keto diet in hindi: कीटो डाइट क्या है इसके फायदे व नुक्सान को जानने से पहले कीटो डाइट किए बारे में थोड़ी सी जानकारी होना जरूरी है,
- यह डाइट आज के समय की सबसे फेमस डाइट है यह डाइट जितनी जल्दी आपका वजन कम कर सकती है,
उतना वजन आप किसी भी तरह की डाइट से या किसी भी तरह की एक्सरसाइज से कम नहीं कर सकते,
- कीटो डाइट से आप 1 महीने में 12 से 15 किलोग्राम तक वजन घटा सकते हैं,
बड़े-बड़े फिल्म स्टार आजकल वजन को कम करने के लिए कीटो डाइट का इस्तेमाल करते हैं,
- कीटो डाइट के बारे में बहुत रिसर्च हुआ है और अभी चल भी रहा है,
कीटो डाइट के शरीर को अनेकों फायदे देखने को मिलते हैं,
- परंतु आप कीटो डाइट को ज्यादा लंबे समय तक 6 महीने से ज्यादा नहीं कर सकते ऐसा बहुत से डॉक्टर सलाह देते हैं,
क्योंकि कीटो डाइट की रिसर्च अभी तक पूरी नहीं हुई है इसलिए बड़ी ही सावधानी से इसका इस्तेमाल करना चाहिए,
कीटो डाइट (keto diet in hindi) या केटोजेनिक डायट क्या होती है?
- इसको ऐसे समझे जैसे कार को चलाने के लिए जो इंधन की आवश्यकता होती है वह पेट्रोल या डीजल है,
- इसी प्रकार हमारे शरीर को चलाने के लिए जो इंधन चाहिए उसे ग्लूकोस कहते हैं,
ग्लूकोस से ही हमारे शरीर को ऊर्जा मिलती है और उसी ऊर्जा का इस्तेमाल हमारा शरीर हर एक काम को करने के लिए करता है,
- यह ग्लूकोस कार्बोहाइड्रेट्स के पाचन के बाद शरीर में बनता है,
- कीटो- डाइट में हम अपने शरीर का इंधन सोर्स (fuel source) ही बदल देते हैं,
- ग्लूकोज की जगह कीटोन को हमारा शरीर ऊर्जा के लिए यूज करने लगता है,
- यह कीटोंस फैट या वसा के पाचन के बाद शरीर में बनते हैं,
- इसीलिए जब हमारा शरीर कीटोन का इस्तेमाल ज्यादा करने लगता है तो शरीर से वसा या फैट कम होने लगता है,
- क्योंकि कीटोन फैट या वसा से ही तो बनते हैं,
- इसीलिए ऊर्जा के रूप में कीटोन का ज्यादा इस्तेमाल शरीर में होना अत्यधिक वजन घटने का कारण बनता है,
इसके लिए आपको अपने आहार में थोड़ा बदलाव करना पड़ता है,
आहार के मुख्य घटक
जैसा कि आप जानते हैं कि हमारे आहार के तीन मुख्य घटक होते हैं,
१. कार्बोहाइड्रेट्स- carbohydrates
२. वसा- fat
३. प्रोटीन- proteins
पहले जमाने में वजन घटाने के लिए भोजन से फैट( दूध, मक्खन, मलाई, देसी घी, इत्यादि) को कम करने के लिए कहा जाता था,
- इससे फर्क तो पड़ता था पर उतना नहीं लेकिन इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता था,
- केटोजेनिक डायट इससे उलट है, इसमें आपको फैट का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा करना होता है,
- तथा कार्बोहाइड्रेट्स का इस्तेमाल ना के बराबर करना होता है तथा,
- प्रोटीन जितनी शरीर को सामान्य जरूरत होती है उतना ही लेना होता है इससे होता क्या है कि,
- जब हम ना के बराबर कार्बोहाइड्रेट लेते हैं तो हमारे शरीर में स्टार्वेशन-भुखमरी जैसे हालात बन जाते हैं,
