बवासीर का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज

बवासीर का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज- piles symptoms & main treatment

बवासीर का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज क्या है ?

बवासीर (पाइल्स) एक ऐसी स्थिति है जिसमें गुदा के आसपास की नसों में सूजन और प्रदाह होता है। इसके लक्षण में टट्टी करते समय दर्द, खून की बुंदें, खुजली, और सूजन शामिल हो सकते हैं।

आयुर्वेद में, बवासीर के लिए कई प्राकृतिक औषधियां और उपचार उपलब्ध हैं जो संबंधित लक्षणों को कम करने और स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं। नीचे दिए गए हैं कुछ आयुर्वेदिक उपचार बवासीर के लिए:

  1. त्रिफला: यह एक प्रमुख आयुर्वेदिक दवा है जो कब्ज़ और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करती है। आप त्रिफला चूर्ण को गर्म पानी के साथ रात को सोने से पहले ले सकते हैं।
  2. सितोपलादी चूर्ण: इस चूर्ण को भी खाने के पश्चात गर्म पानी के साथ लिया जा सकता है। यह चूर्ण पेट के अलसी में ताजगी लाने और बवासीर के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।

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  3. अर्शकुंटारी वटी: यह वटी बवासीर के लक्षणों को कम करने में सहायक हो सकती है। आप इसे एक ग्लास दूध के साथ ले सकते हैं।
  4. जीवन्ति तेल: यह टेल शल्य चिकित्सा में भी उपयोग होती है और इसे बवासीर के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे स्थानीय रूप से लगाया जा सकता है ताकि यह सूजन को कम करे और लक्षणों को शांत करे।

यदि आपको बवासीर के लक्षण हैं, तो आपको अपने आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए ताकि वे आपके लिए सबसे उपयुक्त औषधि और उपचार का सुझाव दे सकें। यदि बवासीर के लक्षण गंभीर हो रहे हैं या आपको लंबे समय से बवासीर है, तो आपको एक विशेषज्ञ के पास जाकर सलाह लेना चाहिए।


बवासीर के लक्षण (symptoms of piles in hindi):

बवासीर (पाइल्स) के लक्षण व्यक्ति के आदर्श परिस्थितियों और गंभीरता के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। यहां कुछ सामान्य लक्षण दिए जा रहे हैं:

  1. बवासीर का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज
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    1.गुदा क्षेत्र में सूजन और फूलाव: यह एक प्रमुख लक्षण है जो बवासीर के मरीजों में देखा जाता है। गुदा क्षेत्र में सूजन के कारण व्यक्ति महसूस कर सकता है कि कुछ गुदा में फूलाव हो रहा है।

  2. खून की बुंदें: बवासीर के मरीजों में गुदा से खून की बुंदें आने लगती हैं। यह बुंदें पेशाब करते समय, डिफिकेशन (मल त्याग) करते समय या सामान्य रूप से दिख सकती हैं।
  3. खुजली और जलन: गुदा क्षेत्र में खुजली और जलन की समस्या हो सकती है। इसका कारण बवासीर के संबंध में सूजन और अन्य तकलीफें हो सकती हैं।
  4. दर्द और असहजता: बवासीर के मरीजों को गुदा क्षेत्र में दर्द और असहजता की समस्या हो सकती है। यह दर्द शारीरिक गतिविधियों में वृद्धि के कारण हो सकता है और बैठने, खड़े होने या शारीर को झुकाने के समय और भी बढ़ सकता है।
  5. अवसाद या चिढ़चिढ़ापन: लंबे समय तक बवासीर के साथ जूझने के कारण मानसिक तनाव, अवसाद और चिढ़चिढ़ापन जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।

यदि आपको इन लक्षणों में से कुछ भी हो रहा है और आप बवासीर के संदेह में हैं, तो आपको चिकित्सा पेशेवर से परामर्श करना चाहिए। वे आपका विस्तृत मामला जांचेंगे, आपके लक्षणों का मूल्यांकन करेंगे और उपचार की सलाह देंगे।


बवासीर के लिए टेबलेट कोनसी best है ?

