Caripill की जानकारी (caripill tablet uses in hindi)
कैरिपिल टैबलेट में कारिका पपीया पत्ती का अर्क होता है। कार्का पपीता निकालने में एंजाइम पपैन होता है Papain proteolytic है, जिसका अर्थ है कि यह पचाने वाली (गैर-जीवित) प्रोटीन है।
इस एंजाइमेटिक तैयारी में सामान्य रूप से पाचन में सुधार होता है, कम गंभीर पाचन विकार (सूजन और पुरानी अपच) का इलाज करने के लिए मौखिक रूप से इस्तेमाल किया गया है।
पपीता पत्ती प्रोटीन के पाचन में विशेष रूप से सहायक होती है लेकिन carbohydrates व वसा को पचाने में भी मदद करती है। पपीता का पत्ता अल्सर से मुकाबला करने में सहायता के रूप में वादे भी दिखाता है
सामान्य रूप से क्षारीय संयोजन में पपीन के नरम और विघटनकारी गुणों को अपच के इलाज के लाभ का लाभ लिया गया है।
अन्य उपयोग (caripill tablet):
पपीता के पत्ते का उपयोग डेंगू बुखार और चिकनगुनिया में कम रक्त प्लेटलेट की संख्या को बढ़ाने के लिए किया जाता है।
- कम प्लेटलेट गिनती का मतलब है कि रक्त में बहुत कम थ्रंबोसाइट्स या विशेष रक्त कोशिकाएं होती हैं जिन्हें प्लेटलेट कहा जाता है जो रक्त के थक्के में सहायता करते हैं।
डेंगू एडीज इजिप्ती मच्छर के कारण होता है यह बुखार दाने, जोड़ों में दर्द और मांसपेशियों में दर्द के कारण होता है।
कैरिपिल (caripill tablet uses) कैसे काम करता है?
caripill सिरप और कैरिपिल टैबलेट कारिका पपीया पत्ती के अर्क (एक्सट्रेक्ट) से बनाई जाती है। इसमें पैपेन प्रोटिओलिटिक (Papain proteolytic) घटक सक्रिय होता है। यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाने वाले गैर-जीवित प्रोटीन होते हैं।
- इसके सेवन से पाचन प्रक्रिया में सुधार आता है और कई मामूली रोग जैसे पेट की सूजन, पेट में दर्द व पेट में ऐंठन के इलाज में भी यह दवा मदद करती है।
- कैरिपिल में मौजूद सक्रिय घटक पपैनप्रोटिओलिटिक, carbohydrates, वसा और खासतौर से प्रोटीन को पचाने का काम करता है।
कैरिपिल सिरप व टैबलेट का इस्तेमाल मुख्य रूप से डेंगू के कारण हुए थ्रोम्बोसाइटोपेनिया (कम प्लेटलेट) को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इस दवा में मौजूद प्रोटोलिटिक एंजाइम इंटरलेक्विन-6 में स्राव को सक्रिय कर शरीर में थ्रोम्बोपोएटिन (प्लेटलेट की गिनती) की वृद्धि में मदद करता है।
caripill tablet dosage in hindi
कैरिपिल (Caripill) का सामान्य डोज क्या है?
निम्न कैरिपिल टैबलेट और सिरप की सामान्य खुराक है। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें –
- युवा (Young age) के लिए – इसकी हर एक गोली 1100 एमजी की होती जिसे 5 दिन तक तीन बार लेन की सलाह दी जाती है।
- बच्चे (Child)के लिए – 1 से 17 वर्ष के बच्चों के लिए इसकी खुराक बड़ों के मुकाबले कम होती है। इस उम्र के बच्चों को कैरिपिल की 275 एमजी या 5 मि.ली की खुराक 5 दिन तक 3 बार दी जानी चाहिए।
किसी भी स्थिति में प्रतिदिन तीन से अधिक टैबलेट का सेवन न करें।
कैरिपिल (Caripill) का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए?
कैरिपिल मार्केट में टैबलेट और सिरप दोनों ही रूपों में उपलब्ध है। एक ओटीसी (Over the counter) दवा होने के कारण इसका इस्तेमाल करने से पहले किसी विशेषज्ञ जैसे कैमिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
NOTE- यह दवा अन्य ड्रग के साथ लेने पर बुरे प्रभाव पहुंचा सकती है।
- इसका प्रभाव प्रत्येक व्यक्ति पर अलग पड़ता है जिसके कारण इसकी खुराक और इस्तेमाल करने की विधि अलग-अलग होती है। कैरिपिल के इस्तेमाल करने का तरीका मरीज की उम्र, बीमारी की स्थिति और डॉक्टर द्वारा बताए जाने पर निर्भर करता है।
अगर आप टैबलेट का सेवन कर रहे हैं तो उसे चबाने की बजाए सीधा निगलने की कोशिश करें। अगर आप दो खुराक लेने की सलाह दी गई है तो दोनों के बीच पर्याप्त समय का अंतराल (Distance) रखें।
कैरिपिल का डोज मिस हो जाए तो क्या करूं?
