घुटने के दर्द के लिए घरेलू व सारे उपचार

घुटने के दर्द के लिए घरेलू व सारे उपचार

घुटने के दर्द के लिए घरेलू व सारे उपचार…

जो चाहें वो पढ़ें hide
3 ७. पेल्विक इन्फ्लेमेटरी डिजीज…
3.4 घुटनों के दर्द या संधिवात के घरेलू उपाय (Home remedies of knee joint pain)…
  • घुटने के दर्द के लिए घरेलू व सारे उपचार जानने से पहले आपको घुटनों का दर्द क्या होता है या क्यों होता है,
  • इसके बारे में थोड़ा जाना चाहिए,
  • असलियत में घुटनों का दर्द एक आम समस्या है जो कि बढ़ती उम्र के साथ लगभग हर व्यक्ति को होती है,
  • महिलायों में खासकर जो मोटापे से पीडित है उनमे संधिवात ज्यादा होती है,
  • इसे आम भाषा में ओस्टियोआर्थराइटिस कहते हैं इसमें इटिस(itis)का मतलब है सूजन,
  • और आयुर्वेद में वात दोष की वृद्धि के कारण होने वाली एक समस्या मानते हैं,
  • जैसे उम्र बढ़ने के साथ हमारी आंखें कमजोर पड़ जाती हैं उसी प्रकार हमारे घुटने भी कमजोर पड़ने लगते हैं,
  • या यह कहें कि घुटने उम्र के साथ घिस जाते हैं क्योंकि सारी उम्र यह घुटने हमारे शरीर का वजन उठाते हैं,
  • तो इनका घिस जाना स्वाभाविक है, इसकी सबसे बड़ी समस्या बहुत ज्यादा दर्द या सूजन है,
  • जिसके कारण व्यक्ति चलने फिरने में असमर्थ हो जाता है और इसका कोई पक्का इलाज भी नहीं है,

what is knee replacement?

आधुनिक चिकित्सा क्षेत्र में नी रिप्लेसमेंट(knee replacement) यानी कि,

  • शल्य चिकित्सा की सहायता से घुटने के जोड़ को बदलना एकमात्र विकल्प रह जाता है,
  • लेकिन शल्य चिकित्सा करवा लेने के बावजूद भी कई लोगों को इस समस्या से निजात नहीं मिलता,
  • और वह बिल्कुल ही चलने फिरने में असमर्थ हो जाते हैं इसलिए हमारी कोशिश है कि ऐसी चिकित्सा को करवाने से पहले,
  • हमें हर वह उपाय चाहे वह आयुर्वेदिक हो या होम्योपैथिक हो या फिर कोई घरेलू नुस्खा हो,
  • जिससे हमें मदद मिल सके हमें वह अपनाना चाहिए और साथ में यह भी जानना आवश्यक है,

की घुटनों के दर्द का कारण कोई और बीमारी तो नहीं है|


घुटनों के दर्द(संधिवात) के कारण (Causes of Knee Pain)…

  • घुटने के दर्द का सबसे प्रमुख कारण उम्र के साथ होने वाली घुटने के जोड़ में चिकनाहट की कमी या कहें ओस्टियोआर्थराइटिस है,
  • घुटने के दर्द के 90% से ज्यादा पेशेंट इसी समस्या से पीड़ित होते हैं,

इसके अलावा कुछ अन्य प्रमुख कारण इस प्रकार है जैसे कि…

१. गाउट या वातरक्त(Gout)…

यह समस्या रक्त में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाने के कारण होती है,

  • इस समस्या में शरीर के लगभग सभी जोड़ प्रमुख रूप से हाथों व पैरों की उंगलियों के जोड़ प्रभावित होते हैं,
  • परंतु कई लोगों में यूरिक एसिड के कारण घुटनों के दर्द की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है,
  • इसमें एक बात ध्यान देने वाली यह है कि अगर यूरिक एसिड के कारण घुटनों की समस्या आती है,
  • तो यह ज्यादातर केसों में जवानी की उम्र में ही दिखाई देने लगती है,
  • जबकि जो ओस्टियोआर्थराइटिस होता है वह 50 साल की उम्र के बाद होने वाली समस्या है,
  • जो कि एक प्राकृतिक समस्या है इसलिए आपको इलाज से पहले यह सुनिश्चित करना चाहिए कि,
  • कहीं घुटनों के दर्द का कारण यूरिक एसिड तो नहीं है,
  • क्योंकि प्राकृतिक कारण को छोड़कर घुटनों के दर्द का दूसरा अहम कारण यूरिक एसिड ही होता है,
  • ऐसा आमतौर पर पेशेंट्स में देखा जाता है,

