होम्योपैथी में शराब छुड़ाने की दवा

होम्योपैथी में शराब छुड़ाने की दवा

शराबियों की चिकित्सा एवं होम्योपैथी में शराब छुड़ाने की दवा: एलोपैथिक चिकित्सा से मद्यपान छुड़ाना संभव है, लेकिन चिकित्सकों का दक्ष होना भी आवश्यक है। अन्यथा शराबी का शरीर ठण्डा देखकर चिकित्सक के ही हाथ-पाँव ठण्डे हो जायें अथवा शराबी की नाड़ी की गति मन्द देखकर, चिकित्सक के हृदय की धड़कन बढ़ जाये तो समस्या ओर भी गम्भीर हो जाती है।

इन परिस्थितियों में हानिरहित होमियोपैथिक औषधि सेवन कराकर ही अपेक्षाकृत अच्छे परिणाम प्राप्त किये जा सकते हैं। ये होमियोपैथिक औषधियाँ आसानी से मिल जाती हैं।

क्युरेक्स ग्लैण्डियम स्पिरिटस (Quercus glandium Spiritus) Q-

होम्योपैथी में शराब छुड़ाने की दवा: यह बलूत वृक्ष के बीजों की गिरी से तैयार की जाती है। इसके नियमित सेवन से शराब से घृणा होने लगती है। इसके बावजूद भी यदि शराब पी जाये तो के, मिचली आदि लक्षण प्रकट होते हैं।

जिन शराबियों की अधिक शराब के कारण तिल्ली (spleen) आक्रान्त हो चुकी हो, रोग ग्रस्त हो चुकी हो, उसमें सूजन एवं प्रदाह हो, यहाँ तक कि उसमें पानी पड़ चुका हो तो इसके सेवन से पूर्णतः लाभ होता है।

इसके सेवन से पुराने से पुराने शराबियों की शराब पीने की आदत छूट गई है। पुराने शराबियों के शरीर में जहाँ-तहाँ पानी पड़ गया हो, सूजन आ गई हो, ऐसे रोगियों को भी इससे लाभ होता है।

विश्वविख्यात एलोपैथिक डॉक्टर “बर्नेट” जो बाद में होमियोपैथिक चमत्कारी औषधियों से प्रभावित होकर ख्यातिप्राप्त होमियोपैथिक चिकित्सक के रूप में भी जाने गये। अपने संस्मरण में लिखते हैं कि एक पुराना शराबी मेरे पास आया। उसके विभिन्न अंगों की संरचनायें बिगड़ चुकी थीं, वह भी इस दवा के नियमित सेवन से पूर्ण स्वस्थ हो गया, बल्कि पहले से भी अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त कर लिया।

मात्रा- एक वयस्क शराबी को 10-10 बूंदें प्रतिदिन -3-4 बार पानी में मिलाकर दें।

यह औषधि तिल्ली में पानी पड़ जाना, कानों में विभिन्न प्रकार की आवाजें आना, बहरापन, शरीर में एक या अनेक अंगों में पानी पड़ जाना, यकृत रोग, गठिया (Gout), मलेरिया के पुराने रोगी जिनका पेट फूल गया हो और अधिक गैस उत्पन्न होती हो, ऐसे रोगी को भी देने से सफलता मिलती है।


ऐन्जालिका (Angelica) Q (होम्योपैथी मे शराब छुड़ाने की दवा)

मूल अर्क (mother tincture) की 5-5 बूंदें प्रतिदिन 3-4 बार पानी में मिलाकर पीने से रोगी को शराब से घृणा हो जाती है। इसके अतिरिक्त अंगों की कमजोरी के दूर करती, अजीर्ण या स्नायुविक सिरदर्द तथा ब्रोंकाइटिस में भी लाभप्रद है।

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कैप्सिकम (Capsicum) Q

इसकी 10-10 बूंद प्रतिदिन 3 बार पानी में मिलाकर पिलायें

नियमित सेवन से शराबी को शराब से घृणा होने लगती है। आमाशय डूबता प्रतीत होता है। शराबी की कै, प्रातः समय की कै (vomiting) और मिचली (nausea), शराब पीने की अत्यधिक इच्छा, प्रलाप आदि में इसे देकर पूरी सफलता प्राप्त की जा सकती है। शराबी की भूख बढ़ाने में भी यह अग्रणी है।

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एवेना सैटाईवा (Avena Sativa) Q

शराबी जब स्नायुविक रूप से अस्वस्थ हो जाये, नींद न आये, नींद या बहोशी की अवस्था, जोश में आकर अर्थहीन शब्द बोलने लगे, बड़बड़ाने लगे या शराब छुड़ाने पर बहुत अधिक कमज़ोर हो जाये तो इसका सेवन कराना बहुत ही अनुकूल प्रमाणित होता है।

