यूरिक एसिड-uric acid

यूरिक एसिड-uric acid

यूरिक एसिड असल में है क्या? 

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2 शरीर में यूरिक एसिड कैसे बनता है?

यूरिक एसिड-uric acid : कारण, लक्षण,सामान्य-स्तर, इलाज व खाने के सुझाव में सबसे पहले यह समझे कि यूरिक एसिड-uric acid एक प्रकार का बेकार(Waste) केमिकल पदार्थ है जोकि सामान्य रूप से हमारे शरीर में हर पल बनता रहता है,

तथा इस बेकार केमिकल पदार्थ को हमारे गुर्दे पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर निकाल देते हैं,

इसकी कुछ मात्रा मल के द्वारा भी शरीर से निकल जाती है,

  • यह एक प्रकार का कार्बनिक यौगिक है जोकि प्रमुखता नाइट्रोजन, ऑक्सीजन तथा हाइड्रोजन जैसे तत्वों से मिलकर बनता है,

तथा C5H4N4O3 इसका आणविक सूत्र है तथा 168 डाल्टन आणविक वजन है,

  • यूरिक एसिड शरीर में बनने वाला एक सामान्य केमिकल है जोकि हमारे शरीर के द्वारा अंदर अपने आप ही निर्मित होता रहता है,
  • तथा कुछ मात्रा खाने के द्वारा हमारे शरीर में पहुंचती रहती है,
  • रक्त के माध्यम से पूरे शरीर में यह घूमता है तथा,

अंत में गुर्दों के द्वारा इसका सही से संतुलन कर पेशाब के रास्ते बाहर निकाल दिया जाता है,


शरीर में यूरिक एसिड कैसे बनता है?

  • हमारे शरीर में यूरिक एसिड-uric acid  बनने का कारण Purine नामक तत्व है शरीर में मृत कोशिकाओं के कारण Purine बनता है तथा,
  • कुछ विशेष प्रकार के आहार से प्यूरीन हमारे शरीर में पहुंचता है तथा प्यूरीन के मेटाबोलिज्म के बाद यूरिक एसिड बनता है,

यूरिक एसिड की सामान्य मात्रा कितनी होनी चाहिए?

यूरिक एसिड-uric acid की सामान्य मात्रा को जांचने के लिए हमारे रक्त का नमूना लिया जाता है,

तथा उसमें यह स्पष्ट हो जाता है कि यह हमारे रक्त में इसका क्या स्तर है,

पुरुषों में महिलाओं की अपेक्षा यूरिक एसिड थोड़ा ज्यादा होता है इसका सामान्य स्तर इस प्रकार है…

  • 7 mg/dl की मात्रा पुरुषों में सामान्य है इससे अधिक मात्रा का होना यूरिक एसिड का ज्यादा होना माना जाता है,
  • 6 mg/dl तक की मात्रा महिलाओं में सामान्य है इससे ज्यादा होना यूरिक एसिड का बढ़ना महिलाओं में माना जाता है,

यूरिक एसिड-uric acid (Hyperuricemia) क्यों बढ़ता है?

  • हमारे शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना इसके पीछे अनेक कारण हैं,
  • परंतु प्रमुखता इस बात को समझें की यूरिक एसिड दो प्रकार की स्थितियों में बढ़ सकता है,
  • एक स्थिति तो यह है कि अगर यूरिक एसिड किसी भी कारण शरीर में ज्यादा बन रहा है तो भी इसका स्तर रक्त में बढ़ जाएगा,
  • दूसरी स्थिति में अगर यूरिक एसिड हमारे शरीर में बन तो सामान्य रहा है परंतु,

किसी भी कारणवश हमारे गुर्दे यूरिक एसिड को शरीर से बाहर नहीं निकाल रहे तो भी यूरिक एसिड का स्तर रक्त में बढ़ जाएगा,

इसलिए यूरिक एसिड के बढ़ने के कारण को समझने के लिए सबसे पहले,

हमें यूरिक एसिड बढ़ने की पहली स्थिति को समझना होगा कि वह क्या कारण है जिनके कारण यह हमारे शरीर में बढ़ता है,