- क्योंकि कार्बोहाइड्रेट न होने के कारण ग्लूकोस नहीं बन पाता,
- और ग्लूकोस के बिना हमारा शरीर कोई भी कार्य करने में असमर्थ हो जाता है,
- तो उस कंडीशन में जो शरीर में जमा फैट होता है वह जमा फैट टूटने लगता है,
- और जब वह जमा हुआ फैट टूटता है तो उसका ही एक बायप्रोडक्ट कीटोन के रूप में शरीर में बनने लगता है और,
- इसी को हमारा शरीर ऊर्जा के रूप में यूज करने लगता है,
- वैसे तो थोड़ा सा कीटोन नॉर्मल हमारे शरीर में बनता ही रहता है लेकिन यह बहुत ही कम होता है,
- लेकिन कीटो डाइट में कीटोन शरीर में ज्यादा बनने लगता है तथा पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर भी आने लगता है,
इसे हम आसानी से घर पर चेक भी कर सकते हैं
“keto diet in hindi” पढ़ते रहें
कीटो-डाइट में आहार के मुख्य घटको में परिवर्तन
कीटो डाइट में आपको रोजाना आहार में…
- कार्बोहाइड्रेट का परसेंटेज 25% रखना है और,
- फैट का परसेंटेज 70% रखना है तथा,
- प्रोटीन का परसेंटेज 5 % रखना है इसी अनुपात से आपको 1300 से 1500 कैलोरी का डाइट प्लान बनाना होगा,
कीटो डाइट में आहार में पूरा परिवर्तन करना पड़ता है,
- सामान्य रूप में हम अपने आहार में सबसे ज्यादा मात्रा में कार्बोहाइड्रेट्स खाते हैं जैसे कि,
- रोटी, चावल, पिज़्ज़ा, बर्गर, पास्ता, चीनी, केक, इत्यादि या इतना समझ लीजिए जो कुछ भी आप खाते हैं,
- उसमें सबसे ज्यादा मात्रा कार्बोहाइड्रेट्स की होती है,
- जितने भी अनाज हैं वह सभी कार्बोहाइड्रेट से भरे पड़े हैं जैसे कि कनक ज्वार बाजरा मक्का इत्यादि,
- इसके अतिरिक्त जितने भी मीठे फल तथा कुछ सब्जियां जो जमीन के नीचे पैदा होती हैं,
- जैसे कि आलू, शकरकंदी इत्यादि उनमें भी कार्बोहाइड्रेट सबसे ज्यादा होता है,
- कीटो डाइट में आपको अपने आहार में इन सब चीजों को ना के बराबर इस्तेमाल करना है,
- सामान्य रूप से एक व्यक्ति दिन में 200 से 300 ग्राम तक कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन करता है,
- उदाहरण के लिए एक रोटी में लगभग 25 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है और अगर आप दिन में 6 रोटी भी खाते हैं,
- तो 300 ग्राम कार्बोहाइड्रेट आप रोटी के रूम में ही खा जाते हैं,
- इसके अतिरिक्त अगर आप तीन से चार कप चाय चीनी वाले पीते हैं तो,
- लगभग 50 ग्राम कार्बोहाइड्रेट आप चाय के रूम में अपने अंदर ले जाते हैं,
- क्योंकि चीनी भी कार्बोहाइड्रेट है और दूध में भी कार्बोहाइड्रेट होते हैं,
कीटो-डाइट में carbohydrates
- कीटो डाइट में आपको रोजाना 25 ग्राम से नीचे कार्बोहाइड्रेट का सेवन करना होता है,
- इसलिए ऐसा करने के लिए आपको हर एक चीज का बड़ी ही ध्यान से सेवन करना होता है,
- तभी आपका शरीर कीटो डाइट की स्थिति में रह सकता है,
- अगर आप थोड़ा सा भी इस डाइट का सही से सेवन नहीं करते तो आप इसके सही रिजल्ट्स नहीं पा सकते,
इसलिए इसको बहुत ही कठिन डाइट माना जाता है,