बवासीर के लिए सबसे अच्छी टेबलेट का चयन आपके लक्षणों, गंभीरता स्तर और चिकित्सा पेशेवर की सलाह पर निर्भर करेगा। बवासीर के लिए टेबलेट का चयन करते समय आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान देना चाहिए:

  1. विशेषज्ञ की सलाह: अपने चिकित्सा पेशेवर से संपर्क करें और उनकी सलाह पर चलें। वे आपके लक्षणों का मूल्यांकन करेंगे और आपके लिए सबसे उपयुक्त टेबलेट का सुझाव देंगे।
  2. सामग्री की जांच: टेबलेट की सामग्री, उसके घटकों, मात्रा और उपयोग के बारे में जानकारी प्राप्त करें। यदि आपको किसी विशेष घटक से एलर्जी होती है, तो उस टेबलेट का उपयोग न करें।
  3. उत्पाद की गुणवत्ता: टेबलेट की गुणवत्ता, निर्माण कंपनी की प्रतिष्ठा और गुणात्मक रियलवर्ड्स को मान्यता दें। यह आपकी सुरक्षा और उपचार की प्रभावकारिता में महत्वपूर्ण होता है।
  4. उपयोग निर्देश: टेबलेट के उपयोग निर्देशों को समझें और उनका पालन करें। उपयोग की सही मात्रा, समय और अवधि का पालन करना महत्वपूर्ण है।

piles or बवासीर जैसी चिकित्सीय स्थितियों का संगठन, लक्षणों और व्यक्तिगत आवश्यकताओं के आधार पर अलग होता है, इसलिए विशेषज्ञ के परामर्श पर जाना सर्वोत्तम होगा।बवासीर का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज

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बवासीर के मस्से सुखाने के उपाय क्या है ?

बवासीर के मस्से को सुखाने के लिए कुछ आयुर्वेदिक और होमियोपैथिक उपाय माध्यमिक रूप से उपयोगी हो सकते हैं। यहां कुछ सामान्य उपाय दिए जा रहे हैं:

  1. सिट्स बाथ: गर्म पानी में सिट्स बाथ करने से बवासीर के मस्से सुख सकते हैं। इसके लिए, एक छोटे बाल्टी या टब में गर्म पानी लें और उसमे नमक मिलाएं। अब इसमें बैठें ताकि गुदा क्षेत्र संपर्क करे। इसे 10-15 मिनट तक करें और फिर साफ़ पानी से धो लें। यह प्रक्रिया कुछ हफ्तों तक दिन में 2-3 बार कर सकते हैं।
  2. अल्ट्रा वाइलेट (UV) रेडिएशन: कुछ वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार, UV रेडिएशन बवासीर के मस्सों को सुखा सकता है। यह विशेष चिकित्सा पेशेवर द्वारा प्रदान की जा सकती है। वे उच्च तापमान और उच्च शक्ति के UV रेडिएशन का उपयोग कर सकते हैं।
  3. आयुर्वेदिक दवा: आयुर्वेदिक दवाइयों का उपयोग भी बवासीर के मस्सों को सुखाने में मदद कर सकता है। इसके लिए, आपको एक प्रशिक्षित आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए, जो आपकी स्थिति के आधार पर उपयुक्त औषधि और उपचार की सलाह दे सकते हैं।
  4. होमियोपैथिक दवा: होमियोपैथिक चिकित्सा में भी कुछ दवाएं मस्सों को सुखाने में मदद कर सकती हैं। होमियोपैथिक चिकित्सक से सलाह लें और उनकी दिशा अनुसार उपयुक्त दवा लें।

ध्यान दें कि बवासीर के लिए यह सुझाव आपके व्यक्तिगत लक्षणों, गंभीरता स्तर और चिकित्सा पेशेवर के सलाह पर निर्भर करेंगे। सर्वोत्तम परिणामों के लिए, आपको एक चिकित्सा पेशेवर की मार्गदर्शन करना चाहिए।


बवासीर की गारंटी की दवा कोनसी है ?