इसके प्रमुख कारण हैं…

1. अधिक मात्रा में purine वाले आहार का सेवन करना… 

Purine सबसे ज्यादा बियर, शराब,वोडका तथा कई प्रकार के मांस जैसे…

लाल मास(Red meat)जिसमें कई प्रकार की फिश जैसे शैलफ़िश,सीफूड आदि,

इसके अतिरिक्त चिकन, मटन, कलेजी आदि आते हैं,

यदि कोई व्यक्ति इस प्रकार के पदार्थों का सेवन जरूरत से ज्यादा करता है,

तो उसके शरीर में ज्यादा से ज्यादा प्यूरीन जाने के कारण उसका यूरिक एसिड बढ़ने लगता है,

आजकल पुरुषों में यूरिक एसिड बढ़ने का सबसे आम कारण यह है,

इसके अतिरिक्त…

  • गोभी,
  • मशरूम,
  • राजमा
  • अनेक प्रकार की दालें,
  • हरे मटर तथा फुल फैट वाले दूध या दही से भी यूरिक एसिड बढ़ने की दिक्कत आ सकती है

2. थायराइड(Thyroid) की बीमारियां…

  • इसमें दो प्रकार की प्रमुख थायराइड की बीमारी आती है पहली  हाइपोथायरायडिज्म(Hypothyroidism) है,
  • तथा दूसरी हाइपर-थायराइड(Hyper-thyroid) है,

इन दोनों प्रकार की समस्याओं से अगर कोई व्यक्ति ग्रसित है तो उसमें हाइपरयूरिसीमिया( यूरिक एसिड का बढ़ना) हो सकता है,


3. कीमोथेरेपी(Chemotherapy)…

  • आजकल अनेक व्यक्तियों को कई प्रकार के कैंसर की समस्या का होना एक आम बात है जिसमें,
  • अनेक प्रकार के इलाज जैसे कीमोथेरेपी का इलाज किया जाता है जिस कारण,
  • शरीर में हजारों कोशिकाएं मरने लगती हैं तथा इन मृत कोशिकाओं के कारण यूरिक एसिड बढ़ने लगता है,
  • इसलिए कीमोथेरेपी कैंसर के मरीजों में यूरिक एसिड बढ़ने का एक प्रमुख कारण है, 

4. अनेक प्रकार के कैंसर…

  • कई प्रकार के ऐसे कैंसर हैं जिसमें शरीर में कोशिकाओं की संख्या तेजी से बढ़ने लगती है,
  • इसी कारण यूरिक एसिड भी बढ़ने लगता है,

5. मूत्रल(Diuretics) दवाइयों के सेवन से…

  • इस प्रकार की दवाइयों के अत्यधिक सेवन से भी यूरिक एसिड की मात्रा शरीर में बढ़ने लगती है,

इसमें प्रमुख रूप से Loop या Thiazide diuretic औषधियां होती हैं,

इन दवाइयों के अतिरिक्त रोग प्रतिरोधक क्षमता को दबाने वाली कई प्रकार की दवाएं जैसे…

  • टैक्रोलीमस(Tacrolimus),
  • साइक्लोसपोरिन(Cyclosporine) आदि भी यूरिक एसिड को बढ़ाती है,

6. मोटापे के कारण…

  • जिन व्यक्तियों का वजन जरूरत से ज्यादा होता है उन व्यक्तियों में भी यूरिक एसिड बढ़ने लगता है,
  • इसके पीछे अनेक कारण हैं जैसे यूरेट( Monosodium Urate) का बढ़ना इत्यादि,
  • ऐसा इसलिए है क्योंकि जिन लोगों का वजन ज्यादा होता है उन लोगों के रक्त में इंसुलिन की मात्रा भी ज्यादा होती है,
  • इस प्रकार इंसुलिन की मात्रा का ज्यादा होना रक्त में यूरिक एसिड को बढ़ाने का एक प्रमुख कारण है,

वज़न कम करने के लिए पढ़े…                “कैसे तेजी से घटाएं अपना वज़न”

7.अनुवांशिक कारण… 

  • कई व्यक्तियों में यूरिक एसिड बढ़ने का प्रमुख कारण अनुवांशिक भी होता है,
  • इसके अतिरिक्त दूसरी स्थिति में अगर किसी भी कारणवश आपको गुर्दों की कोई भी समस्या है,

तो भी शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने लगता है जैसे कि…

  • गुर्दों का अपना काम ठीक से ना करना(acute or chronic renal failure) इत्यादि,

यूरिक एसिड बढ़ने के क्या क्या लक्षण होते हैं?

