कमर दर्द का रामबाण इलाज

कमर दर्द का रामबाण इलाज- Best Remedies for Lower Back Pain

कमर दर्द (Lumbago) का रामबाण इलाज: यह एक ऐसा रोग है जो पुरुषों की अपेक्षा स्त्रियों को अधिक होता है। प्रसव (after delivery) के बाद अधिकतर महिलायें कमर दर्द की शिकायत करती हैं। कमर दर्द में उठना-बैठना एवं चलना-फिरना कठिन हो जाता है। कभी-कभी तो सीधा खड़ा होना भी कठिन हो जाता है।

  • आयुर्वेदानुसार यदि वात रोग कमर की माँसपेशियों में हो जाये तो कमर दर्द (backache) होता है। इसे कटिपेशीवात (lower back pain) भी कहते हैं।

इस रोग का मुख्य कारण रीढ़ की हड्डी (spinal cord) में विकृति (deformity) हो जाना है जिसे हम रीढ़ की हड्डी का डीजनरेशन रोग भी कहते हैं। महिलाओं में अस्थि दुर्बलता (weakness of bones) के कारण भी यह रोग हो जाता है।

इसके अतिरिक्त भी अनेक अन्य कारण हैं जैसे-मासिक धर्म अधिक आना (menorrhagia), मासिक धर्म का लोप हो जाना (menopause), कष्ट-आर्तव (dysmenorrhoea), श्वेतप्रदर तथा गर्भाशय का स्थान च्यूति (dislocation of uterus) आदि।

पुरुषों की तुलना में वयस्क महिलाओं में कमर दर्द (lower backache) की समस्याएं थोड़ी अधिक आम हैं वयस्क पुरुष वयस्क आबादी के 25 प्रतिशत की तुलना में वयस्क महिला वयस्क आबादी का लगभग 30% पीठ के निचले हिस्से मे दर्द (LBA) से परेशान है

“कमर दर्द का रामबाण इलाज” का पूरा विवरण आगे है कृपया ध्यान से पढ़े…


कमर दर्द का कारण (Causes of backache in hindi)

पीठ या कमर मे दर्द के अनेक कारण हो सकते है जैसे कि…

  • ठण्ड लग जाना (cold exposure)
  • सर्दी-जुकाम ( conditions like cough and cold)
  • फ्लू (during viral infections)
  • ज्वर (during fever) 
  • जटिल रोग (after having serious diseases) होने के बाद 
  • रोगों के दौरान (during illness)
  • कूल्हे के बल गिर जाना अर्थात् गिरते समय शरीर का भार कूल्हे (hips) पर पड़ते हुए जमीन पर गिरना
  • रीढ़ की विकृति (spinal cord deformity)
  • चोट लग जाना (physical injury)
  • मोच आ जाना (sprain or strain)
  • प्रसव से पूर्व तथा प्रसव के बाद (before and after delivery)
  • कूल्हे की हड्डी में विकृति होना (hip bone deformity)

गर्भावस्था में भी कुछ महिलाओं को बीच-बीच में कमर दर्द होता है। इसके अलावा…

  • मांसपेशियों का तनाव (muscle stiffness)
  • कशेरूकाओं का अपने स्थान से सरक जाना (dislocation of vertebrae)
  • महिलाओं के गर्भाशय में सूजन (swelling in uterus)
  • गर्भाशय ग्रीवा की सूजन
  • बरसात में भीग जाना
  • पानी में काफी समय तक रहना
  • भारी वजन उठाना
  • कमर में चोट लगना
  • मस्तिष्क शोथ (encephalitis)
  • रीढ़ की हड्डी के घाव
  • स्पॉण्डिलाईटिस (spondylitis)
  • कशेरूका संधिशोथ (inflammation in vertebral column)

इसके अतिरिक्त दुर्घटना, कैंसर आदि के कारण भी कमर दर्द हो सकता है। अत्यधिक मोटापे के कारण चर्बी बढ़ जाना तथा वृक्क दोष (kidney problems) के कारण भी कमर दर्द होता है।


कमर दर्द के लक्षण (symptoms of backache in hindi)