इसके अलावा कुछ और भी बीमारियां हैं जिनके कारण भी घुटने की समस्या आ जाती है जैसे कि…

२.रूमेटाइड अर्थराइटिस या आमवात(Rheumatoid Arthritis)…

  • इससे आम भाषा में गठिया भी बोलते हैं,
  • और यह यूरिक एसिड के बाद घुटनों को प्रभावित करने वाली सबसे प्रमुख बीमारी है,
  • गठिया का कारण तथा इलाज अभी तक पूरी दुनिया में खोजा नहीं जा सका है,
  • इसमें केवल लक्षणों के आधार पर दवाइयां दी जाती हैं और दर्द को कंट्रोल किया जाता है,
  • यह एक प्रकार का ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है जिसमें मरीज के रक्त में कुछ ऐसे टॉक्सिंस बन जाते हैं,
  • जो उसके ही शरीर के जोड़ों को खराब करने लगते हैं यह समस्या बहुत ही खतरनाक है,
  • और इससे बच्चे बूढ़े या स्त्रियां कोई भी नहीं बच पाया है,
  • गठिया का अटैक हमारे शरीर के किसी भी जोड़ पर हो सकता है,
  • कई बार घुटने के दर्द का मेन कारण गठिया भी होता है,

इसलिए घुटनों के दर्द के इलाज से पहले इस बात को क्लियर करना बहुत जरूरी है कि कहीं आपको गठिया की समस्या तो नहीं हैं

३. सामान्य अर्थराइटिस…

घुटने के दर्द के लिए घरेलू व सारे उपचार
आर्थराइटिस
  • सामान्य अर्थराइटिस यूरिक एसिड या गठिया व की तरह कोई खतरनाक समस्या नहीं है,
  • यह तो बस एक आम समस्या है जो किसी भी व्यक्ति को किसी भी समय प्रभावित करती है,
  • तथा थोड़े से उपचार के बाद बिल्कुल ठीक हो जाती है,
  • इस प्रकार की अर्थराइटिस में भी घुटने तथा शरीर के अन्य जोड़ प्रभावित होते हैं,
  • तथा उन सभी जोड़ों में दर्द व सूजन के लक्षण दिखाई देते हैं,
  • इसलिए घुटनों के दर्द के इलाज से पहले यह सुनिश्चित कर लेना भी अति आवश्यक है,

कि यह है अर्थराइटिस सामान्य है यह गंभीर जैसे कि रूमेटाइड अर्थराइटिस या गठिया |

४. Bursitis… 

  • इस प्रकार की समस्या में भी घुटने के जोड़ में कॉफी दर्द होता है,

इस प्रकार की समस्या किसी चोट लगने के कारण घुटने में आती है

५. Tendinitis…

  • यह भी चोट के कारण होने वाली घुटने घुटने के दर्द की एक समस्या है

६. Sprain and Strain…

  • इससे आम भाषा में झटका लगना या मोच आना भी कहते हैं,

और कई बार इसके कारण भी घुटने में असहनीय पीड़ा होती है

७. पेल्विक इन्फ्लेमेटरी डिजीज…

  • PID या पेल्विक इन्फ्लेमेटरी डिजीज एक प्रकार की बैक्टीरियल या वायरल संक्रमण के कारण होने वाली गंभीर समस्या है,
  • यह मुख्यता श्रोणि एरिया(Pelvic region) को प्रभावित करती है,
  • परंतु कई बार इसका असर घुटनों में भी हो जाता है,
  • जिसके कारण एकदम से घुटनों में काफी ज्यादा सूजन तथा दर्द की शिकायत हो जाती है,
  • इस समस्या का सही से निदान कर इलाज करवाना चाहिए,

