how to remove pimples in hindi

how to remove pimples in hindi- मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण

how to remove pimples in hindi: मुहासों को जड़ से ठीक करने के लिए जो भी दुनियाभर के सबसे सर्वोत्तम इलाज है,

उन सब के बारे में मैं आपको पूरी अच्छी तरह बताऊंगा,

मुहांसों या पिंपल्स को जड़ से ठीक करने के लिए आपको मेरे द्वारा बताए गए सभी दवाएं,

घरेलू नुस्खे तथा परहेज का बहुत ही अच्छी प्रकार से ख्याल रखना होगा,

  • क्योंकि किसी भी बीमारी को ठीक करने के लिए सही निदान, सही आहार-विहार तथा सही दिनचर्या का सेवन करना जरूरी है,
  • इस विषय में सबसे पहले आपको यह जानना अति आवश्यक है,
  • कि आखिरकार यह पिंपल्स या मुंहासे(Acne-vulgaris) असलियत में होते क्या है?

क्या होते हैं कील मुंहासे या पिंपल्स?

जो चाहें वो पढ़ें hide
1 क्या होते हैं कील मुंहासे या पिंपल्स?
2 पिंपल्स या मुहांसों के लक्षण व प्रकार…
2.4 मुहांसों को जड़ से ठीक करने के घरेलू नुस्खे (gharelu upay for pimples in hindi)…
  • हमारे चेहरे पर हजारों छोटे-छोटे बाल होते हैं जिन्हें हम रोम कहते हैं,
  • तथा इन रोमो के आसपास त्वचा में बहुत ही बारीक ट्यूब्स होती हैं इन ट्यूब्स के द्वारा जो तेल हमारी स्किन में बनता है,
  • वह ऊपर स्किन की सतह पर आता है तथा स्किन की सतह को खुश्की से बचाता है,
  • इसके साथ साथ जो रोम होते हैं उनकी जड़ों(Hair-follicles) को भी खुश्की से बचाता है

त्वग-वसीय(Sebaceous gland) ग्रंथी क्या होती है?

यह तेल हर पल हमारी स्किन में बनता ही रहता है तथा इसके अनेकों फायदे हमारी स्किन को मिलते हैं,

  • इस तेल को बनाने के लिए हमारी स्किन में कुछ विशेष प्रकार की तेल बनाने वाली ग्रंथियां होती हैं,

जिनको त्वग-वसीय ग्रंथी (sebaceous ग्लैंड) बोलते हैं,

  • किसी भी कारणवश जब इस तेल का मार्ग अवरुद्ध हो जाता है तो यह हमारी स्किन की सतह पर सही से नहीं पहुंच पाता,
  • तथा स्किन के बालों की आस पास की ट्यूब्स में इकट्ठा होने लगता है,
  • ऐसा कई बार इसलिए होता है कि जो हमारी स्किन के सेल्स होते हैं वह इस तेल के मार्ग में रुकावट पैदा करने लग जाते हैं,
  • कई बार चेहरे के बालों की मोटाई की वजह से या फिर जो तेल, तेल ग्रंथियां स्किन में बना रही हैं,
  • उस तेल के गाढ़ेपन की वजह से भी यह मार्ग अवरुद्ध होने लगता है,
  • इसलिए बालों की आस पास की ट्यूब्स में तेल इकट्ठा होने लगता है क्योंकि तेल तो स्किन में लगातार बनता ही रहता है,
  • इसका बनना तो कभी नहीं रुकता,

इस रुके हुए तेल में अनेकों प्रकार के जीवाणु(Bacteria) पनपने लगते हैं यह जीवाणु नॉर्मल हमारी त्वचा पर ही रहते हैं,

  • जीवाणुओं के पनपने के कारण उस स्थान पर सूजन(Inflammation) आने लगती है,
  • तथा कई बार संक्रमण बढ़ने के कारण उस स्थान पर मवाद(Pus)भी पड़ने लगती है,

इसी को हम पिंपल्स या मुहासे(Acne) बोल देते हैं यह कई प्रकार के होते हैं,

क्या होते है white-heads व black-heads?
  • कई बार रोम छिद्र बंद होने के कारण यह देखने में सफेद दिखाई देते हैं उन्हें व्हाइटहेड्स(Whiteheads) कहते हैं,
  • जब यह वाइटहेड्स त्वचा के और ऊपर आ जाते हैं तो हवा के संपर्क में आने के कारण यह काले पड़ने लगते हैं,
  • उनको ब्लैक हेड्स(Blackheads) बोलते हैं, 
  • आयुर्वेद में कील मुहांसों के होने का कारण वात पित्त या कफ दोषों के असंतुलन के कारण माना जाता है,
  • आयुर्वेद में कहा जाता है कि पित्त व कफ दोष के असंतुलित होने के कारण आहार शरीर में जाकर सही से नहीं पच पाता,
  • जिस कारण अनेक प्रकार के विषैले पदार्थ(Toxins) हमारे खून में बनने लगते हैं,

जिनके कारण अनेक प्रकार के छोटे छोटे दाने चेहरे पर होने लगते हैं उन्हीं को कील मुंहासे कहते हैं


मुहांसों के होने के क्या क्या कारण होते हैं?

  • इनके होने के कारण कुछ तो मैंने ऊपर समझा दिए हैं,

इसके अतिरिक्त अनेक ऐसे कारण हैं जिस से यह मुहासे या पिंपल्स बढ़ने लगते हैं वह इस प्रकार हैं…

1. हार्मोनल परिवर्तन(Hormonal changes)… 
  • कोई भी लड़का या लड़की जब किशोरावस्था में पहुंचते हैं तो उनके शरीर में अनेक प्रकार के हार्मोन बनने लगते हैं,
  • जिनको एंड्रोजन(Androgen) कहते हैं,
  • यह हारमोंस सीधे तौर पर त्वग्वसा ग्रंथियों को प्रभावित करते हैं,
  • जिनके कारण ये वसा ग्रंथियां ज्यादा से ज्यादा तेल का स्राव करने लगती हैं तथा इसी कारण पिंपल्स या मुंहासे बढ़ने लगती हैं,

इसलिए जवानी की उम्र में सबसे ज्यादा पिंपल या मुंहासे होते हैं,

2. गर्भावस्था में…

  • ठीक इसी प्रकार गर्भावस्था में भी शरीर में अनेक प्रकार के हार्मोन का असंतुलन होता है,
  • विशेषता एस्ट्रोजन(Estrogen) तथा प्रोजेस्टेरोन(Progesterone) हार्मोन के असंतुलन के कारण,
  • तेल-ग्रंथियां या त्वग-वसा ग्रंथिया (Oil glands)ज्यादा से ज्यादा तेल का स्राव करने लगती है,