पीडित व्यक्ति मे नीचे लिखे लक्षण हो सकते है जैसे कि…

  1. कमर में तीव्र पीड़ा (acute pain) होना
  2. हिलाने या दबाने से कमर के दर्द में वृद्धि
  3. कई रोगियों को दर्द हमेशा बना रहता है
  4. ज्वर (fever) कभी होता है तथा कभी नहीं भी होता है
  5. कमरदर्द अकेला भी हो सकता है या अन्य वातजनित रोगों के साथ भी हो सकता है 
  6. कमर दर्द की तीव्रावस्था (acute stage) में चलने से पीड़ा में बढ़ोतरी होती है
  7. रोगी कमर सीधी नहीं कर पाता या कमर पकड़कर चलने में राहत अनुभव करता है 
  8. कमर में जकड़न (stiffness) का एहसास
  9. रोगी बराबर बेचैनी अनुभव करता है
  10. पेट की जाँच करने पर नाभि खिसकी हुई जान पड़ती है
  11. एक्स-रे परीक्षण किया जाये तो दोनों सैक्रोइलियक ज्वाइन्ट (Sacro-iliac Joint) में असामान्य परिवर्तन दिखाई देते हैं
  12. इ.एस.आर. (E.S.R.) बढ़ा हुआ रहता है 
  13. रोग की तीव्रावस्था में मल, मूत्र करने के लिये उठना भी मुश्किल हो जाता है
  14. अस्थि दुर्बलता (weakness of bones) हो जाती है

श्वेत प्रदर (leucorrhoea) एवं रजोदोष (amenorrhea) भी हो सकता है


कमर दर्द का इलाज

सहायक चिकित्सा-

कमर दर्द स्वयं कोई रोग नहीं हैं बल्कि शरीर में होने वाले अन्य रोग या रोगों का लक्षण है। इसलिए शरीर में व्याप्त मूल रोग की चिकित्सा करने पर कमर दर्द अपने आप दूर हो जाता है। इसमें सर्वप्रथम कब्ज़ को दूर करना आवश्यक होता है। इससे शरीर के विकार समुचित ढंग से निकलते रहते हैं तथा शरीर विषमुक्त (detoxify) होकर स्वस्थ हो जाता है।

यदि निदान (diagnosis) से किसी प्रकार के क्षय रोग (tuberculosis) का पता लगा हो तो यक्ष्मा (tuberculosis) का सही इलाज़ करवाएंकमर दर्द का इलाज रोग पुराना हो गया हो तो बेल्ट (belt) का प्रयोग करायें। बेल्ट के प्रयोग से कमर दर्द नहीं होता तथा कमर को सहारा भी मिल जाता है। यदि शरीर भारी हो तो चर्बी घटाने के लिये औषधियाँ तथा उचित योगासन आदि अपनायें।

  • चिकनाईयुक्त आहार से दूर रहें। गर्भाशय, डिम्बप्रणाली (overies), मूत्राशय (urinary bladder) आदि के कारण होने वाले कमर दर्द की चिकित्सा इन रोगों को समूल नष्ट किये बिना नहीं की जा सकती है।

कमर दर्द दूर करने के लिय योगासन या किसी प्रकार के व्यायाम को अपने दिनचर्या में किसी दक्ष प्रशिक्षक (expert physician) की निगरानी मे शुरू करें अन्यथा लाभ की जगह पर हानि होने की भी संभावना बढ़ जाती है। यह भी ध्यान रखें कि मूल कारण को दूर किये बिना मात्र पीडाहर दवाइयों (pain killers) के प्रयोग से स्थायी लाभ की उम्मीद नहीं की जा सकती है।

कमर दर्द सामान्य हो तो गर्म पानी की थैली को पीडित स्थान पर रखने या लहसुन से सिद्ध तेल की मालिश करने से लाभ होता है।