८. बेकर्स सिस्ट…

  • सिस्ट का मतलब होता है गांठ मतलब इस समस्या में घुटने के जोड़ में कुछ एक प्रकार की गांठे बन जाती हैं,
  • जिनके कारण घुटनों में सूजन आती है और काफी दर्द होता है इस समस्या का सही से निदान करना बहुत जरूरी है,
  • इसके अतिरिक्त अन्य प्रकार के और भी कारण घुटनों के दर्द के हो सकते हैं,
  • लेकिन हम यहां पर सबसे ज्यादा आम कारण जैसा कि ऊपर बताया गया है,

घुटनों के जोड़ों का घिस जाना जिसे ओस्टियोआर्थराइटिस कहते हैं उसके इलाज पर चर्चा करेंगे…


घुटनों के दर्द,संधिवात(osteoarthritis)के लक्षण (Symptoms of Knee Pain)…

  • पैरों के भार बैठकर खड़ा ना हो सकना ओस्टियोआर्थराइटिस का सबसे प्रमुख लक्षण है,

इसमें एक बार मरीज जब पैरों के बल जमीन पर बैठता है तो जब हम उसे खड़ा होने के लिए कहते हैं,

  • तो इसके लिए उसे बहुत ज्यादा कठिनाई का सामना करना पड़ता है इसके अतिरिक्त,
  • चलने फिरते समय घुटनों में असहनीय दर्द का होना,
  • घुटनों में सूजन का दिखाई देना,
  • चलते वक्त घुटनों में कड़कड़ की आवाज सुनाई देना,
  • इसके अतिरिक्त शरीर के अन्य joints में भी कभी कभी सूजन का होना,
  • TENDERNESS मतलब घुटने को दबाने पर असहनीय पीड़ा का होना,
  • भारतीय शौचालय में बैठते वक्त परेशानी का होना,
  • चौकड़ी मारकर बेठ ना सकना,

ठंड के मोसम में दर्द का बढ़ जाना इतियादी आम लक्षण होते है


घुटनों के दर्द,संधिवात(osteoarthritis)का निदान….

  • आमतोर पर डाक्टर मरीज़ की चाल देखकर ही इसका निदान कर लेते है,
  • परन्तु फिर भी ऊपर लिखी अन्य प्रकार की घुटनों की अन्य बीमारियों जैसे यूरिक एसिड या गठिया आदि से,
  • इसका सही से निदान करना अति आवश्यक है,
  • इसके लिए कुछ टेस्ट किए जाते हैं जिनमें प्रमुख रूप से किए जाने वाले टेस्ट नीचे लिखे हैं,
  • यह टेस्ट बाजू से रक्त का नमूना देकर आसानी से करवाए जा सकते हैं…

1. RA FACTOR

2. SERUM URIC ACID

3. ESR

4. CRP

घुटने के दर्द के लिए घरेलू व सारे उपचार
संधिवात

5. X-RAY…घुटने की कंडीशन सही से पता लगाने के लिए मतलब,

  • कितना डैमेज knee joint में हुआ है उसका सही से पता लगाने के लिए कई बार MRI भी करवाई जाती है,

ये सब रोगी की कंडीशन पर निर्भर करता है


 

घुटनों के दर्द या संधिवात के घरेलू उपाय (Home remedies of knee joint pain)…

  • वैसे तो osteoarthritis या संधिवात या कहे घुटनो का दर्द इसके अनेको घरेलू उपाय internet पर उपलब्ध हैं,
  • पर में आपको सिर्फ वही उपाय बताऊंगा जो हमने अपने patients पर आजमाये है व उनके काफी बेहतर results देखें है,