तीन से चार अन्डो का आमलेट सुबह के खाने में खाना सबसे बढ़िया आप्शन है मांसाहारी(non-vegan-persons)लोगों के लिए कीटो डाइट में,
- मलाई पनीर,कड़ाई पनीर,पनीर भुर्जी बेस्ट आप्शन है शाकाहारी(vegan people) लोगों के लिए कीटो डाइट में,
- keto diet in hindi इसके फायदे व नुक्सान सही से जानने के लिए हमारे साथ बने रहें,
कीटो-डाइट नॉन-वेजीटेरियन के लिए बड़ी आसान

लेकिन जो लोग मांसाहार का सेवन करते हैं उनके लिए कीटो डाइट करना बड़ा ही आसान है क्योंकि,
- मांसाहार में कार्बोहाइड्रेट्स ना के बराबर होते हैं और अंडों में भी कार्बोहाइड्रेट्स ना के बराबर होते हैं,
- जबकि वेजीटेरियन फूड्स में हर चीज में कार्बोहाइड्रेट्स भरे पड़े हैं,
- उदाहरण के लिए अगर आप एक मीडियम आकार का सेब खाते हैं,
- तो उसमें भी लगभग 15 से 20 ग्राम तक कार्बोहाइड्रेट होता है जबकि ,
- कीटो डाइट में सारे दिन में आपको 25 ग्राम से ज्यादा कार्बोहाइड्रेट नहीं खाना होता है,
- इसलिए अगर आप वेजिटेरियन हैं तो आपके लिए कीटो डाइट करना लगभग असंभव है
- इसीलिए वेजिटेरियन लोगों के लिए इस डाइट को सही से इस्तेमाल करना बहुत कठिन हो जाता है,
- उनके लिए सिर्फ एक पनीर या फिर कुछ एक सब्जियां जैसे खीरा टमाटर पालक इत्यादि ही बचती है,
- जिनका सेवन वह रोजाना कर सकते हैं क्योंकि पनीर में भी कार्बोहाइड्रेट्स ना के बराबर होते हैं,
इसलिए अगर आप वेजिटेरियन है और कीटो डाइट करना चाहते हैं तो पनीर से अच्छी ऑप्शन और कोई भी नहीं है,
- कीटो डाइट में दूसरी अहम बात यह है की आपको फैट का इस्तेमाल ज्यादा करना होता है,
- पर इतना भी नहीं करना होता कि यह आपके रोजाना के BMR (basal metabolic rate) से ज्यादा हो जाए ,
- BMR का मतलब है कि आपको आपके वजन के मुताबिक पूरे दिन में कितनी कैलोरी की जरूरत होती है,
- जितनी calorie आपको 1 दिन में चाहिए, वजन को कम करने के लिए उससे 500 से 700 calorie कम खानी होगी,
- इसलिए इसी अनुपात से आपको आपका डाइट चार्ट बनाना होगा,
- उदाहरण के तौर पर अगर आपका बीएमआर 2000 है तो,
आपको वजन कम करने के लिए 1300 से 1500 calorie का डाइट प्लान बनाना होगा,
कीटो डाइट के अन्य फायदे
वैसे तो कीटो डाइट के अनेकों फायदे हैं पर उनमें से कुछ इस प्रकार हैं…
१. तेजी से घटाएं वजन