  • ठण्डे तथा शीतल (cold beverages) आहार एवं पेय मना हैं।

वातकारक आहार कष्टदायक हैं ये बात रोगी को समझा दें। cont…

कमर दर्द का रामबाण इलाज

चिकित्सक को चाहिये कि चिकित्सा के शुरू में ही रोगी के शरीर का शोधन (detoxification) करें। कब्ज़ हो तो उसे दूर करें। शीघ्र लाभ के लिये मुँह से दस्तावर (laxative) औषधि देने के बजाय एनीमा दें। इसके बाद इसबगोल की भूसी 10 ग्राम प्रतिदिन रात को सोने से पहले दें। कब्ज़ हो तो ग्लीसरीन की बत्ती भी दी जा सकती है।

  • इन उपायों के बाद भी यदि कब्ज़ हो हो त्रिफला चूर्ण का इस्तेमाल करें। यदि कमर दर्द का कारण ठण्ड हो तो पर्याप्त कपडे पहनायें एवं पीडित स्थान को ठण्ड से बचायें
  • सीलनयुक्त स्थान (damp spot) पर कमर दर्द के रोगी को नहीं रहना चाहिये। रोगी के लिये मानसिक एवं शारीरिक आराम की व्यवस्था करें।
  • यदि रोगी रोग की तीव्रता से अधिक पीड़ित हो तो बिस्तर पर ही मल-मूत्र करवाने की व्यवस्था करें।
  • अधिक वजन उठाने से पीडित को मना करें।
  • आहार, पौष्टिक एवं सुपाच्य दें।
  • गरिष्ठ भोजन (heavy diet) देना मना है।
  • तेलयुक्त आहार, तले, भुने, बासी, चटपटे, अधपके पदार्थ पीडित के लिए हानिकारक हैं।
  • अपचन, अफारा, गैस के विकार, अजीर्ण (indigestion) आदि हो तो पहले उसका इलाज़ करें। आमदोष (undigested food) के पाचन तथा जठराग्नि प्रदीप्त करने का उपाय करें।

दर्द दूर करने वाली दवा (NSAIDs) का प्रयोग करें। गर्म दूध, हरी साग-सब्जी, ताजे फल, पुपाने चावल रोगी के लिए बहुत बढ़िया हैं।cont…

कमर दर्द मे hard bed का महत्व 

चारपाई या मोटे गद्दे के बिस्तर की बजाय कठोर तख्त (hard bed) पर सोना रोगी के लिए बहुत फायदेमंद है। बेलाडोना प्लास्टर या तेल, क्रीम आदि का स्थानीय प्रयोग करें।

  • सुबह सूर्योदय से पहले एवं रात के भोजन के बाद खुली वायु में टहलना स्वास्थ्य के लिये लाभप्रद है। बिना दवा के प्रयोग के भी कई रोग इससे ठीक होते देखे गये हैं। कई चिकित्सक कमर दर्द में विटामिन ‘b-1’, ‘b-6’, ‘b-12’  का प्रयोग फायदेमंद बताते है पर इससे स्थायी लाभ (permanent treatment) की आशा नहीं की जा सकती है।

केवल दर्द दूर करने वाली दवा के प्रयोग से लाभ अस्थायी (temporary) होता है। इसलिए मूल रोग की चिकित्सा करने से कमरदर्द को दूर किया जा सकता है। इसलिए शुरू से ही पीड़ा कम करने के लिये एवं स्थायी लाभ के लिये दर्द दूर करने वाली दवायों के साथ साथ मूल बीमारी का इलाज करे


कमर दर्द की दवा

एक्लोफेन Aclofen-

यह एसेक्लोफिनैक की 100 मि.ग्रा. की टिकियाँ उपलब्ध हैं। 1-1 टिकिया प्रतिदिन दो बार लेना कमर दर्द मे बहुत प्रभावी है। गैस्ट्रिक, पेप्टिक अल्सर, सेरिब्रोवैस्कुलर रक्तस्राव, अल्सरेटिव कोलाइटिस, crohn डिज़ीज़, सिस्टेमेटिक ल्यूपस एरिथमैटोसस, स्तनपान करवाने वाली महिलायों आदि में सावधानी से देंनी चाहिए। 