इनमे से सबसे पहला उपाय है


हरसिंगार या पारिजात(night jasmine) के पत्तो से बना काढ़ा… 

  • ये plant हर तरह की arthritis फिर चाहे वह uric acid(वातरक्त इन आयुर्वेद) के कारण हुआ हो या चाहे,
  • गठिया(rheumatoid arthritis) के कारण और चाहे वह संधिवात(osteoarthritis) के कारण हो,
  • हर प्रकार की अर्थराइटिस को ठीक करने में सक्षम है,
  • इसके लिए आपको रात को हरसिंगार के पौधे के 5 से 7 पत्ते लेने हैं,
  • व उनको थोड़े से पानी की मदद से रगड़ के चटनी की तरह बना लेना है,
  • इसके लिए आपको खरल या ग्राइंडर का प्रयोग करना होगा,
  • फिर उस चटनी को एक गिलास पानी में डालकर गर्म करने के लिए रख दें,
  • और जब यह पानी आधा गिलास रह जाए, तो उसे चूल्हे से उतार के रख लें और,
  • अगली सुबह खाली पेट आपको यह काढ़ा पीना है और इसे पीने से आधा घंटा बाद तक कुछ भी नहीं खाना पीना है,
  • इस प्रक्रिया को आपको लगातार 2 से 3 महीने तक अपनाना है,
  • और यकीन मानिए हमने अपनी क्लिनिकल प्रैक्टिस में इससे अच्छा रिजल्ट,
  • या इससे अच्छा घरेलू नुस्खा घुटनों के दर्द के लिए या किसी भी प्रकार की अर्थराइटिस के लिए कोई और नही देखा है,
  • इसके सेवन करने के 5 से 7 दिन के बाद ही जोड़ों की सूजन है वह कम होने लगती है, व दर्द में भी काफी राहत मिलती है,

आप निसंकोच इस घरेलू नुस्खे को किसी भी प्रकार के हैं जोड़ों के दर्द के लिए आजमा सकते हैं,

घुटने के दर्द के लिए घरेलू व सारे उपचार में ये पहले स्थान पर है 

विशेष रूप से ध्यान दे… 
  • विशेष रुप से ध्यान देने वाली बात यह है कि आयुर्वेद में कोई भी दवा मरीज की प्रकृति के अनुसार दी जाती है,
  • जैसे कि कई लोगों की प्रकृति वात, पित या कफ होती हैं ,
  • उनकी प्रकृति का सही से निर्धारण कर दवा देने से और साथ में प्रकृति के अनुसार आहार-विहार का सेवन करवाने से,
  • और भी अच्छे रिजल्ट्स मिल सकते हैं,

इसलिए आपको आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श कर सही से अपनी प्रकृति का निर्धारण कर उपचार करवाना चाहिए


अन्य घरेलू नुस्खे संधिवात के लिए…

पंचतिक्त घृत का प्रयोग…
  • संधिवात में हम एक चम्मच शुद्ध गाय का देसी घी या पंचतिक्त घृत का प्रयोग सुबह शाम गुनगुने दूध के साथ भी कर सकते हैं,
  • ऐसा करने से संधियों में जो शुष्कता(dryness) जाती है वह दूर होती है,
  • व लंबे समय तक इसका प्रयोग करने से काफी रिलीफ मिलता है गाय के शुद्ध देसी घी के आयुर्वेद में अनेकों फायदे बताए गए हैं

संधिवात में हम आयुर्वेद में प्रचलित कई प्रकार के काढ़े  भी इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे कि,

  • दशमूल काढ़ा,
  • देवदारू का काढा,
  • एरडमूल का काढ़ा आदि,

इनकी 10 से 20 ml  की मात्रा सुबह शाम लेने से काफी लाभ मिलता है पर याद रखें इससे आधा घंटा आगे या पीछे कुछ भी न खायें |