जिस कारण गर्भवती महिलाओं में भी पिंपल जा मुहासे होने की समस्या बढ़ जाती है,

3. शरीर में पानी की कमी होने के कारण…
  • शरीर में पानी की कमी का होना जिसे डिहाइड्रेशन(Dehydration)भी कहते हैं,
  • इस कारण भी कई लोगों में पिंपल या मुहांसों की समस्या बढ़ जाती है,

क्योंकि स्किन की आद्रता को सही रखने के लिए उचित मात्रा में पानी का प्रयोग हर दिन करना बहुत जरूरी है,

4. मासिक धर्म का सही ना होना(Irregular menstrual cycle)…

  • आजकल बहुत सी स्त्रियों में मासिक धर्म में अनियमितता पाई जाती है और यह देखा गया है कि,

ऐसी स्त्रियों में पिंपल्स या मुहांसों के होने की समस्या बढ़ जाती है यह भी हार्मोन के असंतुलन के कारण होता है

5. बैक्टीरियल संक्रमण(Bacterial infections)…

  • चेहरे का सही से देखभाल न करने के कारण अनेक प्रकार के बैक्टीरियल इन्फेक्शन चेहरे पर हो जाते हैं,
  • और यह संक्रमण पिंपल या मुहांसों की समस्या को और ज्यादा बढ़ा देते हैं,
  • इसलिए आपको अपने चेहरे का सही से ख्याल रखना चाहिए,

6. मानसिक तनाव या चिंता परेशानी(Stress induced)…

  • अत्यधिक मानसिक तनाव के कारण शरीर में स्ट्रेस हार्मोन अत्यधिक मात्रा में बनने लगता है,
  • इसके कारण भी पिंपल्स या मुहांसों में बढ़ोतरी देखी जाती है ऐसा एक रिसर्च में पाया गया है कि,
  • मानसिक चिंता या परेशानी से पिंपल या मुंहासे नहीं होती हां अगर किसी को पहले से पिंपल्स या मुहांसों की शिकायत है,

तो मानसिक चिंता परेशानी से यह समस्या और भी बढ़ जाती है,

7. तेलिया ग्रंथियों के मार्ग में रुकावट (Obstruction in sebaceous gland route)…

  • स्किन के सेल्स ज्यादा बढने के कारण या तेल के गाढ़ेपन के कारण,
  • या फिर रोमो की मोटाई के कारण कई बार रोम छिद्र बंद हो जाते हैं,
  • जिस कारण तेल का मार्ग अवरुद्ध हो जाता है,
  • जिसके कारण अनेक प्रकार की मुहासे या पिंपल्स(Acne/Pimples) आदि चेहरे पर होने लगते हैं,

8. गर्भनिरोधक गोलियां के कारण(Oral contraceptive pills)…

गर्भनिरोधक गोलियां के शुरू करने के कुछ दिन बाद या फिर इन गोलियों को बंद करने के कुछ दिन बाद,

अनेक स्त्रियों में मुहासे या पिंपल्स की समस्या हो जाती है यह भी एक प्रकार के हार्मोन असंतुलन के कारण ही होता है

9. आनुवंशिक कारण(Hereditary causes)…

  • पिंपल्स या मुहासे उन लोगों में ज्यादा होते हैं जिनके परिवार में इसकी हिस्ट्री मिलती है,
  • इसका मतलब है कि जिन व्यक्तियों के माता पिता या दादा दादी आदि को मुहांसों की समस्या ज्यादा रहती थी या है,
  • उन लोगों में यह समस्या ज्यादा हो सकती है,

10. कॉस्मेटिक पदार्थों(Cosmetic products)के कारण…

  • आजकल बाजार में अनेक प्रकार के कॉस्मेटिक पदार्थ उपलब्ध हैं जिनमें तेल या ग्रीस की मात्रा ज्यादा होती है,
  • तथा इस प्रकार के पदार्थों का चेहरे पर अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से यह रोम छिद्रों को बंद कर देते हैं,
  • जिस कारण कई स्त्रियों में मुंहासे या पिंपल्स की समस्या बहुत अधिक बढ़ जाती है,
  • यह कारण आजकल सबसे आम देखने को मिलता है,

11. ज्यादा छूने या दबाने से…

  • अगर किसी को पिंपल या मुहांसों की समस्या है तथा वह बार-बार इन पिंपल्स को हाथ लगाता है या दबाता है,
  • उस कारण पिंपल्स या मुहासे और भी अत्यधिक बढ़ जाते हैं तथा,
  • कई प्रकार के ऐसे निशान(Scars) चेहरे पर छोड़ जाते हैं,
  • जो कभी भी ठीक नहीं होते इसलिए पिंपल्स या मुहासों को छूना या दबाना नहीं चाहिए,

12. विरुद्ध आहार का सेवन… 

  • आयुर्वेद में चमड़ी रोग होने का एक प्रमुख कारण विरुद्ध आहार भी है,
  • विरुद्ध आहार का मतलब है ऐसे आहार जिनका सेवन एक साथ नहीं करना चाहिए,
  • जैसे दूध के साथ नमक का सेवन, मछली के साथ दूध का सेवन, घी के साथ शहद का सेवन आदि,
  • इनके कारण पिंपल्स या मुहांसों के अलावा अनेक प्रकार के गंभीर त्वचा रोग हो सकते हैं,

13. ज्यादा मिर्च मसाले(Spicy) व तले(Fried)पदार्थों का सेवन करने से…

  • ज्यादा मिर्च मसाले वाले खाद्य पदार्थ या फिर ज्यादा तले हुए व्यंजन(Fried) जैसे कि टिक्की समोसा, पकोड़े,

    मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
    तला भुना न खायें

या नॉनवेज आहार जैसे कि चिकन, मटन आदि का सेवन अधिक मात्रा में करने से शरीर में गर्मी ज्यादा बढ़ जाने के कारण,

  • चेहरे पर फुंसियों का होना आम बात है,
  • खासकर गर्मियों में कई लोग आम का सेवन ज्यादा करते हैं जिस कारण उनके चेहरे पर पिंपल्स या मुहासे हो जाती हैं,
  • आयुर्वेद में इसे पित्त दोष की वृद्धि होने का कारण माना जाता है,

इन सब कारणों के अतिरिक्त कई स्त्रियों में पीसीओडी(PCOD) की समस्या के कारण भी हैं पिंपल या मुंहासे होने लगते हैं,

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पिंपल्स या मुहांसों के लक्षण व प्रकार…

  • पिंपल या मुहांसों के कोई खास लक्षण नहीं होते इस स्थिति में चेहरे पर छोटी-छोटी लाल रंग की फुंसियां हो जाती हैं,

कई बार यह फुंसियां दर्द करती हैं तथा,

  • जीवाणुओं के संक्रमण के कारण इनमें मवाद(Pus) भी पड़ जाती है(Pustules-pus filled eruptions),
  • रोम छिद्रों के बंद होने के कारण वाइटहेड्स(Whiteheads)दिखाई देना,

रोम छिद्रों के खुलने के बाद व्हाइटहेड्स(Whiteheads) का ब्लैकहेड्स(Blackheads) में बदलना,

  • लाल रंग की ठोस(Solid) दर्द युक्त गांठें(Nodules) चेहरे पर दिखाई देना,
  • दर्द युक्त तथा मवाद से भरी बड़ी गांठें चेहरे पर होना(Cystic lesions),
  • छोटे छोटे हलके दाने चेहरे पर होना(Papules),

मुंहासे या पिंपल्स आमतौर पर चेहरे पर खासकर माथे पर, गालों पर, पीठ के ऊपर वाले हिस्से पर, कंधों पर या छाती पर ज्यादा पाए जाते हैं

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मुहांसों या पिंपल से होने वाली जटिलताएं क्या है?