एक्लोफेन प्लस Aclofen Plus

यह एक्लोफेन से अधिक प्रभावी है क्योंकि इसमें एक्लोफिनैक के साथ-2 पैरासिटामॉल भी मिला है। इसके समकक्ष कुछ और औषधियाँ भी उपलब्ध हैं जैसे कि…

  • डोलोकाइण्ड प्लस Dolokind Plus
  • महाडॉल Mahadol
  • मोवेक्सक्स प्लस Movexx Plus
  • सिग्नोफ्लाम Signoflam
  • जादू Xadoo यह एक्लोफेन प्लस के ही समकक्ष हैं।

क्योंकि इनमें भी एसेक्लोफिनेक 100 मि.ग्रा. होता है 

डायक्लोफिनेक एवं पेरासिटामॉल वाली कमर दर्द की दवाएं

इस योग की औषधियाँ कमर दर्द मे अधिक लाभदायक होती हैं क्योंकि इसमें एक की बजाय दो पीड़ानाशक औषधियाँ मिली होती हैं। इसमें डायक्लोफिनेक 50 मि.ग्रा. एवं पैरासिटामॉल 500 मि.ग्रा. होती है। इस योग की पेटेण्ट औषधियाँ निम्न हैं।

  • एक्टीमॉल Actimol (फार्मेड)
  • एनायडा Anaida (डी.आर.एल.)
  • बिडनैक Bidnac (जी.एस.के.)
  • कोफिनेक Cofenac (सिपला)

कमर दर्द की अंग्रेजी दवा का नाम – आइबुप्रोफेन (Ibuprofen) युक्त कमरदर्द नाशक दवाएं

बूफेन Brufen (एब्बॉट)-

यह 200, 400 और 600 मि.ग्रा. की गोली कमरदर्द के अतिरिक्त अन्य कई प्रकार के दर्दो में भी उपयोगी हैं। दमा, यकृत, वृक्कों के रोग, उच्च रक्तचाप, रक्तस्राव आदि के रोगी को गर्भावस्था और स्तनपान कराने वाली स्त्रियों को भी प्रयोग न करायें। इसके समकक्ष निम्न औषधियाँ  उपलब्ध हैं।

  • एल्फाम Alfam (एल्बर्ट डेविड)
  • सिपजेसिक Cipgesic (सिपला)
  • आइबूकॉन Ibucon (कॉनसेप्ट)

आइबुप्रोफेन एवं पेरासिटामॉल वाली कमर दर्द की दवाएं 

एक्टीमॉल-एफ Actimol-F (फार्मेड)

यह आइबूप्रोफेन एवं पैरासिटामॉल का मिश्रित योग होने से अपेक्षाकृत अधिक उपयोगी है। यह प्रदाहजनित कमरदर्द की सफल औषधि है। वयस्कों को 1 टिकिया प्रतिदिन 3-4 बार दें सकते है। 

ब्रॉकियल अस्थमा, यकृत- वृक्कों के रोगों, हदय रोग तथा उच्च रक्तचाप के रोगी को मत दें। इसके समकक्ष निम्न औषधिया है…

  • एनाफ्लेम Anaflam (एल्बर्ट डेविड) 
  • बेस्टोफेन Bestofen (बायो. इ.) 
  • ब्रस्टीन Brustin (स्टेनकेयर)

स्टेरॉयडरहित कमरदर्दनाशक अन्य पेटेण्ट औषधियां 

  • ब्रुफामॉल-एम Brufamol-M
  • बूटाप्रॉक्सीवॉन Butaproxyvon 
  • सिपज़ॉक्स Cipzox 
  • डोलोबैन Doloban 
  • डोलोकाइण्ड Dolokind
  • फिटफ्लेम Fitfiam
  • फ्लोज़ेन-ए Flozen-A
  • ओरेक्स-लो Orex-Lo
  • रैपीडैक्ट Rapidact

कमर दर्द का आयुर्वेदिक इलाज

महावात विध्वंसन रस1-2 गोली सुबह-शाम अदरक के रस एवं शहद के साथ चाटने से कमर दर्द मे बहुत लाभ होता है।