अश्वगंधा चूर्ण…
  • संधिवात में अश्वगंधा चूर्ण का प्रयोग भी किया जाता है,

इसकी 4 से 5 ग्राम की मात्रा दूध के साथ सुबह-शाम लेने से काफी राहत मिलती है,

बबूल(कीकर)फली का चूर्ण(acacia arabica)…
  • ये चूर्ण २ से ३ ग्राम दिन में दो बार शुद्ध शहद के साथ लेने से भी संधिवात में आराम मिलता है, 
एरंड,निर्गुन्डी व लहसुन का पेस्ट…
  • इसके इलावा संधिवात में ज्यादा सूजन को कम करने के लिए एरण्ड के पत्तों का पेस्ट,
  • या निर्गुंडी के पत्तों का paste या  लहसुन का पेस्ट बनाकर लगा सकते हैं,
  • इस पेस्ट को लगाने से दर्द में काफी राहत मिलती है ये आप कुछ देर लगाने के बाद गुनगुने पानी से धो सकते है,
दालचीनी का चूर्ण…
  • घुटनों के दर्द में हम दालचीनी का चूर्ण 3 से 4 ग्राम शुद्ध शहद के साथ मिलाकर सुबह शाम प्रयोग कर सकते हैं,
  • इससे भी कुछ लाभ प्राप्त होता है
हल्दी के भिन्न भिन्न प्रयोग संधिवात में…
  • शुद्ध हल्दी का चूर्ण शुद्ध शहद के साथ 2 से 3 ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम लेने से भी काफी आराम मिलता है,घुटने के दर्द के लिए घरेलू व सारे उपचार
  • इसके इलावा एक गिलास शुद्ध गाय का दूध में एक से डेढ़ चम्मच शुद्ध देसी हल्दी का चूर्ण मिलाएं,
  • और इसे धीमी आंच पर गर्म होने दे 8 से 10 मिनट के बाद इसे चूल्हे से उतार कर छानकर सिप सिप करके,
  • दिन में दो बार पीने से संधिवात या किसी भी तरह का अर्थराइटिस जैसे रूमेटाइड अर्थराइटिस या वातरक्त आदि समस्याओं से छुटकारा पाने में बहुत मदद मिलती है
  • यह इसलिए है कि हल्दी में anti-inflammatory तथा दर्द को कम करने के गुण पाए जाते हैं,
  • हल्दी का यूज़ आयुर्वेद में हजारों सालों से किया जा रहा है,
  • पर याद रखें इसके लिए आपको शुद्ध हल्दी लेनी चाहिए बाजार में मिलने वाली पैकिंग वाली हल्दी के रिजल्ट अच्छे नहीं होते|
हल्दी व चूने के लेप का प्रयोग..
  • एक से दो चम्मच शुद्ध सरसों का तेल ले और उसमें एक चम्मच शुद्ध देसी हल्दी का पाउडर तथा,
  • थोड़ा सा चूना जोकि पान वाले की दुकान से है आसानी से मिल जाता है उसको मिला ले तथा एक पेस्ट बना लें,
  • इस पेस्ट को घुटने के जोड़ पर कुछ देर लगाने के बाद गुनगुने पानी से धो डालें इससे भी दर्द कम करने में काफी मदद मिलती है|
मेथी व तिलो का प्रयोग…
  • एक से दो चम्मच मेथी या तिलो के पाउडर को रात को एक गिलास पानी में भिगो दें,

सुबह उठकर खाली पेट इसे छानकर पीने से भी संधिवात के लक्षणों में सुधार होता है


मसाज व सिकाई से करें घुटनों के दर्द को कम(Massage एंड sweating benefits for KneePain)…

  • संधिवात या किसी भी तरह के अर्थराइटिस में आराम पाने का दूसरा सबसे प्रमुख घरेलू नुस्खा मालिश तथा सेक देना है,
  • इसके लिए कई प्रकार के आयुर्वेदिक तेल बाजार में उपलब्ध हैं,

    घुटने के दर्द के लिए घरेलू व सारे उपचार
    मालिश घुटने की

तथा आप आसानी से उनका प्रयोग कर अपनी संधिवात की तकलीफ को कम कर सकते हैं ऐसे कई तेल..

  • दशमूल तेल,
  • महानारायण तेल,
  • निर्गुंडी तेल,
  • महामाष तेल, 
  • तिल का तेल आदि,

इन सभी प्रकार के तेलों में से किसी का भी प्रयोग मालिश के लिए कर सकते हैं,

  • मालिश करने से वात दोष का शमन होता है जिसके कारण joints में आई हुई अकड़न व सूजन कम होती है,
  • आयुर्वेद में इन तेलों का बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है,