  • कोई भी दवा बवासीर (पाइल्स) की पूरी गारंटी नहीं दे सकती है। बवासीर का इलाज लक्षणों, गंभीरता स्तर और व्यक्तिगत आवश्यकताओं पर निर्भर करता है। सही उपचार की समय पर शुरुआत करने और उपचार के दौरान चिकित्सा पेशेवर की मार्गदर्शन का पालन करने से संभवतः लक्षणों को कम किया जा सकता है और सुखा सकते हैं।

आपके लिए सबसे उपयुक्त दवा आपके लक्षणों, गंभीरता स्तर और व्यक्तिगत स्थिति पर निर्भर करेगी। इसलिए, आपको एक चिकित्सा पेशेवर से परामर्श लेना चाहिए जो आपके मामले को मूल्यांकन करेगा और आपको सबसे उचित और प्रभावी दवा का सुझाव देगा।

चिकित्सा पेशेवर आपकी बवासीर के लक्षणों, रूप, स्थिति और आपके सामान्य स्वास्थ्य का मूल्यांकन करेगा और फिर आपको उपयुक्त दवा, क्रीम, या और किसी उपचार का सुझाव देगा।बवासीर का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज

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अपने चिकित्सा पेशेवर की सलाह और निर्देशों का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।बाकी मेरी पर्सनल ओपिनियन में pilfine capsule तथा pilefine क्रीम बवासीर के ilaaz के लिए best दवाएं है इसकेअतिरिक्त हिमालय की pilex भी bestहै piles केलिए


बवासीर का इलाज:

बवासीर (पाइल्स) का इलाज लक्षणों, गंभीरता स्तर और स्थिति के आधार पर अलग-अलग हो सकता है। निम्नलिखित तरीकों में से कुछ आम बवासीर के इलाज के उपाय हैं:

  1. पोषणपूर्ण आहार: एक स्वस्थ और पोषणपूर्ण आहार लेना बवासीर के इलाज में मदद कर सकता है। अधिक फाइबर, पूरे अनाज, फल और सब्जियां, ताजे पानी की पर्याप्त मात्रा और तंदुरुस्त खान-पान का सेवन करें। फाइबर खाद्य सामग्री स्टूल को मुलायम और स्थिर रखने में मदद करती है और कब्ज को कम करने में सहायता प्रदान कर सकती है।
  2. पानी की पर्याप्त मात्रा: प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी महत्वपूर्ण है। यह सही पाचन और स्टूल के निर्माण में मदद कर सकता है और कब्ज को कम करने में सहायता प्रदान कर सकता है।
  3. सिट्स बाथ: गर्म पानी में सिट्स बाथ करने से बवासीर के मस्से सुखा सकते हैं। इसके लिए, एक बाल्टी या टब में गर्म पानी भरें और उसमें नमक मिलाएं। अब इसमें बैठें ताकि गुदा क्षेत्र संपर्क करे। इसे 10-15 मिनट तक करें और फिर साफ़ पानी से धो लें। यह प्रक्रिया कुछ हफ्तों तक दिन में 2-3 बार कर सकते हैं।
  4. दवाइयाँ: आयुर्वेदिक और होमियोपैथिक दवाइयाँ बवासीर के इलाज में उपयोगी हो सकती हैं। आपको एक प्रशिक्षित आयुर्वेदिक चिकित्सक या होमियोपैथिक चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए, जो आपकी स्थिति को मूल्यांकन करेंगे और आपके लिए सबसे उचित औषधि या उपचार की सलाह देंगे।
  5. शल्य चिकित्सा: गंभीर मामलों में, जब अन्य उपाय असफल होते हैं, शल्य चिकित्सा (सर्जरी) का इलाज भी विचार किया जा सकता है। यह कुछ विशेष मामलों के लिए अनुशंसित होता है जहां मस्से बड़े और गंभीर हो सकते हैं।

यदि आपको बवासीर के लक्षण हैं, तो आपको चिकित्सा पेशेवर से परामर्श करना चाहिए ताकि वे आपके मामले को मूल्यांकन करें और उपयुक्त इलाज का सुझाव दे सकें।


बवासीर में चावल खाना चाहिए या नहीं?