अगर आप अपना वजन 1 महीने में 10 से 15 किलो तक कम करना चाहते हैं तो आप कीटो डाइट से इसे कर सकते हैं,
- इसमें मुख्यता एक बात याद रखने वाली यह है की शुरू-शुरू में वजन बहुत तेजी से कम होता है और,
- धीरे-धीरे वजन कम होना बहुत धीमा हो जाता है,
- इसका एक कारण यह बताते हैं कि शुरू-शुरू में शरीर में जमा अत्यधिक पानी शरीर से निकल जाता है,
- जिससे तेजी से वजन कम हो जाता है इसे हम वाटर वेट भी कहते हैं यह इसलिए होता है,
- क्योंकि शरीर में जमा ग्लाइकोजन पानी को होल्ड करके रखता है और जब हम कीटो डाइट करते हैं,
- तो ग्लाइकोजन स्टोर खाली हो जाते हैं जिसके कारण उसके द्वारा होल्ड किया गया पानी भी शरीर से निकल जाता है,
- कुछ अध्ययन बताते हैं कि हमारे शरीर में 500 ग्राम के लगभग ग्लाइकोजन स्टोर होता है जोकि,
लगभग 3 लीटर पानी को होल्ड करके रखता है,
- इसलिए जब ग्लाइकोजन हमारे शरीर में नहीं रहेगा तो साथ में एक्स्ट्रा पानी भी शरीर से निकल जाएगा,
- इसीलिए कीटो डाइट के शुरुआती दौर में तेजी से वज़न कम होता है,
keto diet in hindi इसके फायदे व नुक्सान की सही जानकारी प्राप्त करने के लिए पढ़ते रहें…
२. शुगर के मरीजों (Diabetic patients) के लिए लाभकारी

कीटो डाइट शुगर के मरीजों के लिए बहुत लाभदायक है क्योंकि,
- ज्यादा कार्बोहाइड्रेट के सेवन से शरीर में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है जिस कारण शुगर बढ़ जाता है,
- और साथ ही साथ इन्सुलिन रेजिस्टेंस भी होने लगती है अगर शुगर के मरीज अपने आहार में कार्बोहाइड्रेट्स को कम करते हैं,
- तो निश्चित रूप से उनको अपने शुगर को मैनेज करने में बहुत मदद मिलेगी,
- क्योंकि कीटो डाइट में कार्बोहाइड्रेट ना के बराबर सेवन करना होता है,
बस ध्यान यह रखना है कि शुगर के मरीज वसा के साथ-साथ प्रोटीन का सेवन ठीक प्रकार से करें
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३. मानसिक एकाग्रता (Mental concentration) को बढ़ाने के लिए
- कई अध्ययन बताते हैं कि कीटो डाइट करने से आपकी मानसिक एकाग्रता बढ़ती है क्योंकि कीटो डाइट में आप अनेक प्रकार के फैटी एसिड का ज्यादा प्रयोग करते हैं,
और यह फैटी एसिड दिमाग के लिए बहुत बढ़िया होते हैं
४. भूख को नियंत्रित (Hunger control) करने के लिए
कीटो डाइट आपकी भूख को नियंत्रित करने में बहुत सहयोग करती है,
- शुरू के 2 से 4 दिन आपको भूख ज्यादा लगती है उसके बाद आपकी भूख धीरे धीरे नियंत्रित होना शुरू हो जाती है,
- इसीलिए ज्यादा मोटे लोगों के लिए कीटो डाइट बहुत गुणकारी है,
- क्योंकि व्यक्ति जितना मोटा होता है उसकी भूख उतनी ही ज्यादा होती है तथा,
- कोई भी दवाई मोटे लोगों की भूख को कंट्रोल करने में सक्षम नहीं है,
इसलिए कीटो डाइट से कोई भी व्यक्ति मात्र 5 से 7 दिनों में अपनी भूख को अपने कंट्रोल में कर सकता है
५. मिर्गी के दौरे (Epilepsy) के इलाज के लिए
कुछ अध्ययन बताते हैं कि जो व्यक्ति मिर्गी से पीड़ित है उनके लिए कीटो डाइट वरदान है,
- ऐसा भी देखा गया है कि कीटो डाइट के सेवन से मिर्गी के दौरे काफी कम हो जाते हैं,
इसीलिए आजकल डॉक्टर मिर्गी के पेशेंट को कीटो डाइट करने की सलाह देते हैं
६. बैड कोलेस्ट्रॉल (Bad-cholesterol) को कम करने के लिए
- कुछ अध्ययनों से यह पता चला है कि कीटो डाइट करने से हमारे खून में मौजूद Bad-Cholesterol (LDL),Triglyceride कम होता है,
तथा गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) बढ़ता है इसके साथ साथ,
- कीटो डाइट के सेवन से बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर (Hypertension) को कम करने में भी सहायता मिलती है
७. शरीर को अधिक ऊर्जावान (Energetic) बनाने में
- कीटो डाइट करने से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है तथा यह देखा गया है कि जो लोग सही प्रकार इस डाइट का सेवन करते हैं वह वह लोग ज्यादा ऊर्जावान होते हैं,
- ऐसा इसलिए है क्योंकि कार्बोहाइड्रेट्स ज्यादा खाने से शरीर में सुस्ती बढ़ जाती है,
इसीलिए कीटो डाइट में कार्बोहाइड्रेट ना होने के कारण इसको करने वाले ज्यादा ऊर्जावान महसूस करते हैं
- इसके अतिरिक्त कीटो डाइट करने से शरीर की सुंदरता बढ़ती है और स्किन में भी चमक आ जाती है,
ऐसा देखा गया है इसके पीछे अभी तक कोई ठोस वैज्ञानिक रिसर्च नहीं है
कीटो-डाइट से होने वाले दुष्प्रनाम (Side-effects of keto-diet)
कीटो डाइट शुरू करने के 1 से 7 दिन बाद थोड़े से साइड इफेक्ट्स देखने को मिलते हैं जिन्हें हम keto flu कहते हैं,