अधिक शराब सेवन करने के कारण जो स्नायुविक दोष उत्पन्न हो जाते हैं वे इसके सेवन से दूर हो जाते हैं। इसके सेवन से अन्य नशे जैसे-अफीम, माफिया, कोकेन और इनसे बने अन्य नशीले द्रव की आदत छुड़ाने में मदद मिलती है।

पुराने शराबियों की जब टाँगें (Legs) लड़खड़ायें, हाथ-पाँव में कम्पन्न होने लगे, मानसिक कमज़ोरी चरम सीमा तक पहुँच गयी हो तो इसे प्रयोग करें।

आपका रोगी प्रत्येक तरह से स्वास्थ्य को प्राप्त करेगा, पूर्ण स्वस्थ हो जायेगा।

मात्रा- 10 से 20 बूंदें पानी में मिलाकर प्रतिदिन 3-4 बार दें।


रेननकुलस बल्ब (Ranunculus Bulb) Q

जब शराबी शराब पीकर जोश में आ जाये, अनियंत्रित हो जाये, दूसरों से मार-पीट करे, अकारण लड़े-झगड़े, बिस्तर से बेहोशी की अवस्था में उठ बैठे, प्रलाप (बड़बड़ाना) के लक्षण हों तो इसका सेवन करायें, लाभ होगा।

जो प्रथम बार शराब पीकर नशे से आक्रान्त हैं, बहत कष्ट को भोग रहे हैं उनके लिये भी यह लाभदायक है।

मात्रा- मूल अर्क (mother tincture)- 10 से 30 बूंदें पानी में मिलाकर प्रतिदिन 3 बार सेवन करायें।


स्ट्रामोनियम (Stramonium) 30, 200

यह नये की अपेक्षा पुराने शराबियों के लिये अधिक उपयोगी है। जब स्वप्न में बड़े-बड़े भयानक पशु मारने के लिये दौड़ें, रोगी भयभीत होकर इधर-उधर दौड़कर अपने को छिपाने का प्रयास करे, आँखें और चेहरे अंगारे को भाँति लाल हों तो इसका सेवन करायें।

जो स्ट्रामोनियम का असली रोगी होगा, वह बकवादी स्वभाव का होगा। चाहे सार्थक बात करे या निरर्थक लेकिन वे बकवाद पूर्ण होंगे। विशेष परिस्थिति में इसकी 2 से 4 बूंद थोड़े पानी में मिलाकर प्रत्येक आधा घण्टे बाद दें। 30 शक्ति (potency) का पहले प्रयोग करें, लाभ हो जाने पर 200 का मात्र सुबह-शाम सेवन करायें।

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हायोसायमस (Hyoscyamus) Q

होम्योपैथी में शराब छुड़ाने की दवा:

जब अधिक शराब पी लेने से नींद बिल्कुल न आये, शराबी का स्वभाव परिवर्तनशील हो, हँसना तो अगले ही क्षण रोना, प्रलाप एवं मद्योन्माद के लक्षण स्पष्ट हों तो यह बहुत ही सफल औषधि सिद्ध होगी।

इसमें नाड़ी पतली परन्तु तीव्र, शरीर की त्वचा ठण्डी, बेहोशी की अवस्था में कपड़ों एवं वायु में काल्पनिक कीड़ों को देखना एवं उसे चुनकर हटाने का प्रयास करना और हाथ ऊपर उठाकर पकड़ने का भी प्रयास करता है।

सम्भोग की इच्छा प्रबल होती है। गन्दी गालियाँ देने में भी नहीं हिचकता है। उग्रावस्था में अश्लील व्यवहार की प्रधानता यहाँ तक कि वस्त्र भी खोलकर फेंकता है।

इसका एक और निर्देशक लक्षण है – “अविश्वास’ यहाँ तक कि अपनी पत्नी एवं बच्चों पर भी सन्देह करता है कि विष दे देंगे। इसी कारण किसी के हाथ का खाना या – पेय भी नहीं लेना चाहता। ये इसके मुख्य लक्षण हैं।

यदि इन लक्षणों के साथ अनिद्रा की भी शिकायत हो तो इसी का सेवन करायें। नींद आने लगेगी और देखते ही देखते सारे दुर्लक्षण लुप्त हो जायेंगे।

सन्तोषजनक स्थिति आ जाने के बाद 200 शक्ति (potency) सुबह-शाम दें। प्रारम्भिक अवस्था में मूल अर्क (mother tincture) 5 से 10 बूंद की मात्रा में थोड़े पानी में मिलाकर 1 या 2 घण्टे बाद आवश्यकतानुसार दें।


सल्फ्युरिक एसिड या एसिड सल्फ (Sulphuric Acid or Acid Sulph.)Q

बहुत से चिकित्सकों की राय में यह औषधि शराब छुड़ाने की उत्तमोत्तम औषधियों में से एक है।

