बार-बार पेशाब आना घरेलू उपाय

बार-बार पेशाब आना घरेलू उपाय | Frequent Urination in Hindi

बार-बार पेशाब आना घरेलू उपाय: बार-बार पेशाब आना या बहुमूत्र रोग की समस्या बहुत से लोगों में पाई जाती है इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति दिन प्रतिदिन कमजोर होता जाता है साथ ही साथ कई मामलों में गंभीर मानसिक तनाव से पीड़ित हो जाता है बहुमूत्र रोग के कारण कई व्यक्तियों में नींद ना आने की समस्या भी हो जाती है कई बार कमर तथा कमर के निचले हिस्सों में दर्द रहने लगता  है इस समस्या का सही से निदान कर उपचार करवाना बहुत जरूरी है अन्यथा मरीज की शारीरिक तथा मानसिक हालत दोनों पर ही इसका बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है बार-बार पेशाब आना के घरेलू उपाय की चर्चा इस आर्टिकल में नीचे की गई है कृपया ध्यान से पढ़ें

बार-बार पेशाब आना कौन सी बीमारी है ?(बार-बार पेशाब आने का कारण)

वैसे तो इसका मेडिकल कारण कुछ भी हो सकता है जैसे कि… 

  • शुगर (Diabetes) रोग
  • पेशाब के रास्ते के इनफेक्शंस (UTI)
  • वृद्ध अवस्था में प्रोस्टेट ग्रंथि का बढ़ना (BPH)
  • अनुवांशिक (Hereditary) कारण 
  • ओवरएक्टिव ब्लैडर सिंड्रोम (Overactive Bladder Syndrome) 
  • गुर्दे के रोग (kidney diseases)
  • किडनी स्टोन
  • Pregnancy
  • इंटरस्टेशल सिस्टाईट्स (cystitis)
  • हाई ब्लड प्रेशर
  • मनोवैज्ञानिक कारण
  • मूत्राशय का कैंसर
  • मूत्रवर्धक दवा का सेवन 
  • ठंडा वातावरण
  • ज्यादा व्यायाम करने से इत्यादि

बहुमूत्र रोग का सही से परीक्षण करवा कर इलाज करवाने से रिजल्ट बहुत अच्छे मिलते हैं यह रोग बच्चों से लेकर बूढ़ों तक किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है


महिलाओं को बार-बार पेशाब आना / बहुमूत्र रोग के लक्षण

  • इस रोग में पीड़ित व्यक्ति को बार-बार पेशाब आता है 
  • थोड़ी थोड़ी देर बाद थोड़ी मात्रा में बार-बार (Frequency) पेशाब आता रहता है 
  • पेशाब करने के बाद भी पेशाब की इच्छा (Urgency) बनी रहती है
  • कई बार पेशाब करने की इच्छा तीव्र होती है परंतु जोर लगाने पर पेशाब बहुत ही कम मात्रा (Hesitancy) में आता है
  • पेशाब करते वक्त जलन (Burning Sensation) का एहसास
  • बूंद बूंद करके पेशाब का आना
  • ब्लैडर को पूरी तरह से खाली नहीं कर पाना
  • पेशाब करने में परेशानी या ज्यादा समय लगना
  • पेशाब कंट्रोल नहीं कर पाना

पेशाब के रास्ते में पीड़ा (Pain during Micturation) का अनुभव होना इत्यादि


बहुमूत्र रोग का पता लगाने के लिए टेस्ट

अगर किसी व्यक्ति को बार-बार पेशाब आने की समस्या है तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर के द्वारा सही कारण का पता लगाने के लिए नीचे लिखे गए टेस्ट करवाए जा सकते हैं जैसे कि…बार-बार पेशाब आना घरेलू उपाय

Urine Complete टेस्ट

  • Fasting Blood Sugar 
  • Random Blood Sugar 
  • Kidney Function Test 
  • Ultrasonography 
  • Uroflowmetry 
  • Urodynamic (UDS) Study 
  • X-Ray KUB

बार-बार पेशाब आना घरेलू उपाय बताएं?