  • ज्यादातर लोगों में यूरिक एसिड बढ़ने का कोई भी लक्षण दिखाई नहीं देता,
  • मात्र एक तिहाई लोगों में यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण दिखाई देते हैं हालांकि यूरिक एसिड का बढ़ना कोई बीमारी नहीं है,
  • हां अगर लगातार यूरिक एसिड का स्तर आपके रक्त में बढ़ा हुआ रहता है तो,
  • इससे अनेक प्रकार की जटिलताएं आपके शरीर में आ सकती हैं इसलिए इसको सामान्य स्तर में रखना बहुत जरूरी है,

हाइपरयूरीसीमियां के प्रमुख लक्षण…

1. वातरक्त (Gout)…

  • यूरिक एसिड के बढ़ने से यह बढा हुआ यूरिक एसिड हमारे शरीर के सभी जोड़ों में खासकर छोटे जोड़ों में जैसे…

पैर के अंगूठे का जोड़ आदि में जमने लगता है जिसके कारण,

जोड़ों में सूजन(Inflammation) व अत्यधिक दर्द(Pain) की शिकायत होने लगती है इसके अतिरिक्त,

  • जोड़ों में लालिमा(Redness) भी आने लगती है यूरिक एसिड बढ़ने के 20% मामलों में इस प्रकार की जोड़ों की समस्याएं देखी जाती हैं,
  • इसके अतिरिक्त यूरिक एसिड बढ़ने से गठिया(Rheumatism) की समस्या भी हो जाती है,

2. गुर्दों में पथरी की समस्या…

यूरिक एसिड अगर लगातार रक्त में बढ़ा हुआ रहता है तो यह बढ़ा हुआ यूरिक एसिड गुर्दों में जमने लगता है,

जिस कारण अनेक व्यक्तियों में गुर्दे की पथरी(Kidney stone) की समस्या हो जाती है जो कि काफी पीड़ादायक होती है,

3. उच्च रक्तचाप(Hypertension)…

  • यूरिक एसिड-uric acid बढ़ने से कई व्यक्तियों में उच्च रक्तचाप की समस्या भी हो सकती है,

4. कोरोनरी हृदय रोग…

  • यूरिक एसिड-uric acid का बढ़ना कोरोनरी हृदय रोग का कारण भी बन सकता है,

5. पीड़ा युक्त गांठों(Tophi) का बनना…

  • लगातार बढ़ा हुआ यूरिक एसिड हमारे शरीर के ऊतकों में इकट्ठा होकर गांठें(Tophi)बना देता है,

जो कि काफी पीड़ादायक होती हैं और इसके कारण शरीर की गतिशीलता में काफी कमी आती है,

  • इसके अतिरिक्त बढ़ा हुआ यूरिक एसिड हमारे शरीर के हर अंग को नुकसान पहुंचाता है,

तथा इसके कारण मधुमेह, मोटापा जैसी समस्याओं का खतरा और भी बढ़ जाता है,

यूरिक एसिड-uric acid : कारण, लक्षण,सामान्य-स्तर, इलाज व खाने के सुझाव के बारे में आगे ओर पढ़े…


यूरिक एसिड बढ़ने का इलाज कैसे किया जाता है?

  • किसी भी बीमारी का इलाज उसके मूल कारण पर निर्भर करता है,
  • इसलिए सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि जिस व्यक्ति का यूरिक एसिड बढ़ा है,
  • उसमें किसी भी प्रकार के कैंसर, थायराइड या अत्यधिक वजन वाली कोई और समस्या तो नहीं है,

या फिर उसके गुर्दों में कोई खराबी तो नहीं है,

  • इस प्रकार मूल कारण का सही से निदान कर बढ़े हुए यूरिक एसिड का इलाज हो सकता है

बढ़े हुए यूरिक एसिड के इलाज के क्या विकल्प है?

  • बढ़े हुए यूरिक एसिड के  इलाज के विकल्प के रूप में सबसे प्रमुख आधुनिक चिकित्सा विज्ञान है,
  • इसके अतिरिक्त आयुर्वेद व होम्योपैथी में भी अनेकों ऐसी औषधियां है जिनके,
  • सही तरीके से सेवन करने से बढ़ा हुआ यूरिक एसिड सामान्य स्तर पर आ जाता है,

चिकित्सा के किसी भी विकल्प को अपनाने से पहले सबसे जरूरी बात यह है कि,

  • आपको अपने आहार विहार व दिनचर्या का सही से पालन करना होगा,
  • तभी जाकर दवाइयों का सही परिणाम प्राप्त होगा अन्यथा नहीं,

यूरिक एसिड के बढ़ने में क्या नहीं खाना चाहिए?