क्योंकि ये कई प्रकार की महत्वपूर्ण जड़ी बूटियों से त्यार किये जाते है,

घुटने के दर्द के लिए घरेलू व सारे उपचार में ये दूसरा सबसे प्रमुख इलाज़ है,

इसके बिना घुटनों के दर्द से छुटकारा पाना लगभग असम्भव है 

घरेलू तेल संधिवात के लिए…

इसके अतिरिक्त एक और बहुत ही असरदार तेल आप अपने घर पर आसानी से बना सकते हैं,

  • इसके लिए आपको थोड़ा सा तिलों का तेल (लगभग100 ग्राम) लेना चाहिए और उसे कड़ाही में डालकर,
  • उसमें 5-7 लहसुन की कली कूट पीसकर डाल दें और साथ में थोड़ा सा अदरक भी कूट पीसकर डाल दें,
  • और इस मिश्रण को थोड़ी देर धीमी आंच पर गर्म करें बस इतना ध्यान दें कि जले ना,
  • उसके बाद तेल को चूल्हे से उतार के छानकर किसी शीशी में डाल के रख ले यह एक बहुत ही असरदार तेल है,
  • और आप इसकी मालिश अगर धूप में बैठकर अपने दर्द वाले जोड़ों पर करते हैं,
  • तो आपको इससे बहुत ज्यादा आराम मिलता है,
  • यह घरेलू तेल अपने पेशेंट्स पर बहुत आजमाया है और इसके बहुत अच्छे रिजल्ट  लिए हैं,

मालिश को आयुर्वेद में अभ्यंग या स्नेहन कहते हैं तथा इसके बाद प्रभावित जोड़ का स्वेदन करने से लाभ और भी बढ़ जाता है,

स्वेदन का अर्थ है सेक करना इसके लिए आप गर्म पानी में भीगे हुए कपड़े का इस्तेमाल कर सकते हैं,

या फिर कुछ देर धूप में बैठ सकते हैं, घुटने के दर्द के लिए घरेलू व सारे उपचार में स्वेदन का भी विशेष महत्व है| 


संधिवात के रोगियों को क्या नहीं करना चाहिए (precautions)…

संधिवात या घुटनों के दर्द के रोगियों को ऐसे कार्य जो शरीर में वात दोष को बढ़ाते हैं वह नहीं करनी चाहिए जैसे कि,

  • ठंडा या बासा खाना ना खाये,
  • ज्यादा मसालेदार खाना,
  • बहुत अधिक तेल वाला खाना,
  • बहुत अधिक व्यायाम,
  • भूख से ज्यादा खाना,
  • दिन में सोना,
  • मूंग की दाल का सेवन,
  • अरहर की दाल,
  • कमलनाल का सेवन,
  • अत्याधिक मीठे पदार्थो का सेवन न करें इनसे वज़न बढ़ता है जिस कारण घुटनों पर ज्यादा दबाव पड़ता है,

    घुटने के दर्द के लिए घरेलू व सारे उपचार
    ज्यादा मीठा न खायें

सुपारी,जामुन आदि का सेवन नहीं करना चाहिए ये सब वात दोष को बढाते है

  • इसके अतिरिक्त यदि आप वातरक्त(gout) से पीड़ित हैं,
  • तो आपको ज्यादा प्रोटीन वाले या ज्यादा वसा वाले आहार का सेवन नहीं करना चाहिए जैसे कि…
  • मांसाहार जिसमें फिश(tuna,lobster etc) मटन, चिकन,lamb,pork आदि के सेवन से बचना चाहिए,
  • बियर या व्हिस्की का सेवन बंद कर देना चाहिए,

    घुटने के दर्द के लिए घरेलू व सारे उपचार
    बियर ना पीये आर्थराइटिस के मरीज़

  • AC का उपयोग कम से कम करना चाहिए क्योंकि ठंडी हवा से हर प्रकार का आर्थराइटिस बढता है,

क्योंकि इनके कारण यूरिक एसिड में वृद्धि हो जोड़ों में दर्द की शिकायत पैदा होती है


संधिवात के रोगियों को क्या करना चाहिए…

संधिवात के रोगियों को ऐसे खाने या दिनचर्या को अपनाना चाहिए,

जिससे वात दोष का शमन हो तथा पित्त दोष में वृद्धि हो जैसे कि…

  • हमेशा थोडा गर्म गुनगुना पानी पीना चाहिए,
  • तरल पदार्थों का सेवन जैसे कि पानी ज्यादा से ज्यादा पीयें,