  • बवासीर (पाइल्स) के मामले में चावल खाने के बारे में विशेष निर्देश या प्रतिबंध नहीं हैं।
  • चावल खाना बवासीर के रोगी के लिए सामान्यतः सुरक्षित होता है, जब तक उन्हें अन्य शारीरिक परेशानियों या आहार संबंधी विशेषताओं का सामना नहीं करना पड़ता है।

चावल उच्च पोषक तत्वों और ऊर्जा का स्रोत हो सकते हैं और पाचन को भी सहायता प्रदान कर सकते हैं। हालांकि, बवासीर के रोगी को अन्य संबंधित समस्याओं के कारण आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

यदि चावल खाने से पहले आपको किसी भी व्यक्तिगत आहार या चिकित्सा सलाह के बारे में जानने की जरूरत होती है, तो आपको अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। यदि बवासीर के लक्षण या समस्या बढ़ रही है,

तो इसे अनदेखा न करें और चिकित्सा सलाह के लिए एक पेशेवर चिकित्सक से संपर्क करें। वे आपको सही राह दिखा सकेंगे और आपको उचित उपचार प्रदान कर सकेंगे।


बवासीर में दूध पीना चाहिए या नहीं ?

  • बवासीर (पाइल्स) के मामले में दूध पीने के बारे में खास निर्देश या प्रतिबंध नहीं हैं। दूध आपके आहार में एक पोषक पदार्थ के रूप में महत्वपूर्ण हो सकता है।

दूध एक अच्छा स्रोत हो सकता है जो आपको प्रोटीन, कैल्शियम और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों के साथ पूर्ण कर सकता है। इसके साथ ही, दूध में मौजूद विटामिन डी भी कैल्शियम के अवशोषण को सुविधाजनक बना सकता है, जो बवासीर के मामले में भी महत्वपूर्ण हो सकता है।

  • हालांकि, बवासीर के मरीजों के लिए आहार पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। यदि दूध के सेवन से आपको किसी तरह की परेशानी हो रही है, तो आपको अपने चिकित्सक से सलाह लेना चाहिए। वे आपको उचित आहार और विशेष निर्देशों के बारे में सलाह दे सकते हैं, जो आपके लिए सबसे अच्छा होगा।

साथ ही, यदि बवासीर के लक्षण बढ़ते हैं या आपको अन्य संबंधित समस्याएं हो रही हैं, तो आपको चिकित्सा सलाह के लिए एक विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए। उन्हें आपकी स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए और उपचार की सलाह देने के लिए आपकी पूरी चिकित्सा इतिहास और जांच की आवश्यकता हो सकती है।


महिला बवासीर के लक्षण:

महिलाओं में बवासीर के लक्षण व्यक्तिगत होते हैं और यह महिलाओं के लिए अस्वीकार्य होते हैं। यह निम्नलिखित लक्षणों के रूप में प्रकट हो सकते हैं:

  1. गुदा क्षेत्र में दर्द या तेज खराश
  2. गुदा क्षेत्र में सूजन या फूलाव
  3. पास वाले स्थान में खुन आना
  4. मलत्याग के समय दर्द या खुन आना
  5. गुदा क्षेत्र में खुजली या जलन महसूस करना
  6. गुदा क्षेत्र में मस्सों का उपस्थित होना
  7. गुदा क्षेत्र में मल की विलोम रूप से बाहरी घाव का उपस्थित होना