महाविषगर्भ तेल तथा तारपीन का तेल मिला लें। इसमें कपूर एवं पीपरमिंट को भी मिलाएं, मिश्रित योग से पीड़ित स्थान पर मालिश करने से बहुत लाभ होता है।

हरीतकी खण्ड6 से 10 ग्राम दूध या पानी के साथ प्रतिदिन दो बार सेवन करना कमर दर्द मे बहुत फायदेमंद है।

वातचिन्तामणि रस (बृहत)– 1-1 गोली प्रतिदिन 3 बार शहद के साथ चाटने से बहुत लाभ होता है।

पत्रागांसव – 15 से 30 मि.ली. भोजन के बाद प्रतिदिन दो बार समभाग जल मिलाकर लेने से कमर दर्द मे बहुत फायदा होता है


कमर दर्द के घरेलू उपचार

पोस्त का फाँट या क्वाथ सेवन करने से कमरदर्द में बहुत लाभ होता है।

  • सोंठ एवं पीपल से सिद्ध तेल की मालिश प्रतिदिन 2 बार करने से कमरदर्द दूर हो जाता है।
  • तेल, मोम तथा नमक के मिश्रित योग को गर्म करके मालिश करने से कमरदर्द दूर हो जाता है।
  • कपूर तथा अफीम में सरसों का तेल मिलाकर गर्म करके सेंक करने से कमरदर्द ठीक हो जाता है।
  • दालचीनी का तेल दर्दो में लाभप्रद है। 
  • मीठे तेल में कपूर मिलाकर गर्म करके मालिश करना फायदेमंद है। 
  • अजवायन सरसों के तेल में पकाकर मालिश करना लाभदायक है।
  • मिट्टी के तेल की मालिश करने से कमरदर्द दूर हो जाता है। 
  • लहसुन से सिद्ध सरसों के तेल की मालिश लाभदायक है। 
  • ब्राण्डी 10-20 मि.ली. की कमर पर मालिश करने से कमरदर्द दूर हो जाता है। 
  • तारपीन के तेल की मालिश लाभदायक है।
  • सरसों के तेल में सोंठ पकाकर मालिश करने से कमर दर्द मे बहुत फायदा होता है।

चोबचीनी, असगंध तथा सोंठ समान मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें। प्रतिदिन 6 ग्राम रात को सोने से पहले दूध के साथ सेवन करने से कमरदर्द ठीक हो जाता है।


कमर दर्द का होम्योपैथिक इलाज

कॉक्सनेला (Coccinella Ind) Q, 30 –यदि कमरदर्द गुर्दा रोग के साथ-साथ हो तो ये दवा फायदेमंद है।

ब्रायोनिया एल्बम (Bryonia Alb.) 3 x 200 – संधियों (joints) एवं कमरदर्द में उपयोगी दवा है। 

कोबाल्टम मेट (Cobaltum Met) 3x,6x – यदि कमरदर्द स्त्री संसर्ग या स्वप्नदोष के बाद बढ़ता हो तो ये दवा लाभकारी है।

बबेरिस वल्गेरिस (Berberis, Vulg.) 0, 30 – यदि कमर का दर्द सारे शरीर मे फैल जाये एवं मूत्र का रंग लाल हो तो ये दवा दी जा सकती है।

इग्नाशया एमेरा (Ignatia Amera) 6, 30 – यदि कमरदर्द रात में एवं शीत ऋत में हो तो इसे इस्तेमाल किया जा सकता है।

सिमिसीफ्युगा (Cimicifuga) 3x,30 – यह कमर दर्द की बहुत सफल औषधि है।

मैक्रोटीनम (Macrotinum) 3x – यदि सिमिसीफ्युगा से लाभ न हो तो इसे दें। 

काली ऑक्जेि. (Kali Oxali) 6 – कमर दर्द की असहनीय पीड़ा में बहुत लाभदायक है। 

रस टॉक्स (Rhus.Tox) 3, IM – बरसात में कमरदर्द मे बढ़ोतरी हो जिस कारण बार-बार करवट बदलना पड़े तो यह दवा उपयोगी है।

जिंकम मेट (Zincum Met.) 30, I M – यदि कमरदर्द बैठने से बढ़ता हो।

स्टेलेरिया मेडिया (Stellaria Madia) Q – बाहरी प्रयोग के लिए, 2x अंदरूनी उपयोग के लिए, जब दर्द कमर से प्रारम्भ होकर जाँघ तक जाये।

ओवा टोस्टा (Ova Tosta) 3x – यदि पीठ दर्द के साथ-साथ कमर दर्द स्त्रियों को हो तो इसका प्रयोग लाभकारी है।


FAQ

Q कमर में बहुत दर्द हो तो क्या करें?