     घुटने के दर्द के लिए घरेलू व सारे उपचार
    पानी ज्यादा पीयें

  • क्योंकि ऐसा करने से शरीर में जमा यूरिक एसिड पेशाब के रास्ते बाहर निकल जाता है,
  • ऐसा एक रिसर्च में पाया गया है कि रोजाना दो से 4 लीटर पानी पीने से अर्थराइटिस के लक्षणों में कमी आती है,
  • थोड़ी देर धूप में बैठना चाहिए,
  • अपने वजन को कम करने की कोशिश करनी चाहिए,
  • घर का बना सादा खाना खाना चाहिए,
  • गाय का शुद्ध देसी घी का इस्तेमाल अपने खाने में करना चाहिए,
  • गाय के दूध का सेवन करना चाहिए,

इसके अतिरिक्त…

  • जैतून का तेल,

    घुटने के दर्द के लिए घरेलू व सारे उपचार
    जैतून का तेल

  • तिलों का तेल,
  • मछली का तेल,
  • गेहूं,
  • अखरोट,
  • मुनक्का,
  • किशमिश,
  • सेब,
  • अनार,
  • आम,
  • इमली आदि का प्रयोग आप कर सकते हैं,इसके अतिरिक्त आपको योग भी करना चाहिए,

    घुटने के दर्द के लिए घरेलू व सारे उपचार
    योग व व्यायाम करें

  • जैसे कि भद्र-आसन, गोमुख-आसन, साइकिल चलाना, हल्का व्यायाम करना आदि,

इसके लिए आप अपने फिजियोथेरेपिस्ट की सलाह भी ले सकते है 


संधिवात या अस्थि रोग में सामान्य व्यायाम….

१. आप एक कुर्सी पर बिल्कुल सही पोजीशन में बैठ जाए,

  • उसके बाद अपना एक घुटना सीधा करें कम से कम 10 सेकंड तक इसी पोजीशन में रहे,
  • उसके बाद नॉर्मल पोजीशन में आ जाए और इसके बाद दूसरा घुटना सीधा करें और 10 सेकेंड के लिए ऐसा ही रखें,
  • इसके बाद फिर से नॉर्मल पोजीशन में आ जाए ऐसा 10 बार करें,
  • यह एक सामान्य व्यायाम है जो कि संधिवात के लिए बहुत लाभ देता है,

२. आप पेट के बल जमीन पर लेट जाएं,

  • और अपना एक घुटना पीछे की ओर मोड़े व 10 सेकंड तक इसी पोजीशन में रहे फिर नॉर्मल पोजीशन में आ जाए,
  • इसी प्रकार फिर दूसरा घुटना 10 सेकंड के लिए पीछे की ओर मोड़ें और नॉर्मल पोजीशन में आ जाए,

यह प्रक्रिया 10 मिनट करें इससे भी संधिवात में लाभ होता है


संधिवात में एलोपैथिक उपचार…

  • संधिवात का इलाज करने के लिए एलोपैथी में कोई प्रॉपर इलाज नहीं है,
  • यहां पर सिर्फ लक्षणों के आधार पर चिकित्सा की जाती है जैसे कि…
  • अगर दर्द ज्यादा है तो दर्द कम करने के लिए painkillers  टेबलेट दी जाती हैं,
  • और अगर सूजन ज्यादा है तो उसको कम करने के लिए कई प्रकार के steroids दिए जाते हैं,
  • इन दवाओं का लगातार सेवन करने से शरीर में और अनेक प्रकार के विकार उत्पन्न हो जाते हैं,
  • इसलिए इनका लंबे समय तक प्रयोग नहीं करना चाहिए,
  • हां कभी कभार अगर दर्द बहुत ज्यादा हो तो पेन किलर खा सकते हैं,
  • अगर संधिवात का मरीज चलने फिरने में बिल्कुल ही असमर्थ हो जाता है,
  • तो उसे सभी उपायों को छोड़कर अपने घुटने का ऑपरेशन अच्छे डॉक्टर की सलाह पर करवा लेने से,
  • उसे अपनी परेशानी से निजात मिल सकती है,
  • घुटने के दर्द के लिए घरेलू व सारे उपचार में knee रिप्लेसमेंट आजकल किया जाने वाला सबसे ख़ास ऑपरेशन है

    घुटने के दर्द के लिए घरेलू व सारे उपचार
    घुटने का ऑपरेशन

मैं आपको यहां पर एक अच्छा पेन किलर बता रहा हूं मगर इस्तेमाल से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें…

TABLET NUCOXIA MR... ये गोली आप कभी कभार इस्तेमाल कर सकते है ये काफी बढ़िया दर्द निवारक दवा है,

इनके अतिरिक्त घुटनों को ताकत देने के लिए कुछ बहुत ही बढ़िया कंपनी ब्रांड्स है जैसेकि

  • TAB CARTIGEN 1500
  • TAB CARTIGEN FORTE
  • CAP DURAJOINT PLUS
  • TAB TENDOFIT FORTE
  • TAB REJOINT T….