यदि आपको ये लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो आपको चिकित्सा सलाह लेनी चाहिए। एक पेशेवर चिकित्सक आपकी जांच करेगा, आपके लक्षणों का मूल्यांकन करेगा और उपचार की सलाह देगा।

उपचार विकल्पों में दवाओं, आहार और जीवनशैली में परिवर्तन, और कभी-कभी चिकित्साकारी प्रक्रियाएं (जैसे बंद बवासीर के लिए स्क्लेरोथेरेपी या लेजर थेरेपी) शामिल हो सकती हैं।


खूनी बवासीर के नुकसान:

Bleeding piles बवासीर या खूनी पाइल्स के कई नुकसान हो सकते हैं। यह आपके स्वास्थ्य और सामान्य जीवन को प्रभावित कर सकता है। नुकसानों में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:

  1. दर्द और असहनीयता: खूनी बवासीर के मरीजों को गुदा क्षेत्र में दर्द और असहनीयता का अनुभव हो सकता है। यह पाइल्स के कारण होता है और दिनचर्या को प्रभावित कर सकता है।
  2. खून की गिरन: खूनी बवासीर के मरीजों को गुदा क्षेत्र से खून की गिरन की समस्या हो सकती है। यह खून के बहाव के कारण होता है और रोगी को अस्वस्थ और थका हुआ महसूस करा सकता है।
  3. इन्फेक्शन: खूनी बवासीर के कारण रोगी को इन्फेक्शन की संभावना बढ़ जाती है। खूनी पाइल्स के रूप में रक्तस्राव होने से इंफेक्शन के लक्षण जैसे गुदा क्षेत्र की सूजन, गर्मी, और आंशिक हीलिंग में बाधा हो सकती है।
  4. आंगनी: खूनी पाइल्स अक्सर आंगनी या आंगनी में मस्तिष्क के पास स्थित पाइल्स के कारण मस्तिष्क में दर्द और असुविधा का कारण बन सकते हैं।
  5. सामाजिक और मानसिक परेशानी: खूनी बवासीर के कारण रोगी को सामाजिक और मानसिक दुख हो सकता है। यह शर्मिंदगी और खुदरा महसूस करने के कारण हो सकता है और सामाजिक गतिविधियों में रुचि का कमी ला सकता है।

खूनी बवासीर के नुकसानों को कम करने के लिए उचित उपचार और चिकित्सा सलाह बहुत महत्वपूर्ण होती है। चिकित्सक आपको सही उपचार प्रदान कर सकते हैं और आपकी स्थिति को सुधारने में मदद कर सकते हैं।


Disclaimer (बवासीर का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज)

इस आर्टिकल में दी गई नींद की दवाइयों की जानकारी केवल ज्ञान मात्र के लिए है कृपया नीचे दी गई किसी भी अंग्रेजी दवाई को बिना डॉक्टर की सलाह बिल्कुल भी इस्तेमाल ना करें

  • क्योंकि इन दवाइयों के सेवन से कई प्रकार के शारीरिक तथा मानसिक दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं
    बाकी यह दवाइयां सिर्फ डॉक्टर की पर्ची पर ही मिलती है इसलिए डॉक्टर की सलाह से ही इस्तेमाल की जानी चाहिए

इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद किसी भी दवा का इस्तेमाल अपनी मर्जी से करने से अगर कोई नुकसान होता है तो इसका जिम्मेदार वह व्यक्ति खुद होगा हमारी इसमें कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी

Information Compiled- by Dr Vishal Goyal

Bachelor in Ayurvedic Medicine and Surgery

Post Graduate in Alternative Medicine MD(AM)

Email ID- [email protected]

Owns Goyal Skin and General Hospital, Giddarbaha, Muktsar, Punjab

कंसल्टेशन फीस – मात्र 50 रुपए WHATSAPP NO +919855262699

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