इसके घरेलू उपाय निम्न लिखित हैं…

  • आँवले का सूखा चूर्ण या आँवले का रस गुड़ के साथ मिलाकर लेने से इस बीमारी में लाभ होता है।
  • 20 ग्राम काले तिल और 10 ग्राम अजवायन को मिलाकर पाउडर बना लें, फिर इस पाउडर को 50 ग्राम गुड में मिलाकर सुबह-शाम 1-1 चम्मच सेवन करें।
  • रीढे की गुठली का चूर्ण 1-1 चम्मच सुबह-शाम ताजे पानी से लेने पर बीमारी में लाभ मिलता है।
  • टेसू के फुल+दालचीनी+कलमी शोरा+काले तिल+राई-सभी को समान मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लें और प्रतिदिन सुबह-शाम शहद के साथ मिलाकर चाटें। ।
  • प्रातःकाल खाली पेट अदरक का रस 1 चम्मच लेने से बहुमूत्र की शिकायत दूर होती है।
  • बहेडा तथा जामुन की गुठली दोनों को बराबर मात्रा में पीस लें और प्रतिदिन 1 चम्मच सादे पानी के साथ लें।
  • रात्रि सोने से पहले गाय के दूध में पकाये हुये 4 छुआरे खाने से बहुमूत्र के रोग में आराम मिलता है।
  • 10 ग्राम खसखस के दाने और 10 ग्राम गुड़ दोनों को मिलाकर प्रतिदिन सुबह-दोपहर शाम सेवन करें।
  • पिस्ता, मुनक्का तथा काली मिर्च बराबर मात्रा में (6 दाने पिस्ता, 6 दाने मुनक्का, 6 काजु) सुबह-शाम चबाकर खाने से बहुमूत्र की बीमारी में लाभ होता है।
  • मुलहठी, काली मिर्च तथा मिश्री तीनों को समान मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लें तथा प्रतिदिन सवेरे-शाम आधा चम्मच को देसी घी मे पेस्ट बनाकर चाट के लेने से बहुमूत्र रोग में लाभ होता है

बार बार पेशाब आना आयुर्वेदिक इलाज 

बहुमूत्र के रोगी को नीचे दिए गए योग प्रयोग करवाकर निरोगी करें…

  • वंग भस्म 15 से 30 मि.ग्रा. शहद से दिन में 3-4 बार चटायें।
  • शिलाजीत वटी आधी से 1 गोली तक सुबह-शाम ठन्डे जल या दूध से दें।
  • मधुमेहान्तक रस  एक गोली, गिलोय स्वरस, केले की पक्की फली या गूलर के काढ़े से सुबह-शाम दें। यह योग मधुमेह के अतिरिक्त बहुमूत्र में भी उपयोगी है।
  • बंग भस्म -15 से 30 मि.ग्रा. मलाई के साथ सुबह-शाम चटायें।

नोट:- यह भस्म बहुमूत्र के अतिरिक्त प्रमेह, नपुसंकता, वीर्यस्राव आदि रोगों में भी गुणकारी है तथा वीर्य स्तम्भक एवं शक्तिप्रद भी है।

  • Bahu Mutrantak Ras की एक से 2 गोली तक सुबह-शाम दोनों समय गूलर के क्वाथ या ठन्डे जल से दें।

अधिक प्यास लगने पर शालपर्णी, मुलहठी, दाब की जड़, मुनक्का, श्वेत चन्दन, हरड़ का बक्कल, महुआ के फूल 6 ग्राम लेकर कुचलकर रात को 250 मि.ली. जल में भिगों दें तथा प्रात: काल मसलकर छानकर रखलें। फिर दिन भर प्यास लगने पर इस द्रव्य को थोड़ा-थोड़ा पिलायें। इसके बाद सुबह भिगोकर रात में उपयोग में लायें।


बार-बार पेशाब आने की आयुर्वेदिक मेडिसिन

बार-बार पेशाब आने का ट्रीटमेंट आयुर्वेद मे भी है आप आयुर्वेदिक उपचार का सहारा ले सकते है। तो जानिए बार-बार पेशाब आने की आयुर्वेदिक मेडिसिन के बारे में…

  • चन्द्रप्रभा वटी का सेवन बार-बार पेशाब आने की समस्या में बहुत उपयोगी है।
  • अर्ध-हलासन करना भी बहुमूत्र रोग में फायदा पहुँचाता है।
  • योग भी काफी फायदेमंद साबित हो सकता है इसके लिए वायु मुद्रा लगाकर प्राणायम करना चाहिए।
  • अश्विनी मुद्रा करना भी बहुत फायदेमंद है। इसे अगर लेटकर करें तो ज्यादा फायदा होता है।
  • बहुमूत्रान्त्रक रस जो एक प्रकार की आयुर्वेदिक दवा है इसके सेवन से भी कई रोगियों को बहुत फायदा होता है।

आमलकी रसायन का उपयोग भी किया जा सकता है।


बार-बार पेशाब आने में फायदेमंद अन्य चीज़ें 

  • दही का सेवन
  • पालक
  • अदरक
  • सेब 
  • आंवला 
  • केले 
  • अनार का जूस

डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए ? 