यह इस प्रकार हैं…
शारीरिक कमजोरी (Weakness) महसूस होना…
- कीटो डाइट शुरू करने के शुरुआती दिनों में शारीरिक कमजोरी बहुत महसूस होती है,
- कभी-कभी मांसपेशियों में ऐंठन भी महसूस होती है,
- यह अनेक प्रकार के खनिज लवणों की कमी के कारण होता है,
- इसलिए आपको कीटो डाइट में मल्टी विटामिन सप्लीमेंट्स का प्रयोग साथ में करना चाहिए तथा,
- तरल पदार्थों का सेवन भी अधिक से अधिक करना चाहिए,
- ऐसा इसलिए है क्योंकि कीटो डाइट में आप दूध या फल आदि का प्रयोग एकदम से बंद कर देते हैं,
- जिससे शरीर में अनेक प्रकार के खनिजों की कमी होने लगती है,
इसलिए उन खनिजों को पूरा करने के लिए अच्छे से अच्छे सप्लीमेंट साथ में जरूर ले
कब्ज (Constipation) की समस्या होना
- कीटो डाइट करने से जो सबसे बड़ी समस्या उत्पन्न होती है वह कब्ज (latrine ना आना) है ,
- क्योंकि कार्बोहाइड्रेट का सेवन ना करने से शरीर में फाइबर की कमी हो जाती है जिस कारण आपको कब्ज हो जाती है,
- इसके लिए जरूरी है कि आप कीटो डाइट के दौरान,
- ईसबगोल का छिलका या खीरा, ककड़ी, टमाटर आदि का सेवन सलाद के रूप में जरूर करें नहीं तो कब्ज की समस्या हल नहीं होगी,
- क्योंकि प्रोटीन तथा वसा में ना के बराबर फाइबर होता है और फाइबर के बिना हमारा पाचन तंत्र ठीक से काम नहीं करता इसलिए इस बात का हमेशा ध्यान रखें
इसके अतिरिक्त..
- ज्यादा सरदर्द होना (Headache)
- घबराहट का होना (Nausea)
- नींद ना आना (Insomnia)
- बेचैनी सी होना
- ज्यादा पेशाब आना (Frequent micturation)
- बहुत ज्यादा थकावट (Fatigue) इत्यादि
यह सभी समस्याएं कीटो डाइट शुरू करने के एक से 7 दिन के बाद आ सकती हैं इसके लिए आपको घबराना नहीं चाहिए,
आपको ज्यादा से ज्यादा पानी और पानी में थोड़ा सा नमक डालकर उसका सेवन करना चाहिए,
कुछ दिनों बाद यह लक्षण अपने आप ही चले जाते हैं
कम कार्बोहाइड्रेट वाले आहार
- कीटो डाइट में आपके पास बहुत ही सीमित ऑप्शंस हैं क्योंकि,
- हर प्रकार के फल में कार्बोहाइड्रेट(ग्लूकोज) की मात्रा ज्यादा होती है,
इसलिए आप सिर्फ़ चुनिंदा फल व सब्जियां ही सेवन कर सकते हैं और वो भी सीमित मात्रा में जैसे कि…