- कैरिपिल की डोज मिस होने पर उसका तुरंत सेवन करें। हालांकि, अगर आपकी अगली खुराक लेने का समय हो चुका है तो मिस हुई डोज की बजाए नियमित समय पर अगली खुराक का सेवन करें। एक साथ दो खुराक के सेवन से बचें।
कैरीपिल (Caripill) के क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं? (caripill tablet side effects in hindi)
इस दवा के कई दुष्प्रभाव हो सकते हैं जो कि आमतौर पर दिखाई नहीं देते हैं। ज्यादातर मामलों में ओवरडोज के कारण ही साइड इफेक्ट्स सामने आते हैं। यह दुष्प्रभाव गंभीर और मामूली हो सकते हैं। प्लेटलेट बढ़ाने जैसे लाभ के साथ इसके निम्न नुकसान भी हो सकते हैं।
- उल्टी
- जी मचलना
- पेट में दर्द
- चक्कर आना
- पेट में ऐंठन
- एलर्जी
- जलन
- अत्यधिक नींद आना
सूजन
कैरीपिल टैबलेट कितना प्रभावी है?
यह मुख्य रूप से डेंगू में कम प्लेटलेट काउंट (थ्रोम्बोसाइटोपेनिया) को बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है । यह प्लेटलेट्स बनाने में शामिल जीन की गतिविधि को बढ़ाकर काम करता है। अपच, आदतन कब्ज, पेट फूलना, अस्थमा, आमवाती दर्द, और रक्तस्रावी बवासीर जैसी स्थितियों में भी कैरिका पपीता निकालने का संकेत दिया जाता है।
क्या कैरीपिल आयुर्वेदिक है?
हाँ, कैरिपिल एक आयुर्वेदिक दवा है । इसे पपीते के पत्तों के अर्क से तैयार किया जाता है। यह दवा आयुष स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अनुमोदित है।
कौन-सी दवाइयां कैरिपिल (Caripill) के साथ रिएक्शन कर सकती हैं?
कैरिपिल दवा का सेवन शुरू करने से पहले मरीज को अपने सभी पहले चली आ रही दवाओं व विटामिन सप्लिमेंट्स के बारे में डॉक्टर को बताना जरूरी होता है। अन्यथा गंभीर दुष्प्रभाव विकसित हो सकते हैं।
कैरिपिल दवा निम्न दवाओं के साथ रिएक्ट कर सकती है…
मेटफॉर्मिन (Metformin) – कैरिपिल दवा के साथ मेटफॉर्मिन का सेवन करने से इसके हाइपोग्लिसेमिक (Hypoglycemic-शुगर लेवर कम होना) प्रभाव बढ़ जाते हैं। ऐसी स्थिति में डॉक्टर की सलाह अनुसार या तो किसी अन्य दवा का सेवन करना चाहिए या मेटफॉर्मिन को कुछ समय के लिए लेना बंद कर देना चाहिए।
ग्लिमेपिराइड (Glimepiride) – इस दवा के साथ भी कैरिपिल के हाइपोग्लिसीमिक प्रभाव देखे जा सकते हैं।
पैरासिटामोल (paracetamol) — इस दवा के साथ आप पैरासिटामोल ले सकते हैं।इस दवा का साथ आपके शरीर को कोई भी नुकसान नहीं होगा
अस्वीकरण (caripill tablet uses in hindi)
इस आर्टिकल में बताई गई बातें, उपचार के तरीके व खुराक की जो भी सलाह दी जाती है वह सब हेल्थ स्पेशलिस्टस के अनुभव पर आधारित होती है
किसी भी मशवरे को अपनाने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर ले, सेहत से जुड़े हुए आर्टिकल्स आपको अपने आप अपनी मर्जी से दवाइयां लेने की सलाह नहीं देते
Information Compiled- by Dr Vishal Goyal
Bachelor in Ayurvedic Medicine and Surgery
Post Graduate in Alternative Medicine MD(AM)
Email ID- [email protected]
Owns Goyal Skin and General Hospital, Giddarbaha, Muktsar, Punjab
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