A कमर दर्द में गर्म पानी की बोतल से सिकाई करें या दर्द निवारक क्रीम या जेल जैसे Nucoxia Gel को प्रभावित स्थान पर मलने से कमर दर्द में बहुत आराम मिलता है 

इसके अलावा कैल्शियम तथा विटामिन डी युक्त आहार का सेवन करना भी जरूरी है


Q कमर दर्द में क्या नहीं खाना चाहिए?

A कमर दर्द के रोगी को ठंडा, बासा आहार बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए, शीतल जल तथा अन्य ठंडे पदार्थों को बिल्कुल त्याग देना चाहिए, आयुर्वेद के अनुसार कमर दर्द में वात शामक आहार का सेवन करना चाहिए


Q कमर दर्द के लिए कौन सा पॉइंट दबाए?

A रोगी को जिस तरफ कमर दर्द ज्यादा हो रहा हो उस तरफ के पैर के तलवे की मालिश कर अंगूठे तथा पहली उंगली के बीच के हिस्से को धीरे धीरे 1 मिनट के लिए दबाना चाहिए


Q कमर में दर्द होने के क्या कारण हो सकते हैं?

A किसी एक स्थान पर लंबे समय तक एक ही पोजीशन में बैठे रहना, भारी भरकम वजन उठाना, मांसपेशियों में जकड़न तथा ऐठन होना कमर दर्द का प्रमुख तथा आम कारण है, इसके इलावा रीड की हड्डी की अन्य प्रकार की बीमारियों में भी कमर दर्द हो सकता है


Q कमर दर्द में कौन सी मेडिसिन लेनी चाहिए?

A कमर के दर्द के लिए टेबलेट Nucoxia MR बहुत ही बढ़िया तथा शीघ्र असर दिखाने वाली अंग्रेजी दवा है पीड़ित व्यक्ति किसी भी प्रकार के गुर्दे या यकृत रोग या पेट में अल्सर की समस्या होने पर इस दवा का सेवन ना करें


Q कमर की नस दबने से क्या होता है?

A कमर की नस दबने से कूल्हे से लेकर पैर के निचले हिस्से तक तेज दर्द, झुनझुनी तथा सरसराहट इत्यादि के लक्षण पीड़ित व्यक्ति को हो सकते हैं ऐसी स्थिति को सियाटीका भी कहते हैं


Q कमर को मजबूत करने के लिए क्या खाएं?

A कैल्शियम तथा विटामिन डी युक्त आहार का सेवन कमर दर्द में बहुत लाभकारी है इसके लिए दूध, दही, पनीर, टोफू, मांस, मछली, बदाम, अखरोट आदि खाद्य पदार्थों का सेवन बहुत फायदेमंद है


Q क्या दूध कमर दर्द के लिए अच्छा है?

A विटामिन डी तथा कैल्शियम की मात्रा दूध में बहुत होती है इसके अलावा गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी डालकर पीना भी कमर दर्द में बहुत उपयोगी है ऐसा आयुर्वेद में वर्णित है


Q कमर दर्द में कौन सी एक्सरसाइज करनी चाहिए?

A कमर दर्द के रोगी को फिजियोथैरेपिस्ट की सलाह के अनुसार ही कोई भी एक्सरसाइज करनी चाहिए, अपनी मर्जी से कोई एक्सरसाइज करने से कमर दर्द बढ़ने की आशंका हमेशा बनी रहती है


Q महिलाओं में कमर दर्द क्यों होता है?