फलो में…
- ब्लूबेरी
- रसबेरी
- ब्लैकबेरी
- एवोकाडो
- ओलिव
- टमाटर
- star fruit
- तरबूज
- Cantaloupes
Honeydew इतियादी इन फलो में कार्ब्स बहुत ही कम मात्रा में होते है इसलिए आप इन्हें सीमित मात्रा में खा सकते है
आपको जो फल नहीं खाने चाहिए…
सेब

केला
- संतरा
- किनू
- अंगूर
- नाश्पती आदि
- फलों का सेवन नहीं करना चाहिए
- क्योंकि इन फलों में प्रकृतिक मिठास यानी कि ग्लूकोस ज्यादा होती है मतलब कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होता है
इसलिए आपको कीटो डाइट में फलों का सेवन बड़े ही ध्यान से करना चाहिए
सब्जियां कम कार्बोहाइड्रेट्स वाली
खीरा- cucumber

बैंगन- eggplant
- पालक- spinach
- बंदगोभी- cauliflower
- पत्तगोभी- cabbage
- शिमला मिर्च- pepper (green,red,yellow)
- ब्रोक्क्ली
- फलियां- green beans
- भिन्डी- okra
- Mushrooms
- Asparagus
- Lettuce
- Kale
- Brussels sprouts
Zucchini इतियादी

इन सब्जियों में कार्ब्स होते है पर कम होते है इसलिए आपको इनका सेवन भी सीमित मात्रा में करना है और
- आलू – potato
- शकरकंदी- स्वीट- potato
- अरबी-taro root इन तीनो का सेवन बिलकुल नहीं करना
व गाजर (carrot), मूली (radish), शलगम (turnip),प्याज (onion) आदि का सेवन कीटो डाइट में नहीं करना या बहुत ही सीमित करना है
क्योंकि जमीन के नीचे होने वाली सभी सब्जियां कार्बोहाइड्रेट्स से भरी हुई होती है

इसके अतिरिक्त आप...
- अंडा
- चिकन-तंदूरी व चिकन ब्रैस्ट
- फिश-salmon,tuna आदि
- pork आदि non -veg आहार का सेवन कीटो- डाइट में आसानी से कर सकते है,
इनमे ना के बराबर कार्ब्स होते है व अच्छी मात्रा में प्रोटीन्स होते है

इसके अतिरिक्त आप सूखे मेवे जैसे कि…
- बादाम
- अखरोट
- काजू
- पिस्ता
- मूंगफली आदि का सेवन 30 ग्रामस तक एक दिन में कर सकते है,इससे ज्यादा बिलकुल भी नहीं,
किशमिश का सेवन मना है

इसके इलावा आपको high fat वाले फूड्स जैसे…
- देसी-घी
- माखन
- पनीर
- मलाई
इतियादी का सेवन अपनी रोजाना की जरुरत की कैलोरी के हिसाब से कर सकते है
आपको सभी प्रकार के अनाजो- जैसे कि…
कनक