  • कील मुहांसों या पिंपल आदि से होने वाली प्रमुख जटिलताओं(Complications) में सबसे आम है…

# चेहरे पर ना मिटने वाले दागों का होना…

  • अगर मुहांसों या पिंपल्स का सही से इलाज ना किया जाए तो,
  • कई मरीजों में उनके चेहरे पर ना मिटने वाले निशान(Scar marks) जैसे कि,
  • गड्ढों के निशान खासकर गालों पर(Pitted skin),
  • इसके अतिरिक्त उभरी हुई स्किन कुछ कुछ जगह पर यह भी खासकर गालों पर(Keloids) हो जाती है,
  • इससे चेहरे की सुंदरता नष्ट हो जाती है,
  • जिसके कारण बहुत-सी स्त्रियों में या पुरुषों में आत्मविश्वास की कमी(Low-confidence) के साथ-साथ हीन-भावना उत्पन्न हो जाती है,
  • इसके अतिरिक्त जिस स्थान पर मुहासे होती हैं उस स्थान की त्वचा का रंग या तो काला पड़(Hyper-pigmentation) जाता है,

या फिर इससे उल्टा हल्का(Hypo-pigmentation) हो जाता है,

इसके अतिरिक्त अगर पाक वाली मुहांसो(Pustules)को ज्यादा से ज्यादा रगड़ा जाए,

तो कई बार बहुत ही गंभीर त्वचा के इन्फेक्शन(Boils) भी हो सकते हैं,

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पिंपल्स या मुहांसों से कैसे बचा जा सकता है?…         

वैसे तो मुहांसों का होना एक आम बात है तथा सभी लोगों को अपनी जिंदगी में इस समस्या का सामना लगभग करना ही पड़ता है,

  • किसी को समस्या कम होती है किसी को समस्या ज्यादा होती है इसलिए मुहांसों को रोकना तो असंभव है,
  • लेकिन कुछेक नियमों का पालन कर अपने आहार विहार में परिवर्तन कर अपनी दिनचर्या में सुधार कर,

मुहांसों से काफी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है इसके लिए आपको नीचे लिखी बातों पर ध्यान देना होगा…

1. कॉस्मेटिक प्रोडक्ट का चयन ध्यान से करें

  • जिन लोगों की त्वचा तैलीय(Oily) होती है तथा जिन लोगों में मुंहासे होने की संभावना ज्यादा रहती है,
  • ऐसे लोग अगर कोई भी कॉस्मेटिक प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते हैं तो,

उसको खरीदने से पहले उसके ऊपर नॉन कॉमेडौजेनिक(Non-Comedogenic) लिखा हुआ होना जरूरी है,

  • ऐसा इसलिए है क्योंकि इस प्रकार के प्रोडक्ट में तेल या वसा आदि नहीं(Oil free) होते,
  • जिस कारण रोम छिद्र बंद नहीं होते जिस कारण मुहांसों में बढ़ोतरी नहीं होती इसलिए इस बात को हमेशा याद रखें,

2. मुहासों को न फोड़े (Don’t burst acne)…

  • अगर मुहासे हो ही गई है और कई प्रकार की हो गई है तो कृपया इनको हाथों से या उंगलियों से ना फोड़े,
  • ना दबाएं, ना इसमें कोई सुई इत्यादि से छेद करें,न रगडे,
  • ऐसा करने से कई प्रकार के निशान(Scar marks) उस जगह पर रह जाते हैं जिनका इलाज करना लगभग असंभव हो जाता है,

3. हल्के क्लीनसर(Mild cleanser) का प्रयोग करें…

  • मुहांसों वाले व्यक्ति को दिन में दो बार अपने चेहरे को हल्के क्लीनसर से धोना चाहिए,
  • खासकर जब भी आप कोई व्यायाम आदि करते हैं उसके बाद चेहरे से पसीने को साफ करने के लिए हल्के क्लीनसर का प्रयोग करें,

और इसके बाद चेहरे को सॉफ्ट या नरम तौलिए से आराम से पोछे याद रखें चेहरे को तौलिए से रगड़ना नहीं है,

  • आपको कोई भी स्ट्रांग केमिकल युक्त साबुन का इस्तेमाल कदापि नहीं करना चाहिए,

4. टोनर(Toner) का इस्तेमाल जरूर करें…

मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
प्राकृतिक टोनर इस्तेमाल करे
  • मुहासे वाले व्यक्ति चेहरे को हल्के क्लीनसर से साफ करने के बाद कॉटन की मदद से टोनर का इस्तेमाल चेहरे पर कर सकते हैं,
  • ऐसा करने से रोम छिद्र अच्छी प्रकार से साफ हो जाते हैं,
  • तथा उसमें जो भी गंदगी होती है वह निकल जाती है,
  • जिस कारण पिंपल या मुहांसों का होना काफी कम हो जाता है मार्केट से अच्छे टोनर आजकल आम ही मिल जाते हैं,

इसके अतिरिक्त अपने दैनिक जीवन में कुछ बदलाव करें जैसे कि…

5. मांसाहार(Non-veg) का सेवन कम से कम करें…

  • जो भी व्यक्ति पिंपल या मुहांसों से पीड़ित है,
  • उसको अपने आहार में मटन, चिकन, या पोर्क का सेवन बहुत ही सीमित मात्रा में करना चाहिए,

खासकर गर्मियों के दिनों में तो बिल्कुल ही नहीं करना चाहिए,

  • क्योंकि ऐसे पदार्थ बहुत ही गर्म होते हैं जिससे शरीर में पित्त की वृद्धि होती है,

तथा अनेक प्रकार की त्वचा से संबंधित समस्याएं आती हैं,

  • इनके सेवन से पसीना भी अत्यधिक आता है तथा कई बार व्यक्ति उस पसीने को सही प्रकार से साफ नहीं करता,
  • जिस कारण उसमें संक्रमण होकर अनेक प्रकार की फोड़े फुंसियां आदि होने का खतरा हमेशा बना रहता है,