  • यूरिक एसिड के मरीज को इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि उसको ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन जरूर करना चाहिए,

ऐसा करने से ज्यादा से ज्यादा पेशाब आएगा,

जिस कारण अत्यधिक बढे हुए यूरिक एसिड को कम करने में काफी मदद मिलेगी,

  • इसके साथ साथ अगर यूरिक एसिड के रोगी को कोई भी गुर्दे की पथरी आदि की समस्या है वह भी दूर होगी,

इसलिए तरल पदार्थों का सेवन ज्यादा से ज्यादा करना बहुत जरूरी है,

1. बीयर व शराब का परहेज…

यूरिक एसिड-uric acid
बियर बढाये यूरिक एसिड
  • जिस व्यक्ति का यूरिक एसिड बढ़ता है उसको किसी भी प्रकार के शराब,वोडका या बीयर का सेवन नहीं करना चाहिए,

हमने ऐसे हजारों रोगी देखे हैं जोकि अनेकों दवाइयां खाने के बावजूद भी ठीक नहीं हुए इसका प्रमुख कारण यह था कि,

  • उन्होंने शराब का सेवन बंद नहीं किया,
  • इसलिए जब कोई भी बढे हुए यूरिक एसिड का मरीज शराब या बीयर का सेवन बंद नहीं करता,

तो वह जितनी मर्जी दवाई खा ले ठीक नहीं होगा,

2. मांस मछली का परहेज…

जितने भी मांसाहारी आहार है उनमें यूरिक एसिड को बढ़ाने के लिए purine नामक तत्व अधिक मात्रा में होता है,

यूरिक एसिड-uric acid
रेड मीट से बढ़े यूरिक एसिड

इसलिए यूरिक एसिड के रोगी को हर प्रकार के मांसाहार(Non Veg) खासकर लाल मांस(Red meat) जैसे…

  • चिकन( चिकन में प्यूरीन बाकी मासाहार से थोडा कम होता है)
  • मटन,
  • Lamb,
  • बीफ,
  • पोर्क,
  • ऑर्गन मीट जैसे कलेजी(Liver),किडनी, हार्ट आदि, साथ ही साथ

मछली(Tuna,Herring,Haddock,Cod,Tourette) आदि के सेवन से बचना चाहिए यह बहुत जरूरी है,

3. सीफूड खाद्य पदार्थों का परहेज…

यूरिक एसिड-uric acid
समुंद्री आहार से बढ़े यूरिक एसिड

अनेक प्रकार के जीव जंतु जैसे…

  • Scallops,
  • Mussels,
  • Sardines,
  • Anchovies,
  • Crab,
  • Lobster,
  • Shrimp,
  • Prawns आदि , जो कि समुद्र में मिलते हैं,

उनका सेवन खाने के रूप में करने से भी यूरिक एसिड बढ़ता है इसलिए ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए,

4. अन्य खाद्य पदार्थ व सब्जियां जो नहीं खानी…

इसके अतिरिक्त मटर(Peas),

  • बींस(Beans),
  • पालक(Spinach),
  • मशरूम,
  • सेम की फली, आदि के सेवन को भी कम करना जरूरी है,
  • इसके साथ साथ ब्रेड बेकरी आदि उत्पाद जिसमें खमीर का प्रयोग किया जाता है उनका परहेज भी जरूरी है,

इन सबके अतिरिक्त उच्च यूरिक एसिड वाले रोगी को…

  • डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ,

    यूरिक एसिड-uric acid
    कोल्ड ड्रिंक्स न पीयें

  • आइसक्रीम,
  • कोल्ड ड्रिंक,
  • अत्यधिक मीठा, 
  • फ्रुक्टोस कॉर्न सिरप इत्यादि पदार्थ जिनमें फ्रुक्टोज(Fructose) शुगर अत्यधिक मात्रा में होती है उनके सेवन से भी बचना चाहिए,