ज्वारी
- बाजरा
- मक्का
- चावल
- ब्रेड
- बिस्कुट्स
- काले व सफेद चने
- राजमा
- सोयाबीन आदि
व दालो-जैसे कि मूंग,मसर,अरहर आदि के सेवन से बचना है कीटो-डाइट में ये जरूरी है
कीटो डाइट में क्या खाना चाहिए?
कुछ बीज जैसे कि…
- अलसी के बीज
- काले तिल
- पेठे के बीज
- चिया सीड्स
- सूरजमुखी के बीज आदि
इनका 5 से 10 ग्रामस तक रोजाना सेवन करना कीटो डाइट में बहुत ही बढ़िया है
इनमे ओमेगा-3 फैटी एसिड्स भरपूर मात्रा में होते है जो कि हमारे दिल व मस्तिष्क के लिए बहुत गुणकारी है
इसलिए इन बीजों का सेवन सीमित मात्रा में जरूर करें
मेरी राय (keto diet in hindi)
- मेरी राय में अगर तो आप नॉन-वेजिटेरियन हैं और अंडा, मांस, मछली आदि का सेवन कर लेते हैं,
- तो कीटो डाइट आपके लिए बहुत ही बढ़िया है और आसानी से आप इसे इस्तेमाल कर,
- अपना वजन कुछ ही दिनों में कई किलो तक घटा सकते हैं,
- लेकिन अगर आप मांसाहार का सेवन नहीं कर सकते और सोचते हैं कि अकेले कुछ-एक सब्जियों अथवा,
- पनीर के सहारे कीटो डाइट का सही से अनुपालन कर लेंगे तो यह आपके लिए बहुत ही मुश्किल होने वाला है,
- आप कुछ दिनों के बाद इसे सही से अनुपालन करना छोड़ देंगे,
- इसलिए कीटो डाइट की जगह वेजिटेरियन लोगों के लिए लो कार्ब डाइट(low-carb-diet)ज्यादा प्रेफर की जाती है,
- लो कार्ब डाइट में आप 1 दिन में 100 ग्राम से कम कार्बोहाइड्रेट का सेवन कर सकते हैं और अपना वजन कम कर सकते हैं,
- बस फर्क इतना है कि लो कार्ब डाइट में वजन कम करने में समय अधिक लगता है लेकिन यह स्थाई होता है,
- जबकि कीटो डाइट में अगर बाद में आप अपने आहार विहार का सही से ध्यान नहीं रखते तो जो वजन आपने कम किया है,
वह दोबारा शीघ्र ही बढ़ जाता है इसलिए मेरी राय में लो कार्ब डायट ज्यादा बढ़िया है,
मैंने यहाँ पर keto diet in hindi इसके फायदे व नुक्सान का ठीक से वर्णन कर दिया है आप इसे ध्यानपूर्वक पढ़े व इसका लाभ उठायें
विशेष ध्यान दे (keto diet in hindi)
- विशेष ध्यान देने वाली बात यह है कि कीटो डाइट पर अभी तक अनुसंधान पूरा नहीं हुआ इसलिए,
अगर आप कीटो डाइट का सेवन करते हैं तो कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर करें या 3 महीने से ज्यादा इसका सेवन ना करें, इससे आपको कई तरह के दुष्परिणामों का सामना भी करना पड़ सकता है,
- ज्यादा जानकारी के लिए आप मेरे साथ परामर्श भी कर सकते हैं इसके लिए मेरा ईमेल आईडी नीचे दिया गया है
अस्वीकरण (keto diet in hindi)
इस लेख की सामग्री व्यावसायिक चिकित्सा सलाह(professional medical advice), निदान(diagnosis) या उपचार(ट्रीटमेंट) के विकल्प के रूप में नहीं है।
- चिकित्सीय स्थिति के बारे में किसी भी प्रश्न के लिए हमेशा चिकित्सीय(doctor कंसल्टेशन) सलाह लें।
उचित चिकित्सा पर्यवेक्षण(without proper medical supervision) के बिना अपने आप को, अपने बच्चे को, या किसी और का इलाज करने का प्रयास न करें।
image credit: धन्यवाद to www.pixabay.com
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Information Compiled- by Dr. Vishal Goyal
Bachelor in Ayurvedic Medicine and Surgery
Post Graduate in Alternative Medicine MD (AM)
Email ID- [email protected]
Owns Goyal Skin and General Hospital, Giddarbaha, Muktsar, Punjab
“keto diet in hindi” पढने के लिए धन्यवाद…
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२.”कब्ज़ के कारण, लक्षण व् इलाज़ हिन्दी में”
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Nice quite a detailed info..