6. हरी सब्जियों तथा फलो का सेवन ज्यादा करें…

  • हरी सब्जियां या फल अनेक प्रकार के विटामिंस तथा खनिजों से भरपूर होती हैं,

    मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
    सलाद खाए

  • इनका सेवन ज्यादा से ज्यादा हर रोज करना चाहिए इनके सेवन से शरीर में विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में पहुंचता है,
  • जोकि अनेक प्रकार की त्वचा की समस्याओं को दूर करने के लिए बहुत उपयोगी है,
  • इसके लिए आप अपने आहार में नींबू, संतरा, कीवी, सेब, आंवला इत्यादि फलों को जरूर सेवन करें,
  • इन सभी फलों व सब्जियों का सेवन करने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है,

जिसके कारण कोई भी रोग खासकर त्वचा के रोग नजदीक नहीं आते,

7. पानी का सेवन ज्यादा करें…

  • पिंपल या मुहांसों से पीड़ित व्यक्ति को अपनी दिनचर्या में ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए,

    मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
    पानी ज्यादा पीयें

  • इससे खून साफ होता है तथा विषैले पदार्थ पेशाब के रास्ते शरीर से निकल जाते हैं,
  • जितना खून साफ होगा उतना ही आपकी त्वचा साफ होगी तथा,

उसमें आद्रता बनी रहेगी इसलिए कम से कम 2 से 3 लीटर पानी दिन में जरूर पीयें,

8. चीनी का सेवन कम से कम करें…

  • हमने रोजाना क्लीनिकल प्रैक्टिस में यह बात नोट की है कि जो लोग मीठे का सेवन अत्यधिक मात्रा में करते हैं,

    मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
    चीनी कम खायें

  • उनमें मुहांसों की समस्या ज्यादा होती है,
  • इसलिए आपको चीनी या अधिक मीठे पदार्थों से दूरी बनाकर रखनी जरूरी है खासकर तब जब आप मुहांसों से पीड़ित हो,

9. ओमेगा 3 का सेवन करें…

  • इसके लिए आपको अलग-अलग प्रकार के बीजों का सेवन करना चाहिए जैसे कि चिया के बीज,

पेठे के बीज, मूंगफली या बादाम आदि इन बीजों में ओमेगा 3 की मात्रा बहुत अधिक पाई जाती है,

  • जो कि हमारी त्वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद है एक बात याद रखें इन बीजों का सेवन आपको सीमित मात्रा में करना है,
  • इसके अतिरिक्त आपको,
  • बाजार से मिलने वाले अनेक प्रकार के जंक फूड जैसे पिज़्ज़ा, बर्गर, पेस्ट्री आदि के सेवन से बचना चाहिए,
मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
कोल्डड्रिंक न पीयें

आपको अत्यधिक कोल्ड ड्रिंक या आइसक्रीम के सेवन से भी दूर रहना चाहिए,

  • इसके अतिरिक्त मुहांसों से बचने के लिए आपको अपने चेहरे का मसाज या कोई फेशियल नहीं करवाना चाहिए,
  • इससे पिंपल्स के बढ़ने का खतरा रहता है,
  • इसके अतिरिक्त आपको धूम्रपान, शराब का सेवन भी नहीं करना चाहिए यह भी मुहांसों को बढ़ाते हैं,
  • सबसे जरूरी बात यह है कि कोई भी फेस वॉश(Face-wash) जो भी आप इस्तेमाल करें वह तेल बेस(Oil based) नहीं होना चाहिए,

बल्कि पानी बेस(Water-base) होना चाहिए,

  • इसके अलावा steroidal  दवाइयों का सेवन कम से कम करना चाहिए,
  • ऐसा कई मरीजों में देखा गया है कि,

steroidal दवा का सेवन अधिक मात्रा में  करने से पीठ पर तथा चेहरे पर अनेक प्रकार के दाने(Skin-eruptions) होने लगते हैं,

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मुंहासों का इलाज आधुनिक चिकित्सा विज्ञान मैं कैसे किया जाता है?

  • आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में अनेकों ऐसी औषधियां हैं जिससे मुंहासों का इलाज सफलतापूर्वक किया जाता है,
  • इसके लिए आपको अपने त्वचा के विशेषज्ञ डॉक्टर से मशवरा कर इलाज करना चाहिए,
  • यहां पर मैं आपको मुहांसों में प्रयोग होने वाली प्रमुख आधुनिक एलोपैथिक दवाइयों के बारे में जानकारी दे रहा हूं,

कृपया इनका सही से प्रयोग कर इनका लाभ उठाएं यह दवाइयां इस प्रकार है…

1. Benzoyl Peroxide… 

  • यह प्रोडक्ट मुहांसों को बढ़ाने वाले जीवाणुओं(Bacteria) को मारता है,
  • साथ ही साथ जो अत्यधिक तेल स्किन पर जो होता है उसको भी दूर करता है,

इसके साथ साथ मृत स्किन(Dead skin)को भी हटाता है,

  • इसलिए मुहांसों के इलाज के लिए यह एक बहुत ही अच्छा प्रोडक्ट है इसको आप हल्की कंसंट्रेशन में प्रयोग कर सकते हैं,

बाजार में यह 2.5 से 10 % की कंसंट्रेशन में उपलब्ध है,

  • आपको यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि इसके इस्तेमाल करने से थोड़े बहुत साइड इफेक्ट आपको हो सकते हैं,
  • जैसे कि त्वचा का लाल होना, पपड़ी उतरना, त्वचा का अत्यधिक रूक्ष होना आदि,
  • यह सभी साइड इफेक्ट्स ज्यादातर उन लोगों में देखे जाते हैं जिनकी त्वचा अत्यधिक संवेदनशील होती है,
  • इसलिए ज्यादा संवेदनशील त्वचा वाले व्यक्तियों को अपने डॉक्टर की सलाह से इसका इस्तेमाल करना चाहिए, 
  • ज्यादातर लोगों में यह कोई समस्या नहीं करता तथा इसका प्रयोग आप लगातार कर सकते हैं,

बस एक बात का ध्यान रहे कि इसका प्रयोग सबसे हल्की कंसंट्रेशन 2.5% से शुरू करना चाहिए,

2. Salicylic Acid… 

  • मुहांसों के इलाज के लिए इसका भी प्रयोग काफी लाभप्रद है यह मृत त्वचा(Dead skin)को हटाता है,
  • तथा रोम छिद्रों को बंद होने से रोकता है इसका इस्तेमाल 0.5% से 5% परसेंट की कंसंट्रेशन में किया जाता है,
  • इसमें एक बात ध्यान रखने वाली यह है कि,

5% परसेंट से ज्यादा कंसंट्रेशन वाले सैलिसिलिक एसिड का प्रयोग बिना डॉक्टरी सलाह के नहीं करना है,