इनके उपयोग se पहले कृपया अपने डाक्टर की सलाह जरूर ले,

या आप मुझसे मेरी मेल ID पर अपनी सारी रिपोर्ट्स भेजकर भी कंसल्ट कर सकते है, मेल ID….[email protected].


संधिवात या घुटनों के दर्द में होम्योपैथिक उपचार…
  • होम्योपैथी में भी ओस्टियोआर्थराइटिस या संधिवात  के लिए कुछ एक दवाइयां हैं जो इस प्रकार हैं,

1.OSTEODIN-Z by adven pharma…

  • इसके पैक में आपको 3 शीशियां मिलेंगी,
  • एक 60 ml की और 2-30,30 ml की,
  •  आपको क्या करना है दोनों 30ml वाली शीशियों को 60ml वाली शीशी में मिला लेना है,
  • और अच्छी प्रकार इस को हिला लेना है,
  • उसके बाद दिन में तीन बार आधे गिलास पानी में 20 बूंद डालकर इसका सेवन करना है,
  • बस यह बात याद रखनी है कि जब भी आप इसका यूज़ करें तब इस शीशी को अच्छी प्रकार हिला ले,

2. REUMATONE PAIN KILLER OIL IN HOMEOPATHY by hapdco company…

  • इसको भी आप अपने घुटने के दर्द को कम करने के लिए दिन में दो या तीन बार इसकी मालिश कर सकते है,

इसके रिजल्ट्स भी काफी बढ़िया है और ये एक हानिरहित तेल है,

3. CALCAREA PHOS 6X GERMEN कंपनी की…

इसकी ४-४ गोली दिन में तीन बार कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए आप साथ में ले सकते है,


मेरी राय…

  • मेरी राय में घुटनों के दर्द या  किसी भी प्रकार की अर्थराइटिस में सबसे पहले आपको,
  • घरेलू आयुर्वेदिक तरीकों से इसको मैनेज करना चाहिए और साथ में अपने आहार विहार का पूरा ख्याल रखना चाहिए,
  • अगर आपका वजन बढ़ेगा तो कोई भी उपचार आपको संधिवात से छुटकारा नहीं दिला सकता,
  • इसीलिए कोशिश करें कि आपका वजन कम रहे,
  • वजन को कम करने के लिए आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर इसकी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं,
  • घुटने के दर्द के लिए घरेलू व सारे उपचार मैंने उपर लिख दियें है आप अपनी समझदारी से कोई भी विकल्प चुन सकते है,

और अगर आप की प्रॉब्लम ज्यादा है तो आप मुझसे ऑनलाइन मशवरा कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं,

#कैसे तेजी से घटाएं अपना वज़न

#वजन कम करने के लिए घरेलू उपाय…


अस्वीकरण(disclaimer)…
  •  इस लेख की सामग्री व्यावसायिक चिकित्सा सलाह(professional medical advice), निदान(diagnosis) या उपचार(ट्रीटमेंट) के विकल्प के रूप में नहीं है।
  • चिकित्सीय स्थिति के बारे में किसी भी प्रश्न के लिए हमेशा चिकित्सीय(doctor कंसल्टेशन) सलाह लें।
  • उचित चिकित्सा पर्यवेक्षण(without proper medical supervision) के बिना अपने आप को, अपने बच्चे को, या किसी और का  इलाज करने का प्रयास न करें।

image creditधन्यवाद to www.pixabay.com

अधिक अपडेट के लिए कृपया hindi.curetoall.com पर जाएं और नीचे दिए गए लेखों को भी पढ़ें:

3 thoughts on “घुटने के दर्द के लिए घरेलू व सारे उपचार”

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