इसके साथ साथ हाई फैट प्रोडक्ट जैसे दूध, दही इत्यादि का सेवन भी कम से कम करना चाहिए,

  • अंकुरित दालें भी कम से कम खानी चाहिए, 
  • सूखे मेवे(अखरोट, बादाम आदि) भी कम मात्रा में सेवन कर सकते है,

यह सभी परहेज करने के साथ-साथ एक अच्छी जीवन शैली को भी अपनाना चाहिए,

  • जैसे हर दिन व्यायाम करना,
  • शराब का सेवन न करना,
  • धूम्रपान का सेवन से बचना,

चिंता अत्यधिक तनाव आदि से दूर रहने के लिए योग व मेडिटेशन करना इत्यादि,

क्या Whey प्रोटीन से यूरिक एसिड बढ़ता है?

  • Whey प्रोटीन सीमित मात्रा में सेवन करने से यूरिक एसिड नहीं बढ़ता,
  • क्योंकि whey प्रोटीन बहुत ही शीघ्र पचने वाला आहार है तथा कोई भी व्यक्ति इसका सेवन बेफिक्र हो कर सकता है,

उच्च यूरिक एसिड वाले व्यक्ति को किन चीजों का ज्यादा सेवन करना चाहिए?

  • जैसे कि ऊपर बताया है की सबसे जरूरी पानी है,
  • उच्च यूरिक एसिड वाले व्यक्ति को जितना हो सके ज्यादा से ज्यादा पानी दिन में पीना चाहिए,
  • ऐसा करने से वह गुर्दे की पथरी की समस्या से भी बचेगा साथ ही साथ,
  • बढ़ा हुआ यूरिक एसिड पेशाब के रास्ते शरीर में से निकलता रहेगा,

इसके अतिरिक्त…

  • जैतून का तेल,
  • अनाज का सेवन कम मात्रा में,

    यूरिक एसिड-uric acid
    फलों का करें सेवन

  • विटामिन सी वाले फल जैसे…  संतरा, कीवी, निम्बू, आंवला आदि
  • एवोकाडो,
  • सेब,
  • केला,
  • नाशपती,
  • बेरीज जैसे ब्लूबेरी,ब्लैकबेरी,
  • ग्रीन टी
  • ओमेगा -३,
  • नारियल पानी,
  • व्हीटग्रास जूस   इत्यादि का सेवन करना लाभप्रद है,

चाय कॉफी का भी कोई परहेज नहीं है परन्तु कम मात्रा में ही सेवन करें,

इसके अतिरिक्त सभी प्रकार के फल व फलों के जूस का सेवन हाइपरयूरिसीमिया वाले व्यक्ति को करना चाहिए,

यूरिक एसिड : कारण, लक्षण,सामान्य-स्तर, इलाज व खाने के सुझाव कृपया पढ़ते रहें…


बढ़े हुए यूरिक एसिड का इलाज आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में कैसे किया जाता है?

आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में बड़े हुए यूरिक एसिड का इलाज करने के लिए कुछ एक प्रमुख औषधियां हैं,

जोकि यूरिक एसिड को कम करने में काफी सहायता करती हैं साथ ही साथ लक्षणों के आधार पर चिकित्सा की जाती है जैसे…

१. दर्द निवारक दवाओं का प्रयोग…

बड़े हुए यूरिक एसिड में जोड़ों में बहुत अत्यधिक पीड़ा होती है,

जिसके लिए रोगी को दर्द निवारक दवाएं(NSAIDS) जैसे इबुप्रोफेन, डिक्लोफेनाक, नेपरोक्सन इत्यादि दवाएं दी जाती हैं,

यूरिक एसिड-uric acid
दर्द की गोलियां

इनका सेवन करने से दर्द कम हो जाता है तथा रोगी का जीवन यापन सही होने लगता है,

परंतु इसमें एक परेशानी है इस प्रकार की दवाओं का अत्यधिक सेवन करने से अनेक प्रकार के साइड इफेक्ट्स शरीर पर हो सकते हैं, इसलिए इन दवाओं का सेवन अपने डॉक्टर से सलाह मशवरा करने के बाद ही करना चाहिए,

२. Steroidal दवा का प्रयोग… 

अत्यधिक सूजन जोड़ों में होने के कारण कई डॉक्टर इस प्रकार की दवाओं का प्रयोग कुछ दिन के लिए उच्च यूरिक एसिड वाले रोगी में करते हैं,

