हल्का तथा सुपाच्य आहार ग्रहण करना चाहिए और धूम्रपान तथा मदिरापान का त्याग कर देना चाहिए


Q सफेद मूसली कब खाना चाहिए?

A अगर आप सेक्सुअल समस्याओं से पीड़ित होने की वजह से इसका सेवन कर रहे हैं तो ऐसी स्थिति में सफेद मूसली के दो कैप्सूल या गोली सुबह शाम खाना खाने से कम से कम आधा घंटा बाद गर्म दूध के साथ इस्तेमाल करने चाहिए


Q क्या सफेद मूसली गर्मी में खा सकते हैं?

A जी हां, इसका इस्तेमाल गर्मी के दिनों में भी किया जा सकता है परंतु गर्म तासीर होने के कारण सर्दियों में इसका सेवन ज्यादा लाभकारी है


Q सफेद मूसली के नुकसान क्या है?

A भारी होने की वजह से ज्यादा मात्रा में सेवन करने पर पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं इसके अलावा यह बिल्कुल सुरक्षित औषधि है


Q सफेद मूसली की तासीर क्या है?

A आयुर्वेद मतानुसार सफेद मूसली तासीर में गर्म स्वाद में मधु तथा गुणों में भारी होती है


Q क्या हम रात के खाने में मूसली खा सकते हैं?

A जी हां, वैसे तो इसमें कोई भी दिक्कत परेशानी नहीं है फिर भी भारी होने के कारण पाचन संबंधी समस्या हो सकती है इसलिए ज्यादा बेहतर है कि इसका सेवन खाने के कम से कम आधा घंटा बाद में किया जाए


Q सफेद मुसली के लिए कौन सी कंपनी बेस्ट है?

A वैसे तो बैद्यनाथ, पतंजलि जैसी सभी आयुर्वेदिक कंपनियां सफेद मूसली उत्पाद बनाने के लिए बढ़िया हैं फिर भी हर्बल हिल्स आयुर्वेदिक कंपनी के मूसली उत्पाद अत्यधिक गुणवत्ता वाले होते हैं


Q सफेद मूसली कितनी मात्रा में लेनी चाहिए?

A सफेद मूसली का चूर्ण 2 से 5 ग्राम तक की मात्रा में सेवन करना चाहिए, मूसली कैप्सूल या गोली एक से दो की संख्या में सुबह शाम गर्म दूध के साथ लेने चाहिए


Q सफेद मुसली 1 किलो कितने की है?

A सूखी हुई बढ़िया क्वालिटी की सफेद मूसली 900 रूपए से लेकर 1500 रुपए तक प्रति किलो के हिसाब से बिकती है


Q अश्वगंधा और सफेद मूसली में क्या अंतर है?

A अश्वगंधा और सफेद मूसली दोनों ही जड़ी बूटियां आयुर्वेद के अनुसार वाजीकरण है अश्वगंधा का प्रयोग ज्यादातर मस्तिष्क तथा तंत्रिकाओं से संबंधित रोगों में किया जाता है जबकि सफेद मूसली का इस्तेमाल वीर्य की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए ज्यादातर किया जाता है


निष्कर्ष (सफेद मूसली के फायदे)

आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में ऐसी कई जड़ी बूटियां है जिनके इस्तेमाल से शारीरिक, मानसिक तथा सेक्सुअल स्वास्थ्य को बहुत फायदा मिलता है 

  • सफेद मूसली आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण जड़ी बूटी है जिसका निरंतर सेवन अनेक प्रकार की सेक्स से जुड़ी समस्याएं जैसे इंद्री का ढीलापन, शीघ्रपतन, स्वपनदोष, शुक्राणुओं की कमी, नपुंसकता, मर्दाना शक्ति में कमी के साथ-साथ शारीरिक तथा मानसिक कमजोरी को दूर करने में भी बहुत कारगर औषध है

कोई भी व्यक्ति इसका इस्तेमाल पाउडर, कैप्सूल या अव्लेह पाक के रूप में बेफिक्र होकर कर सकता है इससे किसी भी प्रकार का कोई भी विशेष दुष्प्रभाव नहीं होता, हां अगर आप पहले से किसी दीर्घकालिक बीमारी से पीड़ित हैं तो ऐसी अवस्था में आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह मशवरा कर इसका प्रयोग कर सकते हैं

सफेद मुसली के फायदे व नुकसान क्या हो सकते हैं इसका पूरा विवरण मैंने यहां प्रस्तुत कर दिया है ज्यादा जानकारी के लिए आप मुझे मेरे ईमेल पते पर भी संपर्क कर सकते हैं


Disclaimer (सफेद मूसली के फायदे)

इस लेख की सामग्री व्यावसायिक चिकित्सा सलाह(professional medical advice), निदान(diagnosis) या उपचार(ट्रीटमेंट) के विकल्प के रूप में नहीं है।

  • चिकित्सीय स्थिति के बारे में किसी भी प्रश्न के लिए हमेशा चिकित्सीय(doctor कंसल्टेशन) सलाह लें।

उचित चिकित्सा पर्यवेक्षण(without proper medical supervision) के बिना अपने आप को, अपने बच्चे को, या किसी और का  इलाज करने का प्रयास न करें।

इसे भी पढ़ें “टाइफाइड की जांच in हिंदी”

Information Compiled- by Dr. Vishal Goyal

Bachelor in Ayurvedic Medicine and Surgery

Post Graduate in Alternative Medicine MD (AM)

Email ID- [email protected]

Owns Goyal Skin and General Hospital, Giddarbaha, Muktsar, Punjabwriter-

“सफेद मूसली के फायदे” पढने के लिए आपका धन्यवाद…


सन्दर्भ:

https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3902593/- Clinical evaluation of root tubers of Shweta Musali Study

https://ijpmr.org/pdf/1-Chlorophytum-borivilianum-Safed-musli-A-Vital-Herbal-Drug.pdfsafed musli aphrodisiac effects study


 

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