नीचे लिखे गए लक्षण अगर आपको महसूस हो रहे है तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए जैसे कि…

  • पेशाब से blood का आना
  • बहुत ज्यादा प्यास का लगना
  • पेशाब करते समय दर्द या बेचैनी का होना
  • मूत्र कंट्रोल करने में परेशानी होना
  • बुखार आना
  • पेशाब का रंग लाल या गहरा भूरा होना
  • पेशाब करने में बहुत कठिनाई होना

पेट या कमर के नीचले हिस्से में दर्द होना


बार-बार पेशाब आना बचाव के उपाय (Tips To Prevent Frequent Urination)

अगर कोई व्यक्ति बार-बार पेशाब आने की समस्या से पीड़ित है तो इसकी रोकथाम के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे कि…

  • अगर किसी व्यक्ति को यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन के कारण यह परेशानी हो रही है तो ऐसी स्थिति में अपने डॉक्टर की सलाह अनुसार सही एंटीबायोटिक दवा का इस्तेमाल करके इस स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है
  • अपने दैनिक आहार में चाय, कॉफी का सेवन कम से कम करना चाहिए, क्योंकि इसमें कैफीन होता है जिससे ज्यादा पेशाब आता है
  • शुगर के मरीज को अपनी रक्त शर्करा के स्तर को हर संभव प्रयास से कंट्रोल करना बहुत जरूरी है अन्यथा बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है
  • अगर कोई महिला ओवरएक्टिव ब्लैडर सिंड्रोम की समस्या से पीड़ित है तो ऐसी स्थिति में यूरोलॉजिस्ट के परामर्श से इस समस्या का समाधान किया जा सकता है
  • वृद्ध अवस्था में पुरुषों में गदूद (BPH) बढ़ने लगते हैं जिससे बार-बार पेशाब की समस्या हो सकती है ऐसी स्थिति के इलाज के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें
  • टॉयलेट या शौचालय को पूरा साफ सुथरा रखें क्योंकि अस्वच्छता से भी यूरिन इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है
  • अगर किसी महिला को बार-बार पेशाब आने की समस्या ठीक नहीं हो रही है तो ऐसी स्थिति में उसे Bladder Diary भी लिखनी करनी चाहिए

दिनभर उचित मात्रा में पानी का सेवन जरूर करना चाहिए


निष्कर्ष 

बहुमूत्र रोग या बार बार पेशाब का आना कोई बीमारी नहीं है बल्कि किसी भी बीमारी जैसे शुगर रोग, मूत्राशय के इन्फेक्शनस या प्रोस्टेट ग्रंथि की समस्या इत्यादि का प्रमुख लक्षण हो सकता है 

  • इसलिए ऐसी स्थिति में डॉक्टर से परामर्श कर अपने रोग का सही निदान कर उसका इलाज करवाना बहुत जरूरी है 
  • ऐसा करने से कुछ ही दिनों में बार-बार पेशाब आने की समस्या से छुटकारा मिल जाता है 
  • इस आर्टिकल में कुछ घरेलू देसी नुस्खों का वर्णन मैंने आयुर्वेद चिकित्सक होने के नाते किया है 

इन घरेलू उपायों का प्रयोग करने से बार-बार पेशाब आने की समस्या मे बहुत फायदा होता है ऐसा हमने अनेकों रोगियों में आजमाया है

“बार-बार पेशाब आना घरेलू उपाय” पोस्ट पढने के लिए आपका धन्यवाद


अस्वीकरण 

इस लेख की सामग्री व्यावसायिक चिकित्सा सलाह (professional medical advice), निदान (diagnosis) या उपचार (ट्रीटमेंट) के विकल्प के रूप में नहीं है।

  • चिकित्सीय स्थिति के बारे में किसी भी प्रश्न के लिए हमेशा चिकित्सीय(doctor कंसल्टेशन) सलाह लें।

उचित चिकित्सा पर्यवेक्षण (without proper medical supervision) के बिना अपने आप को, अपने बच्चे को, या किसी और का  इलाज करने का प्रयास न करें।

इसे भी पढ़ें– “टाइफाइड की जांच in हिंदी”

Information Compiled- by Dr. Vishal Goyal

Bachelor in Ayurvedic Medicine and Surgery

Post Graduate in Alternative Medicine MD (AM)

Email ID- [email protected]

Owns Goyal Skin and General Hospital, Giddarbaha, Muktsar, Punjab

“बार-बार पेशाब आना घरेलू उपाय पढने के लिए धन्यवाद…writer-

कृपया इन आर्टिकल्स को भी पढ़े–

१.”कमरदर्द का रामबाण इलाज़ हिन्दी में

२.”कब्ज़ के कारण, लक्षण व् इलाज़ हिन्दी में

३.”लिव 52 टेबलेट के सभी फायदे

४.”बढे हुए sgot तथा sgpt को कम करने के उपाए

सन्दर्भ:

https://www.mayoclinic.org/diseases-conditions/benign-prostatic-hyperplasia/symptoms-causes/syc-20370087-frequent micturation in Benign prostatic hyperplasia (BPH)

https://my.clevelandclinic.org/health/diseases/15533-urination–frequent-urination- frequent-urination causes study

https://www.urologyhealth.org/urology-a-z/o/overactive-bladder-(oab)- frequent urination in overactive-bladder study

 

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