  • इस से आपकी त्वचा के जलने का खतरा बना रहता है,

यह सैलिसिलिक एसिड डिस्प्रिन की गोली में भी पाया जाता है,

  • इसीलिए कई लोग डिस्प्रिन की गोली को रगड़ कर मुहांसों को ठीक करने के लिए प्रयोग करते हैं,

3. Alpha hydroxy acid… 

  • इसमें प्रमुखता दो प्रकार के प्रोडक्ट होते हैं जैसे ग्लाइकोलिक एसिड(Glycolic acid) तथा लैक्टिक एसिड(Lactic acid),

यह दोनों ही मृत त्वचा(Dead skin) को हटाते हैं,

  • तथा नई त्वचा बनने में मदद करते हैं साथ ही साथ रोम छिद्रों को बंद होने से रोकते हैं,
  • इनका प्रयोग भी मुहांसों के इलाज में किया जाता है,
  • इनकी खास बात यह है कि यह प्रोडक्ट्स त्वचा की सूजन को भी कम करते हैं तथा यह लगभग सुरक्षित होते हैं,

4. सल्फर(Sulpher)…

सल्फर का प्रयोग अनेक प्रकार के त्वचा रोगों में किया जाता है आयुर्वेद में इसे गंधक कहते हैं,

सल्फर मृत त्वचा(Dead skin) को हटाती है तथा त्वचा को एक्सफोलिएट(Exfoliate) करती है,

  • इससे थोड़ी बहुत रुक्ष्ता(Dryness) त्वचा में आ सकती है इसलिए इसका प्रयोग ध्यान से करें,
  • यह चारों प्रोडक्ट्स मुहांसों के इलाज के लिए इस्तेमाल होते हैं,

अगर आपको कोई भी भ्रम(Confusion) है तो,

  • आपके लिए सही सलाह यह है कि आप अपनी मुंहासों का इलाज बेंजोयल परऑक्साइड(Benzoyl peroxide) से शुरू करें,
मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
मुहासें करे ठीक

तथा इसकी भी कंसंट्रेशन कम से कम ले यानी कि 2.5 % से शुरू करें,

  • कई बार ऐसा देखा गया है कि कम कंसंट्रेशन प्रयोग करने से बहुत ही अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं,
  • जो कि उच्च कंसंट्रेशन वाले प्रोडक्ट प्रयोग करने से नहीं होते,

इसमें एक बात ध्यान रखने वाली है यह है कि,

  • कुछ दिन लगातार इस्तेमाल करने के बाद अगर आपको फायदा नहीं हो रहा तो आप इसकी कंसंट्रेशन को धीरे धीरे बढ़ाएं,

और अगर आपकी मुहासें जठर(Stubborn acne) हैं, जिद्दी है,उनको कोई फर्क नहीं पड़ रहा तो,

  • आप ऊपर लिखित प्रोडक्ट्स में से एक से ज्यादा प्रोडक्ट्स का भी इस्तेमाल एक साथ कर सकते हैं,

ऐसा करते समय एक प्रोडक्ट को आप दिन में लगाएं तथा दूसरे को रात में लगाएं इससे आपको अवश्य लाभ होगा,

5. Topical and oral retinoids… 

  • मुहांसों को ठीक करने के लिए सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाली दवाइयां retinoids है,
  • यह दो प्रकार के आते हैं एक तो मुख के द्वारा सेवन किए जाते हैं दूसरा त्वचा पर लगाने वाली क्रीम के रूप में होते हैं,

इनका सेवन अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए नहीं तो अनेक प्रकार के दुष्परिणाम हो सकते हैं,

  • जैसे कि त्वचा का लाल होना, त्वचा में सूजन होना या बहुत अधिक जलन होना आदि,
  • बाहरी प्रयोग वाले retinoids अभ्यंतर सेवन करने वाले retinoids की अपेक्षा ज्यादा सुरक्षित हैं,

इसके उदाहरण इस प्रकार है जैसे Tretinoin,Isotretinoin आदि,

6. Azelaic acid… 

इसका प्रयोग भी पिंपल या मुहांसों के इलाज के लिए किया जाता है यह दवा भी सुरक्षित होती है,

7. त्वचा पर लगाने वाले एंटीबायोटिक…

  • मुहांसों का एक कारण जीवाणु द्वारा होने वाला संक्रमण भी माना जाता है,
  • इसलिए कई प्रकार के एंटीबायोटिक क्रीम त्वचा पर मुहांसों के इलाज के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं,
  • इनका काफी अच्छा परिणाम होता है,

इसके उदाहरण हैं जैसे कि Clindamycin,Metronidazole,Neomycin आदि,

8. खाने वाले एंटीबायोटिक्स…

इसके अतिरिक्त अनेक प्रकार के जीवाणु नाशक या एंटीबायोटिक्स मुख के द्वारा भी सेवन किए जाते हैं,

इनका सेवन करने से मुहांसों में बहुत ज्यादा फर्क पड़ता है उनके कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं जैसे कि…

  • १. Erythromycin
  • २. Roxithromycin
  • ३. Doxycycline
  • ४. Cefadroxil
  • ५. Dapsone आदि

9. सूज़न कम करने वाली दवाएं(NSAID)… 

  • मुहांसों की सूजन को कम करने के लिए कई प्रकार की आधुनिक एलोपैथिक दवाइयां बहुत ही कारगर हैं,
  • इनका सेवन करने से कुछ ही दिनों में आपकी मुहांसों में काफी ज्यादा आराम मिलता है,

इसके साथ-साथ ये दवाएं दर्द को भी कम करती है,

तथा यह मुहांसों को ठीक करने में भी बहुत ही लाभप्रद है इनके कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं जैसे कि…

  • १. Diclofenac sodium
  • २. Serratiopeptidase 
  • ३. Ibuprofen

४. Naproxen आदि,

how to remove pimples in hindi पढ़ते रहे…


कील मुहांसों तथा ब्लैक व वाइटहेड्स को हटाने के लिए आधुनिक उपकरण…

  • समय के साथ साथ आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में नए से नए अनुसंधान हो रहे हैं,
  • इसलिए नई से नई तकनीक अनेक प्रकार की बीमारियों के इलाज के लिए आजकल उपलब्ध है,
  • ठीक इसी प्रकार कील, मुहांसों पिंपल या ब्लैकहेड्स, वाइटहेड्स को दूर करने के लिए अनेक प्रकार के उपकरण बाजार में उपलब्ध हैं,
  • इनमें से कुछ आप अपने आप घर पर इस्तेमाल कर सकते हैं,

परंतु कुछ उपकरण केवल त्वचा विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार ही प्रयोग करने चाहिए यह उपकरण इस प्रकार हैं…

1. BESTOPE का ब्लैकहेड व मुहांसों को दूर करने वाला उपकरण…

यह उपकरण आपको ऑनलाइन या फिर बाजार से मिल जाएगा,

मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
मुहांसे हटाने वाला उपकरण
  • इसकी मदद से आप अपने आप ही,
  • अपने चेहरे के कील, मुंहासे तथा ब्लैकहेड्स, वाइटहेड्स, Blemish को आसानी से अपने चेहरे से हटा सकते हैं,
  • इसके लिए आपको थोड़े दिशानिर्देशों का ध्यान से पालन करना होगा,