मूल अर्क (mother tincture) एक भाग को एल्कोहल 3 भाग के साथ मिलाकर रख लें। इस मिश्रित योग में से 10 से 15 बूंद थोड़े पानी में मिलाकर प्रतिदिन 3-4 बार नियमित रूप से 1 मास तक दें।

इसके प्रभाव से मद्यपान की तीव्र इच्छा भी समाप्त हो जाती है। डॉ. हैरिंग और डॉ. बोरिक भी इसी विधि से सहमत हैं। डॉ. फैरिंगटन के मतानुसार इसके मूल अर्क की ही 2-3 बूंदे आधा गिलास पानी में मिलाकर रख लें।

रोगी को 2-3 घण्टे के अन्तर से एक चाय चम्मच (5 मि.लि.) की मात्रा में तब तक देते रहें जब तक शराब पीने के प्रति घृणा न हो जाये। कभी-कभी इसके सेवन से मुँह में छाले पड़ जाते हैं एवं पतले दस्त आते हैं।

दस्त आने लगें तो पल्सोटिला 30 शक्ति की सेवन करायें। दस्त की शिकायत दूर हो जायेगी। छाले होने पर कुछ दिन के लिये औषधि बन्द कर दें। वैसे लगातार 3-4 सप्ताह सेवन करने से शराब पीने की इच्छा भी मिट जाती है।


एसिड सल्फ्युरिक (Acid Sulph.) 6, 200

प्रतिदिन दिन में और नक्स वोमिका (Nux Vom.) 30 रात में 1 मात्रा नियमित रूप से सेवन कराने से शराब से उत्पन्न समस्त विकार दूर हो जाते हैं, चाहे वह यकृत सम्बन्धी हों या कुछ और।


क्रोटेलस हॉरि. (Crotallus Horridus.) 3, 6

बहुत दिन तक शराब पीने की वज़ह से उत्पन्न घातक से घातक बीमारी में भी लाभदायक है।


शराब छुड़ाने की दवा आयुर्वेदिक

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एल्कोबेन टेबलेट जोकि 500 mg की ताकत में उपलब्ध है इसका प्रयोग शराब की आदत को छुड़ाने के लिए विशेष रूप से किया जाता है

इस दवा का सेवन शराब के साथ करने से उल्टी, घबराहट, सिरदर्द, चेहरे पर फ्लशिंग इत्यादि प्रभावों को उत्पन्न करता है

इस दवा का सेवन शराबी को करवाने से पहले अपने चिकित्सक से मशवरा करना बहुत जरूरी है अन्यथा किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव होने का खतरा बना रहता है

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निष्कर्ष (होम्योपैथी में शराब छुड़ाने की दवा)

होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति में शराब छुड़ाने के लिए ऊपर लिखी गई दवाइयों के अलावा ओर भी बहुत सारी दवाइयां हैं 

  • परंतु इन दवाइयों का सही उपयोग कैसे किया जाए यह बात केवल एक्सपर्ट होम्योपैथिक चिकित्सक ही जानता है 

इसलिए शराबी व्यक्ति की शराब छुड़ाने के लिए किसी भी एक्सपर्ट होम्योपैथिक चिकित्सक से मशवरा करने के बाद सही इलाज चुने 

अपनी मर्जी से किसी भी दवा का उपयोग करने से कोई भी खास लाभ आपको नहीं होगा

बाकी ऊपर दी गई दवाइयों की जानकारी का मकसद केवल आपकी जानकारी को बढ़ाना है इसलिए इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद किसी भी तरह का उपचार आप खुद से ना करें


अस्वीकरण (होम्योपैथी में शराब छुड़ाने की दवा)

इस आर्टिकल में बताई गई बातें, उपचार के तरीके व खुराक की जो भी सलाह दी जाती है वह सब हेल्थ स्पेशलिस्टस के अनुभव पर आधारित होती है 

किसी भी मशवरे को अपनाने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर ले, सेहत से जुड़े हुए आर्टिकल्स आपको अपने आप अपनी मर्जी से दवाइयां लेने की सलाह नहीं देते


Information Compiled- by Dr Vishal Goyal

होम्योपैथी में शराब छुड़ाने की दवा

Bachelor in Ayurvedic Medicine and Surgery

Post Graduate in Alternative Medicine MD(AM)

Email ID- [email protected]

Owns Goyal Skin and General Hospital, Giddarbaha, Muktsar, Punjab


सन्दर्भ: 

https://www.mfine.co/medicines/sbl-quercus-glandium-spiritus-mother-tincture-q/- क्युरेक्स ग्लैण्डियम स्पिरिटस study

https://homeomart.net/2018/04/11/top-homeopathy-medicine-list-for-alcohol-de-addiction-buy-online/- एवेना सैटाईवा use study

https://homeomart.com/collections/top-homeopathy-medicines-list-for-tobacco-alcohol-drugs-addiction-हायोसायमस (Hyoscyamus) Q de-addiction study


 

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