जिससे कि रोगी को बहुत आराम मिलता है,

परंतु  इस दवा का सेवन भी अपने डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए नहीं तो अनेक प्रकार के दुष्परिणाम हो सकते है,

इन सभी दवाओं के अतिरिक्त कुछ खास प्रकार की दवाएं जैसे कि…

  • Allopurinol- Zyloric brand name most popular medicine
  • Febuxostat 
  • Colchicine  आदि का प्रयोग उच्च यूरिक एसिड वाले रोगी को कई महीनों लगातार करना पड़ता है,

इनके सेवन से बढ़ा हुआ यूरिक एसिड कम हो जाता है इस बात में कोई भी संशय नहीं है,


बढ़े हुए यूरिक एसिड-uric acid का इलाज आयुर्वेद में कैसे किया जाता है?

  • आयुर्वेद में यूरिक एसिड का बढ़ना इसको वात-रक्त कहते हैं तथा,
  • इसके इलाज के लिए सबसे पहले रोगी की प्रकृति का सही से निर्धारण करना पड़ता है,
  • उसी के अनुसार उसके आहार-विहार तथा औषध का सही निर्णय हो पाता है,

यह कार्य एक आयुर्वेद विशेषज्ञ ही कर सकता है,

  • इसलिए वात-रक्त के रोगी को किसी भी आयुर्वेद विशेषज्ञ से सलाह मशवरा कर इसका इलाज करवाना चाहिए,
  • आयुर्वेद में इस प्रकार की व्याधि का समूल इलाज किया जाता है,
  • इसके लिए सबसे पहले रोगी के शरीर का संशोधन करना पड़ता है,
  • संशोधन करने के लिए पंचकर्म आदि का प्रयोग रोगी की प्रकृति के अनुसार किया जाता है,
  • इसमें वमन,विरेचन, बस्ती आदि क्रियाओं का प्रयोग किया जाता है,

एक बार सही से संशोधन हो जाने के बाद रोगी के आहार-विहार तथा औषधियों की मदद से उसकी व्याधि का शमन किया जाता है,

  • इस प्रकार इलाज करने से सही परिणाम प्राप्त होते हैं,

वातरक्त(Gout) में प्रयोग होने वाले कुछ महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक शास्त्रीय योग…

  • वातरक्तान्तक रस
  • पंचतिक्त घृत 
  • अम्रिताघृत
  • अमृता गुगुल
  • कैशोर गुगुल
  • पंचतिक्त-घृत गुगुल 
  • पुनर्नवादी गुगुल

बढ़े हुए यूरिक एसिड-uric acid को ठीक करने के आसान आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे…

१. अजवाइन(Carom seeds) का पानी…

  • इसके लिए एक बड़ा चम्मच अजवाइन(10 से 15 ग्राम लगभग) को एक गिलास पानी में डालकर रात को रख दे तथा,
  • सुबह होने पर खाली पेट उस पानी को छानकर पी ले,
  • ऐसा लगातार कुछ दिन लगभग 20 से 30 दिन करने से यूरिक एसिड कम होने लगता है तथा,
  • जोड़ों के दर्द में भी आराम मिलता है यह एक बहुत ही बढ़िया तथा आसान घरेलू नुस्खा है,

२. अदरक(Ginger) की चटनी…

यूरिक एसिड-uric acid
अदरक की चटनी

इसके लिए आपको थोड़ा सा अदरक लेना है तथा उसमें आधे से एक चम्मच अजवाइन को डालकर चटनी बना लेनी है तथा,

इसका प्रयोग प्रतिदिन आपको अपने आहार में करना है ऐसा करने से कुछ ही दिनों में बढ़ा हुआ यूरिक एसिड कम हो जाता है,

इसके अतिरिक्त आयुर्वेद में अनेकों ऐसी औषधियां हैं जिनके सेवन से बड़े हुए यूरिक एसिड को कम करने में बहुत मदद मिलती है,

जैसे कि…

३. हल्दी का प्रयोग प्रतिदिन करना…

यूरिक एसिड-uric acid
हल्दी करे फायदा

हल्दी(Turmeric) में करक्यूमिन(Curcumin) नामक तत्व पाया जाता है,

जो हमारे जोड़ों की सूजन को कम करने के साथ-साथ अनेकों बीमारियों को भी दूर करता है,

यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है,

४. लहसुन(Garlic) का प्रयोग…

यूरिक एसिड-uric acid
लहसुन है गुणकारी
  • आपको अपने आहार में लहसुन का प्रयोग हर दिन करना चाहिए इससे भी जोड़ों की सूजन में कमी आती है तथा,
  • किसी भी प्रकार की वातव्याधि को दूर करने में लहसुन बहुत गुणकारी है,

५. शालाकी(Boswellia serrata) का प्रयोग…

यह एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसका प्रयोग अनेक प्रकार के जोड़ों की बीमारियों में हजारों सालों से सफलतापूर्वक किया जाता है, आजकल इसके अनेक प्रकार के कंपनी ब्रांड बाजार में उपलब्ध है तथा,

कोई भी रोगी इनका सेवन आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह मशवरा कर आसानी से कर सकता है,

आजकल तो आधुनिक चिकित्सा विज्ञान की औषधियों में भी इसका प्रयोग होने लगा है,

६. गिलोय का स्वरस…

यूरिक एसिड-uric acid
गिलोय का रस
  • गिलोय(Tinospora cardifolia) का रस दिन में तीन बार दो-दो चम्मच की मात्रा में सेवन करने से बढ़े हुए यूरिक एसिड को कम करने में काफी मदद मिलती है,
  • इसके लिए ताजा गिलोय ले तथा उसका रस जूसर ग्राइंडर में थोड़ा सा पानी डाल कर आसानी से घर पर ही तैयार करना है,
  • बाजार से मिलने वाला गिलोय रस ताजा ना होने की वजह से गुणहीन हो जाता है,

७. हरीतकी चूर्ण का प्रयोग…

  • हरीतकी(Indian hog plum) के चूर्ण को 3 ग्राम की मात्रा में सुबह तथा 3 ग्राम की मात्रा में शाम को गुनगुने पानी के साथ लगातार 20 से 30 दिन सेवन करने से बढ़े हुए यूरिक एसिड में आराम मिलता है,
  • हरीतकी चूर्ण के साथ बराबर मात्रा में गुड को मिलाने से लाभ और भी बढ़ जाता है,
  • हरीतकी को King of medicines भी कहते है क्योंकि इसके आयुर्वेद में अनेको फायदे बताएं गए है,

८. गोखरू व गिलोय का चूर्ण…

इन दोनों जड़ी बूटियों को बराबर मात्रा में लेकर इनका चूर्ण बना लें तथा,

इसका सेवन एक छोटा चम्मच सुबह एक छोटा चम्मच शाम को कुछ दिन करने से बढ़े हुए यूरिक एसिड में आराम मिलता है,

९. नीम, गिलोय, वासा(Malabarnut) तथा पिप्पली(Long-pepper) का चूर्ण…

  • इन चारों जड़ी बूटियों को बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें तथा,
  • इस चूर्ण का सेवन 2 ग्राम की मात्रा में सुबह और 2 ग्राम की मात्रा में शाम को गुनगुने पानी के साथ कुछ दिन करने से बढ़े हुए यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में बहुत लाभ मिलता है,

१०. नींबू पानी का प्रयोग…

यूरिक एसिड-uric acid
रोज़ पीयें निम्बू पानी
  • सुबह खाली पेट एक गिलास ताजे पानी में एक नींबू निचोड़कर पीने से यूरिक एसिड को शरीर से निकालने में काफी लाभ मिलता है,
  • एलोवेरा जूस तथा आंवला जूस के सेवन से भी हाइपरयुरीसीमिया में बहुत लाभ होता है,

इन सभी आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खों का प्रयोग करते समय अपने आहार-विहार का ख्याल रखें तथा स्वस्थ जीवन शैली जरूर अपनाएं ऐसा करने से ही आपको सही लाभ प्राप्त होगा,


बढ़े हुए यूरिक एसिड का इलाज होम्योपैथी में कैसे किया जाता है?