इस उपकरण के साथ सभी जरूरी दिशा निर्देश लिखे रहते हैं इसलिए आप उन्हें ध्यान से पढ़ें तथा इसका इस्तेमाल करें, 

2. ब्लैकहेड्स तथा वाइटहेड्स को निकालने वाला suction उपकरण(Derma Suction)…

मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
डर्मा सक्शन उपकरण
  • इसको चेहरे का वैक्यूम क्लीनर(Vacuum cleaner) भी बोलते हैं,
  • क्योंकि यह वैक्यूम क्लीनर की तरह चेहरे के कील, मुंहासे ब्लैकहेड्स तथा वाइटहेड्स को खींच कर निकाल देता है,
  • यह उपकरण आपको ऑनलाइन आसानी से मिल जाएगा,
  • इसके साथ भी जरूरी दिशा निर्देश लिखे रहते हैं तथा,

आप इन दिशानिर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं यह आपको अवश्य ही लाभ देगा,

3. Hydra facial स्किन treatment… 

मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
Hydra facial machine
  • यह एक विशेष प्रकार की मशीन होती है जो कि सिर्फ त्वचा विशेषज्ञों के द्वारा ही प्रयोग की जाती है,
  • इस मशीन की सहायता से चेहरे के कील, मुंहासे, पिंपल्स ब्लैकहेड्स तथा व्हाइटहेड्स का इलाज बहुत ही अच्छे प्रकार से किया जाता है,
  • इसके अतिरिक्त इस मशीन से चेहरे पर पड़ने वाली झुर्रियों(Wrinkles) का इलाज भी सफलतापूर्वक किया जाता है,
  • इस मशीन में अनेक उपकरण लगे रहते हैं,
  • इस मशीन की सहायता से जैसे-जैसे उम्र बढ़ने के साथ त्वचा का लचीलापन(Elasticity) खत्म हो जाता है,

उसको भी काफी हद तक ठीक किया जा सकता है,

  • यह सब आपके त्वचा विशेषज्ञ के तजुर्बे पर निर्भर करता है,
  • इस उपकरण से इलाज कराने का खर्चा थोड़ा ज्यादा होता है इसलिए हर मरीज के लिए यह इलाज संभव नहीं है,

लेकिन अगर परिणामों की बात करें तो इसके परिणाम बहुत ही अच्छे हैं,

  • इसके अतिरिक्त,
  • मुहांसों को ठीक करने के लिए फोटोथेरेपी, केमिकल पील, तथा स्टेरॉयड के इंजेक्शन का भी इस्तेमाल किया जाता है,
  • स्टेरॉयड दवाइयों के इंजेक्शन का इस्तेमाल मुहांसों की बड़ी हुई गांठें(Cystic-Acne),

या Nodular प्रकार की मुहांसों में किया जाता है यह सब इलाज त्वचा का डॉक्टर ही कर सकता है,

how to remove pimples in hindi आगे ओर पढ़े …


खास बात याद रखें (how to remove pimples in hindi)… 

  • मुहांसों के इलाज में सबसे खास बात यह है कि इलाज के दौरान आपको धैर्य(Patience) रखना होगा,

क्योंकि मुहांसों को ठीक होने में कम से कम 2 से 3 महीने का समय तो लगता ही है,

  • तथा इसके दौरान कई बार कई लोगों की तकलीफ और भी बढ़ जाती है,
  • इसका मतलब यह नहीं है कि आपकी दवा असर नहीं कर रही,

ऐसा अक्सर देखा जाता है कि प्रत्येक व्यक्ति की त्वचा में प्रत्येक प्रोडक्ट के अलग-अलग रिजल्ट मिलते हैं,

  • इसलिए घबराएं नहीं धैर्य बनाए रखें आपको लाभ अवश्य मिलेगा,
  • मुहांसों के इलाज में आपको हमेशा एक बात जरूर याद रखनी है कि प्रत्येक व्यक्ति की त्वचा अलग-अलग होती है,
  • किसी की त्वचा तैलीय(Oily skin) होती है किसी की त्वचा रूक्ष(Dry skin) होती है,
  • तथा किसी की त्वचा मिक्स(Mix type) होती है,

आपका डॉक्टर आपकी त्वचा के अनुसार ही आपको सही प्रोडक्ट इस्तेमाल करने की सलाह देता है,


मुहांसों को जड़ से ठीक करने के घरेलू नुस्खे (gharelu upay for pimples in hindi)…

मुहांसों को जड़ से ठीक करने के लिए अनेक प्रकार के घरेलू नुस्खे हजारों वर्षों से प्रयोग किए जा रहे हैं,

इनमें से कुछ महत्वपूर्ण नुस्खे इस प्रकार हैं…

1. नीम की पत्तियों का रस…

मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
नीम की पत्तियां

इसके लिए आपको थोड़ी ताजा नीम(Neem)की पत्तियां लेनी है तथा उसका रस निकालना है,

  • इसके लिए पत्तियों के साथ कुछ बूंदे पानी की भी मिला सकते हैं,
  • इस रस को रूई की मदद से पिंपल्स या मुहांसों पर दिन में दो बार लगाना चाहिए,
  • ऐसा करने से कुछ ही दिनों में मुहासे गायब हो जाएगी,
  • आयुर्वेद में नीम का प्रयोग त्वचा के रोगों में बहुत अधिक किया जाता है,
  • आजकल तो नीम के कैप्सूल तथा गोलियां भी त्वचा रोगों में खाने के लिए इस्तेमाल होती हैं,

2. जीरे का प्रयोग (home remedies for pimples in hindi)…

इसके लिए आपको थोड़ा घर में इस्तेमाल होने वाला जीरा(Cumin) लेना है,

  • तथा उसमें थोड़ा पानी डालकर उसका पेस्ट बना लेना है,
  • फिर इस पेस्ट को मुहांसों के ऊपर लगाना है,
  • तथा आधे से 1 घंटे बाद गुनगुने पानी से चेहरे को धोना है ऐसा कुछ दिन लगातार करने से पिंपल या मुहासे ठीक हो जाते हैं,

3. जायफल करें मुंहासे दूर…

  • जायफल(Nutmeg) का प्रयोग मुहांसों को दूर करने के लिए सबसे सफल है ऐसा हमने हजारों रोगियों में देखा है,

    मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
    जायफल

इसके लिए आपको एक जायफल लेना है जो कि पंसारी से आपको आसानी से मिल जाएगा,

  • फिर इसको दो से तीन दूध की बूंदों के साथ पत्थर पर रगड़ के उसका पेस्ट बना लेना है,
  • फिर उंगली की मदद से जहां जहां पर मुंहासे हैं उन पर इस पेस्ट को लगाना है,
  • आप रात को भी लगा सकते हैं तथा अगली सवेर गुनगुने पानी से चेहरे को धोना है,
  • कुछ दिन लगातार इसका इस्तेमाल करें इस से आपको मुहांसों को ठीक करने में शर्तिया मदद मिलेगी,

4. हल्दी करें पिंपल्स को दूर (home remedies for pimples in hindi)…

मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
हल्दी करे मुहासें दूर

हल्दी(Turmeric)का प्रयोग हजारों सालों से आयुर्वेद में त्वचा रोगों में सफलतापूर्वक किया जाता है,

  • हल्दी में जीवाणु-नाशक, कीटाणु-नाशक गुण होने के कारण यह बहुत ही असरदार है,
  • इसके लिए आपको एक चम्मच हल्दी में थोड़ा सा गाय का दूध या पानी मिलाकर उसका पेस्ट बना लेना है,
  • तथा उस पेस्ट को पिंपल या मुहांसों पर लगाना है,
  • आधे घंटे बाद चेहरे को साफ पानी से धोना है कुछ दिन ऐसा लगातार करने से,
  • आपके पिंपल या मुहासे ठीक हो जाते हैं ऐसा अक्सर हमने अपने रोगियों में देखा है

5. पुदीने के पत्तों का रस (home remedies for pimples in hindi)…

  • पुदीने(Mint)के पत्तों के रस को पिंपल या मुहांसों पर लगाने से मुहांसों में होने वाली जलन खत्म हो जाती है,

तथा काफी ठंडक मिलती है,

  • कुछ दिन इसका लगातार इस्तेमाल करने से मुहासे ठीक होने लगते हैं यह एक आसान घरेलू नुस्खा है,

6. मुल्तानी मिट्टी करें मुंहासे दूर (gharelu upay for pimples in hindi)…

इसके लिए दो चम्मच मुल्तानी मिट्टी का पाउडर ले उसमें एक चम्मच गुलाब जल(Rose water)मिलाएं,

तथा 5 से 7 बूंदे नींबू के रस की मिलाकर उसका पेस्ट बना लें,

  • इस पेस्ट को चेहरे पर लगाकर कुछ देर बाद लगभग आधे घंटे बाद साफ पानी से चेहरे को धो लें,
  • इससे आपको मुहांसों से छुटकारा पाने में बहुत लाभ मिलेगा,
  • मुल्तानी मिट्टी चेहरे पर आने वाले अत्यधिक तेल को भी कम करने में मदद करती है,
  • इसके साथ साथ आपको यह बात भी याद रखना कि कोई भी बाहरी क्रीम का उपयोग इस नुस्खे के प्रयोग के दौरान ना करें,
  • ज्यादा से ज्यादा जरूरत पड़ने पर गुलाब जल को रूई पर लगाकर चेहरे को साफ कर सकते हैं,
  • इस नुस्खे के प्रयोग से मात्र 5 से 7 दिन में मुहांसों में बहुत ही ज्यादा फर्क देखने को मिलता है,

हमने कितने ही रोगियों को मात्र इस नुस्खे की मदद से ठीक किया है,

7. मुहासे हटाए बेकिंग सोडा (gharelu upay for pimples in hindi)…

  • बेकिंग सोडा एक से दो चम्मच लेकर उसमें थोड़ा पानी मिलाकर पेस्ट बना लें इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं तथा,
  • कुछ मिनटों बाद गुनगुने पानी से चेहरे को धो डालें, ऐसा सप्ताह में 1 से 2 बार करें,
  • इसके और भी बढ़िया परिणाम प्राप्त करने के लिए आप इस पेस्ट में 5 से 7 नींबू रस की बूंदे,

एक चुटकी दालचीनी पाउडर भी मिला सकते हैं इसका इस्तेमाल हफ्ते में दो बार करना है,

  • ऐसा करने से रोम छिद्र खुलते हैं तथा त्वचा में निखार आता है साथ ही साथ मृत त्वचा हट जाती है,

8. नींबू करें मुंहासे दूर…

१. लगभग आधा चम्मच दालचीनी के पाउडर में कुछ बूंदे नींबू रस की मिलाएं और इसका पेस्ट बनाकर,

मुहांसों वाली जगह पर लगाएं तथा आधे से 1 घंटे बाद चेहरे को धो लें ऐसा नियमित करने से मुहासे ठीक होने लगती है,

मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
निम्बू करे मुहासे ठीक

२. नींबू के छिलके को छाया में सुखाकर उसका पाउडर बना लें,

  • उसके बाद दो चम्मच नींबू के छिलके के पाउडर में एक चम्मच बेसन मिलाकर पेस्ट बना लें,
  • इस पेस्ट को मुहांसों या चेहरे के धब्बों पर लगाएं आधे से 1 घंटे बाद चेहरे को धो लें,
  • ऐसा कुछ दिन करने से पिंपल मुंहासे या चेहरे के दाग धब्बे भी ठीक हो जाते हैं,

३. नींबू की फांक नहाने से पहले अपने चेहरे पर खूब अच्छी तरह रगडे तथा उसके बाद नहा ले ऐसा करने से भी मुहांसों में बहुत आराम मिलता है

४. नींबू के रस में ग्लिसरीन को मिलाकर चेहरे के मुहांसों पर लगाने से भी काफी लाभ मिलता है,

५. दूध को गर्म करने के बाद उसके ऊपर जो मलाई होती है उस मलाई को एक चम्मच लें तथा उसमें,

  • कुछ बूंदे नींबू रस की डालकर अपने चेहरे पर मुहांसों पर लगाएं ऐसा करने से भी मुहांसों में आराम मिलता है,

६. आधा चम्मच हल्दी तथा आधा चम्मच नींबू का रस एक कटोरी में मिला लें तथा उसमें एक चम्मच गुनगुना पानी मिलाएं,

  • उसके बाद दो चुटकी नमक मिलाएं इस मिश्रण को गर्म करके अपने चेहरे पर लगाएं फिर थोड़ी देर बाद जब यह सूख जाए,

तो चेहरे को धो लें ऐसा हफ्ते में दो बार करने से चेहरे के कील, मुंहासे, पिंपल्स, दाग व धब्बे सभी में आराम मिलेगा,

नोट करे…
  • यह सब घरेलू नुस्खे अनेकों वर्षों से मुहासे या पिंपल्स के इलाज के लिए सफलतापूर्वक प्रयोग किए जाते हैं,
  • याद रखें इनके पीछे कोई ठोस वैज्ञानिक अनुसंधान अभी तक नहीं है पर फिर भी,
  • आप इनको घर पर अपनी मुहांसों के इलाज के लिए प्रयोग कर सकते हैं,

how to remove pimples in hindi कृपया पढ़ते रहे…


मुहांसों का होम्योपैथी में क्या इलाज है?