A महिलाओं का कमर वाला हिस्सा पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा भारी होने के कारण अथवा शारीरिक वजन ज्यादा होने के कारण कमर दर्द की समस्या ज्यादा रहती है


Q क्या कमजोरी से कमर दर्द होता है?

A जी हां, रीड की हड्डी कमजोर होने के कारण कमर दर्द हो सकता है इसका मुख्य कारण आहार में विटामिन डी तथा कैल्शियम की कमी होना पाया गया है


Q नसों को खोलने के लिए क्या खाना चाहिए?

A एक से दो कलियां लहसुन की दूध में पकाकर उस दूध का सेवन नियमित रूप से करने से नशे खुल जाती हैं ऐसा आयुर्वेद मानता है इसके अतिरिक्त वात शामक आहार का सेवन नसों की सेहत के लिए बहुत जरूरी है


Q सुबह उठते ही कमर में दर्द क्यों होता है?

A कई बार गलत पोजीशन में सोने के कारण सुबह उठते समय कमर की मांसपेशियों में आई हुई जकड़न के कारण कमर दर्द होने लगता है


Q दर्द मे कौन सा तेल लगाना चाहिए?

A कमर दर्द में जैतून का तेल, महानारायण तेल या महाविषगर्भ तेल की मालिश से बहुत आराम मिलता है


Q क्या अदरक नसों के दर्द में मदद करता है?

A जिन्ज्रोल नामक योग अदरक में पाया जाता है जोकि तंत्रिकाओं के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकर माना जाता है इसलिए नसों के दर्द में अदरक का प्रयोग बहुत लाभकारी है


Q कमर की जकड़न कैसे दूर करें?

A इसके लिए सर्वप्रथम रोमासील तेल (rheumasol oil) को हल्का गर्म करके धीरे-धीरे कमर की मांसपेशियों को रिलैक्स करना चाहिए इसके बाद कपड़े से हल्का सेक देकर कमर की जकड़न दूर की जा सकती है


Q कमर में दर्द हो तो कैसे सोना चाहिए?

A कमरदर्द के रोगी को सख्त पलंग या बेड (hard bed) पर सोना चाहिए ऐसे व्यक्ति को नरम गद्दों (soft mattress) का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए


Disclaimer (कमर दर्द का रामबाण इलाज)

इस आर्टिकल में दी गई नींद की दवाइयों की जानकारी केवल ज्ञान मात्र के लिए है कृपया नीचे दी गई किसी भी अंग्रेजी दवाई को बिना डॉक्टर की सलाह बिल्कुल भी इस्तेमाल ना करें

  • क्योंकि इन दवाइयों के सेवन से कई प्रकार के शारीरिक तथा मानसिक दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं
  • बाकी यह दवाइयां सिर्फ डॉक्टर की पर्ची पर ही मिलती है इसलिए डॉक्टर की सलाह से ही इस्तेमाल की जानी चाहिए

इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद किसी भी दवा का इस्तेमाल अपनी मर्जी से करने से अगर कोई नुकसान होता है तो इसका जिम्मेदार वह व्यक्ति खुद होगा हमारी इसमें कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी

इसे भी पढ़ें “टाइफाइड की जांच in हिंदी”

Information Compiled- by Dr. Vishal Goyal

Bachelor in Ayurvedic Medicine and Surgery

Post Graduate in Alternative Medicine MD (AM)

Email ID- [email protected]

Owns Goyal Skin and General Hospital, Giddarbaha, Muktsar, Punjabwriter-

“कमर दर्द का रामबाण इलाज” पढने के लिए धन्यवाद…


सन्दर्भ:

https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/1834755/- menorrhagia associated with lower backache

https://www.healthline.com/health/womens-health/severe-lower-back-pain-during-periodlower backache associated with menstruation

https://www.spine-health.com/treatment/pain-medication/nsaids-non-steroidal-anti-inflammatory-drugs- NSAIDs role in lower back pain

https://www.health.harvard.edu/pain/what-type-of-mattress-is-best-for-people-with-low-back-painhard bed sleeping benefits in lower back pain


 

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