होम्योपैथी में यूरिक एसिड को ठीक करने के लिए अनेकों दवाइयां हैं,

इन दवाइयों का सेवन आप किसी भी होम्योपैथिक विशेषज्ञ से सलाह मशवरा कर सही प्रकार कर सकते हैं,

  • होम्योपैथी में लक्षणों के आधार पर दवा बदल जाती है,
  • मान लो किसी के पैरों की उंगलियों के जोड़ों में सूजन है तो उसके लिए दवा अलग होगी,
  • अगर किसी को गर्दन में दर्द है या हाथ के जोड़ में दर्द है उसके लिए दवा अलग होगी अगर किसी को दर्द के साथ साथ,
  • पेशाब ज्यादा आ रहा है तो इसकी दवा भी अलग होगी,

इसलिए आप भ्रम में ना पड़े और अगर आप होम्योपैथिक उपचार करवाना चाहते हैं तो आपको होम्योपैथिक विशेषज्ञ से मिलना चाहिए,

  • यहां पर मैं कुछ होम्योपैथिक दवाओं का नाम आपको बता रहा हूं,
  • यह दवाइयां आप सेवन कर सकते हैं क्योंकि इस प्रकार की दवाइयों का कोई भी दुष्प्रभाव शरीर पर नहीं होता…

१. Benzoicum Acidum… 

  • इसकी 30 potency ले कर उसको दो बूंद सुबह और दो बूंद शाम को गुनगुने पानी में या,

जिहवा पर डालकर लगातार पंद्रह दिन तक इसका सेवन करना चाहिए,

तथा उसके बाद अपने यूरिक एसिड के स्तर की जांच करवानी चाहिए, 

  • इस बात का ध्यान रखें कि जब भी आप यह दवा ले उसके आधा घंटा आगे या पीछे कुछ भी ना खाएं,
  • इस दवा के सेवन से यूरिक एसिड तथा गठिया जैसे रोगों का इलाज संभव है,

गाउट(Gout) के लिए अन्य होम्योपैथिक दवा…
१. Berberis pentarkan… इसकी 2 टैब दिन में 3 बार ले सकते है या,
२. Urtica urenus Q मदर TINCTURE… इसकी 20 बूँद दिन में तीन बार आधे गिलास पानी में डालकर भी ले सकते है,

  • इन दवायों के सही परिणाम प्राप्त करने के लिए कम से कम ४ से ६ महीने तक इनका लगातार सेवन करना जरूरी है

निष्कर्ष(Conclusion)…

  • मेरी राय में यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए स्वस्थ जीवन शैली को अपनाना चाहिए तथा,
  • मादक पदार्थों जैसे शराब, बीयर, वोडका आदि का सेवन नहीं करना चाहिए इसके साथ साथ,
  • एक हफ्ते में 2 से ढाई घंटे का हल्का व्यायाम जरूर करना चाहिए तथा साथ में जितना हो सके मांसाहार के सेवन से बचना चाहिए,

तथा पानी का प्रयोग ज्यादा से ज्यादा मात्रा में प्रतिदिन करना चाहिए,

यूरिक एसिड एक प्रकार का अम्ल है इसलिए ऐसे पदार्थों का सेवन से बचें जिन से हमारे शरीर में अम्लता(Acidity) बढ़ती है,

  • ऐसा मात्र करने से बिना किसी दवाई के यूरिक एसिड नियंत्रित हो जाता है,
  • अगर फिर भी आपको किसी भी प्रकार का सलाह मशवरा करना है तो नीचे दिए गए मेल आईडी पर संपर्क कर सकते हैं,
  • अगर यह लेख आपको पसंद आया तो कृपया इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें,

क्योंकि मैंने यहां पर यूरिक एसिड : कारण, लक्षण,सामान्य-स्तर, इलाज व खाने के सुझाव के बारे में पूरे विस्तार से आपको समझा दिया है इस को ध्यानपूर्वक पढ़ें व लाभ उठाएं,


यूरिक एसिड-uric acid : अस्वीकरण(disclaimer)… 
  • इस लेख की सामग्री व्यावसायिक चिकित्सा सलाह(professional medical advice), निदान(diagnosis) या उपचार(ट्रीटमेंट) के विकल्प के रूप में नहीं है।
  • चिकित्सीय स्थिति के बारे में किसी भी प्रश्न के लिए हमेशा चिकित्सीय(doctor कंसल्टेशन) सलाह लें।
  • उचित चिकित्सा पर्यवेक्षण(without proper medical supervision) के बिना अपने आप को, अपने बच्चे को, या किसी और का  इलाज करने का प्रयास न करें।

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