  • होम्योपैथी में अनेक प्रकार की ऐसी दवाइयां हैं जिनका प्रयोग पिंपल या मुहांसों के इलाज में सफलतापूर्वक किया जाता है,
  • इसके लिए कुछ उदाहरण नीचे लिखे हैं,
  • आप इनका इस्तेमाल किसी भी होम्योपैथिक विशेषज्ञ की सलाह पर कर सकते हैं,
  • यह दवाइयां ज्यादातर सुरक्षित होती हैं तथा इनका कोई भी खास दुष्परिणाम देखने को नहीं मिलता,

यह इस प्रकार हैं…

  • Kali Brom -30,
  • Berberis Aquifolium- Q,
  • Asteria Rubens -30,
  • Carbo Veg -30,
  • Hepar Sulph -30,
  • Nat Mur -30,
  • Pulsatilla -30,
  • Sang Can,

Hydrocotyl आदि

  • होम्योपैथिक उपचार में एक बात याद रखने वाली यह है की इस उपचार में लक्षणों के आधार पर दवा बदल जाती है,
  • जैसे कि मान लो किसी के पिंपल या मुहासे बिना पाक  वाले हैं तो दवा अलग होगी,
  • अगर उनमें पाक पड़ गई है तो दवा अलग होगी,
  • इसके अतिरिक्त अनेक प्रकार के भिन्न-भिन्न लक्षणों के अनुसार कौन सी दवा ज्यादा असर करेगी,

यह सब होम्योपैथिक डॉक्टर ही निर्धारित कर सकता है,

how to remove pimples in hindi अभी ओर है… 


बिना डॉक्टर की सलाह इस्तेमाल किए जाने वाले मुहासों को हटाने के सर्वोत्तम कंपनी ब्रांड्स… 

  • आजकल बाजार में अनेक प्रकार के बहुत ही गुणवत्ता वाले क्रीम्स उपलब्ध है,
  • जिनका इस्तेमाल बिना डॉक्टर की सलाह के आप घर बैठे आसानी से कर सकते हैं,
  • इनका कोई भी दुष्परिणाम नहीं होता तथा इनका मुहांसों के इलाज में बहुत ही सफल योगदान है,

आप इन प्रोडक्ट्स को बाजार से खरीद सकते हैं या फिर ऑनलाइन मंगा सकते हैं इसके कुछ उदाहरण नीचे लिखे हैं…

मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
१.मुहासों की बेस्ट क्रीम

१. Biotique-Bio -Winter -Green -Spot -Correcting -Anti-Acne -Cream For Oily & Acne-Prone Skin

मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
२.मुहासें करे दूर

२. Himalaya -herbals -Acne-n-Pimple -cream-आयुर्वेदिक

मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
३.सीबामेड क्रीम

३. Sebamed- clear -Face- care -Gel

मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
४.लोटस क्रीम

४. Lotus herbals -Professional -Phyto-Rx -Anti -Blemish -creme

मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
५.जोवीस आयुर्वेद

५. Jovees -Ayurveda -Neem & Long -Pepper- Anti- Acne, and Pimple- cream

६. . Dr-Batra’s Natural -Anti-acne -cream

७. Natio-Acne -clear Day -daily -Repair -Oil -Free -Moisturiser

मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
८.खादी हर्बल

८. Khadi- Herbal -Acne- Pimple- cream

मुहासों का इलाज़ कारण व लक्षण
९.शाहनवाज़ क्रीम

९. Shahnaz -Husain -Shaclove

how to remove pimples in hindi के बारे में और थोड़ी जानकारी प्राप्त करने के लिए पढ़ते रहें… 


मुहासे या पिंपल्स के निशान का क्या इलाज है?

  • मुहांसों के निशान के इलाज के लिए कई क्रीम बाजार में उपलब्ध हैं,
  • इन क्रीम को लगाने से मुहांसों के दाग-धब्बे थोड़े हल्के तो हो सकते हैं परंतु बिल्कुल ठीक नहीं होते,
  • इसके लिए आपको अन्य विकल्प जैसे कि…
  • केमिकल पील या कहें रसायनिक छिलका-
  • -जिसमें एसिड के द्वारा त्वचा की ऊपरी परत को हटाकर मुहांसों के दाग धब्बों का इलाज किया जाता है,

इसके अतिरिक्त…

  • ड्रमअब्रसेन (Dermabrasion) 
  • त्वचा की सर्जरी
  • लेजर तकनीक का इस्तेमाल
  • ऊतक भराव(Tissue fillers) तकनीक आदि से त्वचा के दाग धब्बों का इलाज किया जा सकता है,

इसके लिए आपको त्वचा के विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह मशवरा कर अपना इलाज करवाना चाहिए,

how to remove pimples in hindi पढने के लिए धन्यवाद...कृपया शेयर करें- 


निष्कर्ष(how to remove pimples in hindi)…
  • मेरी राय में आपको अपनी मुहांसों के इलाज के लिए ऊपर दिए गए घरेलू नुस्खों का प्रयोग करना चाहिए,
  • इसके साथ-साथ यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि कभी भी मुहांसों को हाथ से ना दबाएं मुहांसों पर कम से कम हाथ लगाएं,
  • साथ ही साथ संतुलित आहार का सेवन करें,
  • जंक फूड पिज़्ज़ा, बर्गर, पेस्ट्री, चीनी, कोल्ड ड्रिंक इत्यादि पदार्थों का सेवन ना करें,
  • अपने पेट को हमेशा साफ रखें अगर कब्ज रहती है तो उसका इलाज करें तथा,
  • अगर मुहांसो में दर्द है तो अपने डॉक्टर की राय से कोई हल्का-फुल्का एंटीबायोटिक शुरू करें,
  • मात्र इतना करने से ही आपकी मुहांसों में काफी फर्क कुछ ही दिनों में पड़ जाएगा.
  • मैंने यहां पर मुहांसों का इलाज कारण व लक्षण का पूरा विस्तृत उल्लेख किया है,

अगर फिर भी आपको कोई मशवरा हमसे करना है तो नीचे दिए गए मेल आईडी पर हमसे संपर्क कर सकते हैं,

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अस्वीकरण(how to remove pimples in hindi)… 
  • इस लेख की सामग्री व्यावसायिक चिकित्सा सलाह(professional medical advice), निदान(diagnosis) या उपचार(ट्रीटमेंट) के विकल्प के रूप में नहीं है।
  • चिकित्सीय स्थिति के बारे में किसी भी प्रश्न के लिए हमेशा चिकित्सीय(doctor कंसल्टेशन) सलाह लें।
  • उचित चिकित्सा पर्यवेक्षण(without proper medical supervision) के बिना अपने आप को, अपने बच्चे को, या किसी और का  इलाज करने का प्रयास न करें।

image creditधन्यवाद to www.pixabay.com

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